UP: पहली बार सफाई कर्मियों के बच्चों को मिलेगी स्कॉलरशिप, 25 लाख SC-ST विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति में इजाफा
छात्र छात्राओं को अब आवेदन पत्र में प्राइवेट डिटेल्स नहीं भरनी होगी. आधार कार्ड से नाम, पिता का नाम, जन्मतिथि आदि खुद ही मिल जाएगी. इसके साथ ही सीबीएसई और आईसीएससी बोर्ड से बच्चों के प्राप्तांक ऑनलाइन प्राप्त हो जायेंगे, जिससे आवेदन के समय होने वाली त्रुटियों की संभावना खत्म हो जाएगी.
Lucknow News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की स्कॉलरशिप को लेकर बड़ा फैसला किया है. प्रदेश में पहली बार सफाई कर्मियों के बच्चों को पढ़ाई के लिए मिलेगी आर्थिक सहायता मिलेगी. प्रदेश सरकार के मुताबिक ऐसे परिवार जो सफाई कार्य से जुड़े हैं, उनके कक्षा 9-10 के बच्चों को पहली बार छात्रवृत्ति मिलेगी. खास बात है कि इस योजना का लाभ सभी आय वर्ग के परिवार ले सकेंगे. उत्तर प्रदेश में पहली बार सरकार के स्तर पर इस तरह का कदम उठाया गया है. इसके साथ ही मौजूदा वित्तीय वर्ष से सरकार पूर्व दशम छात्रवृत्ति के तहत कक्षा 9-10 के अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों को अब 3,500 रुपए सालाना देगी. अभी तक इस कैटेगरी के छात्रों को प्रतिवर्ष 3,000 रुपए छात्रवृत्ति मिलती थी. सरकार के इस फैसले से प्रदेश के 25 लाख छात्र छात्राओं को लाभ मिलेगी.
फ्रीशिप कार्ड से निःशुल्क प्रवेश की सुविधा
अनुसूचित जाति एवं जनजाति के छात्रों को सरकारी और अनुदानित विद्यालयों में निःशुल्क प्रवेश, फ्रीशिप कार्ड पोर्टल से जेनरेट किया जा सकेगा, जिसमें छात्रों को छात्रवृत्ति की सैद्धांतिक स्वीकृति की सूचना एसएमएस के जरिए भेजी जाएगी.
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निजी जानकारी नहीं भरनी होगी, आधार कार्ड बनेगा मदगार
छात्र-छात्राओं को अब आवेदन पत्र में प्राइवेट डिटेल्स नहीं भरनी होगी. आधार कार्ड से नाम, पिता का नाम, जन्मतिथि आदि खुद ही मिल जाएगी. इसके साथ ही सीबीएसई और आईसीएससी बोर्ड से बच्चों के प्राप्तांक ऑनलाइन प्राप्त हो जायेंगे, जिससे आवेदन के समय होने वाली त्रुटियों की संभावना खत्म हो जाएगी और अधिक से अधिक विद्यार्थी योजना का लाभ ले सकेंगे. इसी प्रकार डिजिलॉकर और एनपीसीआई से पोर्टल को जोड़कर खाता संख्या और अन्य जानकारी भरने में होने वाली गलतियों को भी खत्म कर दिया गया है.
सत्र देर से शुरू होने पर भी किया जा सकेगा आवेदन
अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति वर्ग में अब 31 मार्च तक कक्षा 11, 12 और अन्य ऊपरी कक्षाओं के लिए आवेदन किए जा सकेंगे, जिससे परीक्षा परिणाम देर से आने या सत्र देर से शुरू होने पर भी छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया जा सकेगा. बीएससी या बीए जैसे नॉन प्रोफेशनल कोर्स में छात्रवृत्ति मिलने के बाद बीटेक जैसे प्रोफेशनल कोर्स में भी अब छात्रवृत्ति की सुविधा मिलेगी.
बायोमेट्रिक उपस्थिति लागू नहीं करने वाले संस्थान छात्रवृत्ति से रहेंगे वंचित
प्रदेश के स्कूलों में बायोमेट्रिक उपस्थिति चरणबद्ध रूप से लागू की जा रही है. ऐसे में जिन संस्थानों में बायोमेट्रिक उपस्थिति लागू नहीं की जाएगी, उन्हें वित्तीय वर्ष 2025-26 से छात्रवृत्ति का लाभ नहीं दिया जाएगा. इसके साथ ही कक्षा 09 व 10 में 12 वर्ष से 20 वर्ष की उम्र के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का लाभ मिलेगा और कक्षा 11, 12 व अन्य उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को 40 वर्ष की आयु तक लाभ मिल सकेगा.
प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने बताया कि छात्रवृत्ति की राशि बढ़ाकर जरूरतमंद परिवार के प्रत्येक छात्र को लाभ पहुंचाया जा रहा है. पात्र परिवारों की परिभाषा को और व्यापक बनाते हुए सबका साथ- सबका विकास की नीति के अनुरूप नई नियमावली में प्रावधान किए गए हैं.