UP Flood News: श्रावस्ती और कुशीनगर में बाढ़ में फंसे 87 लोगों की बचायी गयी जान

UP Flood News: यूपी में बाढ़ का प्रकोप शुरू हो गया है. - श्रावस्ती में बाढ़ में फंसे 11 और कुशीनगर में 76 लोगों को बचाया गया. सीएम योगी ने जिलाधिकारियों को 24 घंटे के अंदर क्षतिग्रस्त फसल की सर्वे रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं.

By Amit Yadav | July 8, 2024 7:00 AM

लखनऊ: नेपाल में भारी बारिश के बाद अचानक पांच लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने से श्रावस्ती और कुशीनगर में बाढ़ (UP Flood News) आ गई है. अचानक आई बाढ़ में फंसे 87 लोगों को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सुरक्षित निकाला गया है. श्रावस्ती के 18 गांव के करीब 400 ग्रामीणों को बाढ़ सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. कुशीनगर में बाढ़ में फंसे 20 मवेशियों को भी बचाया गया है.

8 घंटे चला बचाव अभियान

राहत आयुक्त जीएस नवीन ने बताया कि शनिवार रात करीब आठ बजे राज्य स्तरीय इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर को श्रावस्ती में 11 लोगों के बाढ़ (Flood News) में फंसे होने की सूचना मिली थी. इनमें तहसील जमुनहा गजोभरी के ग्राम मोहनपुर भरथा और केवटन पुरवा में नेपाल से अचानक छोड़े गये पानी में 11 लोगों के फंसे होने की सूचना मिली. जिसमें 3 बच्चे, 5 महिलाएं और 3 पुरुष शामिल थे. सूचना मिलते ही तत्काल श्रावस्ती जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी को इसकी जानकारी दी गई. जिलाधिकारी अपनी टीम के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए मौके पर पहुंचे. जिला प्रशासन और फ्लड पीएसी की टीमों ने ज्वॉइंट रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. लगभग आठ घंटे की कड़ी मेहनत के बाद सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.

18 गांव के 400 लोगों को सुरक्षित स्थान पहुंचाया

सभी पीड़ितों को राप्ती बैराज स्थित गेस्ट हाउस में पहुंचाया गया. देवीपाटन मंडल के आयुक्त शशि लाल भूषण सुशील ने बताया कि सभी पीड़ितों का प्राथमिक उपचार और खाना खिलाने के बाद उन्हे उनके गांव में सुरक्षित भेज दिया गया है. रेस्क्यू के दौरान करिका (10), मिन्नी (12), रीता (25), शेरू (8), अर्चना (17), कमला देवी (40), शांति देवी (50), सकटराम (18), रेखा देवी (28), नंदन (30) और राम उजागर (50) को बाढ़ से सुरक्षित निकाला गया. रविवार को बाढ़ से प्रभावित 18 गांव के करीब चार सौ लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. जहां पर उन्हे पौष्टिक और गरम खाने के साथ अन्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं.

कुशीनगर में टापू पर फंसे 76 लोगों को सुरक्षित निकाला गया

राहत आयुक्त ने बताया कि शनिवार रात करीब आठ बजे राज्य स्तरीय इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर को नेपाल में मूसलाधार बारिश के बाद देवघाट बैराज से 5,71,850 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की सूचना मिली. इस पर कुशीनगर जिलाधिकारी उमेश मिश्रा को बड़ी गंडक में बाल्मीकि नगर बैराज से 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना पर तहसील खड्डा के गांवों के प्रभावित होने की तत्काल जानकारी दी गयी. कुशीनगर जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने अपनी टीम के साथ तहसील खड्डा के प्रभावित 13 गांवों का निरीक्षण किया. साथ ही गांववासियों से गांव को खाली करने की अपील की गई.

20 मावेशी भी बचाए गए

उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान तहसील खड्डा के नारायणपुर के एक टापू पर कुछ लोगों के साथ मवेशियों के फंसे होने की जानकारी मिली. जिसके बाद एनडीआरएफ और पीएसी की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. रेस्क्यू टीम ने घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद 76 लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा. इस दौरान टीम ने 20 मवेशियों को भी सुरक्षित बचाया. उन्हें पौष्टिक और गरम खाने के साथ अन्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं. ग्रामीणों के मवेशियों के लिए विशेष इंतजाम किये गए हैं.

जनहानि-धनहानि का तत्काल दिया जाए मुआवजा: सीएम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रावस्ती (Shravasti News) और कुशीनगर (Kushinagar News) के जिलाधिकारियों को बाढ़ के पानी से क्षतिग्रस्त फसल का 24 घंटे के अंदर सर्वे कराकर शासन को रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए. साथ ही क्षतिग्रस्त फसलों की रिपोर्ट मिलते ही तत्काल मुआवजा देने का आदेश दिया. सीएम योगी कहा कि ने बाढ़ से प्रभावित जिलों के अधिकारी क्षेत्र का भ्रमण कर राहत कार्य पर नजर रखें. प्रभावित लोगों की मदद करें.

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