लखनऊ: यूपी में बाढ़ (UP Flood News) का प्रकोप जारी है. राहत आयुक्त कार्यालय से जारी रिपोर्ट के अनुसार शाहजहांपुर में कनौट, गर्रा, रामगंगा नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. इसके अलावा बलिया में सरयू, आजमगढ़ में घाघरा, हरदोई में गर्रा और मऊ में सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. शाहजहांपुर में बाढ़ के पानी से हालात इतने बिगड़ गए के सेना को मदद के लिए बुलाना पड़ा है. सेना राहत कार्य शुरू कर दिया है.
सेना ने 264 लोगों को बचाया
मध्य कमान सेना मुख्यालय के जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार शाहजहांपुर नागरिक प्रशासन से सहायता मांगी गई थी. इसके बाद तत्काल सेना की सूर्या कमान ने गर्रा और कनौट नदियों में बढ़ते जल स्तर के बाद सहायता के लिए शाहजहांपुर में दो बाढ़ राहत कॉलम भेजे हैं. सेना की टुकड़ी ने अब तक 112 महिलाओं और 73 बच्चों सहित 264 नागरिकों को बचाया है.
12 जिले बाढ़ से प्रभावित
यूपी के 12 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. लखीमपुर खीरी, सीतापुर, पीलीभीत, श्रावस्ती, बलरामपुर, बस्ती, बाराबंकी, गोंडा, बलिया, सिद्धार्थ नगर, शाहजहांपुर, कुशीनगर में बाढ़ के कारण खेती को जबरदस्त नुकसान हुआ है. लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. बचाव कार्य जारी हैं. शाहजहांपुर में कई कालोनियों में पानी घटने से लोग अपना सामान वापस लेने पहुंचे और वापस सुरक्षित स्थान पर पहुंच गए. सड़कों पर भी छोटे वाहन और बस चलना शुरू हो गई हैं. राजकीय मेडिकल कॉलेज में अभी पानी भरा हुआ है. इसलिए मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है.
आपदा में जनहानि पर 4 लाख रुपये आर्थिक मदद
राहत अयुक्त के अनुसार प्रदेश के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर संचालित किए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आपदा के कारण जनहानि होने पर पीड़ित परिवारीजनों को तत्काल ₹4 लाख रुपये देने के निर्देश दिए हैं. मानव वन्य जीव संघर्ष, सर्पदंश से जनहानि होने पर भी पीड़ित परिवारजनों को ₹4 लाख की सहायता राशि दी जाएगी.