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UP सरकार किसानों से खरीदेगी 5.82 लाख एमटी मोटा अनाज, 5 लाख टन बाजरा की खरीद पर फोकस, इन जिला को मिलेगा लाभ …

superfoods देश के फूड बास्केट के तौर पर अपनी पहचान को पुख्ता कर रहा उत्तर प्रदेश अब श्रीअन्न की पैदावार के साथ ही उसकी बिक्री को लेकर भी व्यापक कदम उठा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप योगी सरकार प्रदेश में मोटे अनाज के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए लगातार नए प्रयास कर रही है.

By अनुज शर्मा | October 6, 2023 5:58 PM

लखनऊ. देश के फूड बास्केट के तौर पर अपनी पहचान को पुख्ता कर रहा उत्तर प्रदेश अब श्रीअन्न की पैदावार के साथ ही उसकी बिक्री को लेकर भी व्यापक कदम उठा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप योगी सरकार प्रदेश में मोटे अनाज यानि श्रीअन्न (मिलेट्स) के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए लगातार नए प्रयास कर रही है. इस क्रम में योगी सरकार ने नवंबर से दिसंबर 2023 के बीच 3 माह में मोटे अनाज की खरीद का लक्ष्य बढ़ाकर 5.82 लाख मीट्रिक टन कर दिया है. इसमें सर्वाधिक 5 लाख मीट्रिक टन बाजरा की खरीद की जाएगी, जबकि 30 हजार टन ज्वार (हाइब्रिड), 50 हजार टन मक्का और 2 हजार टन कोदो की खरीद की जाएगी. श्रीअन्न के विक्रय के लिए कृषकों का पंजीकरण विभाग की वेबसाइट पर आरम्भ हो चुका है तथा अब तक 929 कृषकों द्वारा पंजीकरण कराया गया है. उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष प्रदेश में 8532 किसानों से कुल मिलाकर 0.44 लाख मीट्रिक टन बाजरा की खरीद हुई थी. प्रदेश में श्रीअन्न यानि मोटे अनाजों की खरीद प्रक्रिया को अंजाम दिया जा रहा है. इस क्रम में मुख्य रूप से मक्का उत्पादक 29 जनपदों से मक्का क्रय किया जाना प्रस्तावित है.


श्रीअन्न की खरीद इन जनपदों से की जाएगी 

प्रदेश में श्रीअन्न यानि मोटे अनाजों की खरीद प्रक्रिया को अंजाम दिया जा रहा है. इस क्रम में मुख्य रूप से मक्का उत्पादक 29 जनपदों से मक्का क्रय किया जाना प्रस्तावित है. इन जिलों में बुलन्दशहर, हापुड, सहारनपुर, बदायूँ, अलीगढ़, एटा, कासगंज, फिरोजाबाद, मैनपुरी, हरदोई, उन्नाव, सीतापुर, कानपुर नगर, कानपुर देहात, कन्नौज, फर्रुखाबाद, इटावा, औरेया, गोण्डा, बहराइच, श्रावस्ती, बलिया, जौनपुर देवरिया, मिर्जापुर, सोनभद्र, लखीमपुर खीरी, आजमगढ़ एवं ललितपुर शामिल हैं. वहीं, बाजरा खरीद के लिए प्रदेश के मुख्य बाजरा उत्पादक 40 जिलों से खरीद की जाएगी. इनमें बुलन्दशहर, गौतमबुद्ध नगर, बरेली, बदायूँ, शाहजहाँपुर, मुरादाबाद, रामपुर, सम्भल, अमरोहा, अलीगढ़, एटा, कासगंज, हाथरस, आगरा, मथुरा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, कानपुर नगर, कानपुर देहात, इटावा, औरैया, कन्नौज, फर्रुखाबाद, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, चन्दौली, बलिया, मिर्जापुर, सन्तरबिदास नगर, जालौन, चित्रकूट, बाँदा, प्रयागराज, कौशाम्बी, फतेहपुर एवं प्रतापगढ़ प्रमुख हैं.

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ज्वार-कोदो की खरीद की प्रक्रिया भी होगी तेज

प्रदेश में पहली बार मुख्य ज्वार उत्पादक 22 जिलों में ज्वार क्रय किया जाना प्रस्तावित है. इनमें बाँदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, कानपुर नगर, कानपुर देहात, प्रयागराज, फतेहपुर, कौशाम्बी, प्रतापगढ़, जौनपुर, गाजीपुर, रायबरेली, सीतापुर, उन्नाव, हरदाई, सुलतानपुर, अमेठी, मिर्जापुर, जालौन, अयोध्या एवं वाराणसी सम्मिलित हैं. इसके अतिरिक्त, माईनर मिलेट्स (कोदो) की खरीद प्रक्रिया को अंजाम देने के लिए जिला सोनभद्र को निर्धारित किया गया है.

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