UP Budget 2021-22: योगी सरकार ने सदन में पेश किया अनुपूरक बजट, विपक्ष ने अजय मिश्र टेनी का मांगा इस्तीफा
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अपने भाषण में जिक्र किया कि 2022-2023 में 5,44,836.56 करोड़ रुपए प्राप्तियां होंगी. इसमें 4,53,097.56 करोड़ रुपए राजस्व, 91,739 करोड़ रुपए की पूंजी लेखे की प्राप्तियां, होंगी.
UP Budget 2021-22: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन गुरुवार को विपक्ष ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की मांग को लेकर हंगामा किया. हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई. वहीं, विधानसभा सत्र के दौरान वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने वित्तीय वर्ष 2021-22 का अनुपूरक बजट पेश किया. वित्त मंत्री ने 2022-23 के लिए लेखानुदान भी पेश किया.
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने पेश किया अनुपूरक बजट
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अपने भाषण में जिक्र किया कि 2022-2023 में 5,44,836.56 करोड़ रुपए प्राप्तियां होंगी. इसमें 4,53,097.56 करोड़ रुपए राजस्व, 91,739 करोड़ रुपए की पूंजी लेखे की प्राप्तियां, होंगी. इसमें 89,174 करोड़ रुपए की लोक ऋणों से प्राप्तियां और 2,565 करोड़ रुपए की ऋणों, अग्रिमों की वसूली से होने वाली प्राप्तियां शामिल हैं. राजस्व प्राप्तियों की 4,53,097.56 करोड़ रुपए की राशि में राज्य को कर राजस्व से 2,08,655 करोड़ रुपए, केंद्रीय करों से राज्यांश से 1,26,383.61 करोड़ रुपए, करेतर राजस्व से 23,406.48 करोड़ रुपए और केंद्रीय योजनाओं के लिए भारत सरकार से सहायता अनुदान के रूप में 94,652.47 करोड़ रुपए के अनुमान शामिल हैं.
लोक ऋणों से 89,174 करोड़ रुपए की अनुमानित प्राप्तियों के अंतर्गत भारत सरकार से 2,500 करोड़ रुपए और अन्य स्रोतों से 86,674 करोड़ रुपए के ऋण के अनुमान भी शामिल हैं. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि अंतरिम बजट में कुल 5,45,370.69 करोड़ रुपए का व्यय का अनुमान हैं. जिसमें 4,15,198.95 करोड़ का व्यय राजस्व लेखे और 1,30,174.74 करोड़ रुपए का व्यय पूंजी लेखे का है.
सदन की कार्यवाही के दौरान कई विधेयक भी हुए पेश
-
उत्तर प्रदेश मोटरयान कराधान ( संशोधन) अध्यादेश 2021
-
उत्तर प्रदेश माल और सेवा कर ( संशोधन) अध्यादेश 2021
-
अधिवक्ता कल्याण निधि ( संशोधन) अध्यादेश 2021
शीतकालीन सत्र के पहले दिन बुधवार को पूर्व विस अध्यक्ष और विस सदस्य सुखदेव राजभर, सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत शहीद 12 अन्य सैन्य अधिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इसके बाद विधानसभा के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही गुरुवार तक स्थगित कर दी गई थी.