यूपी विधान परिषद उपचुनाव: सपा को मिला रालोद का साथ, ओपी राजभर-राजा भैया पर टिकी निगाहें, कांग्रेस ने बनाई दूरी
यूपी विधान परिषद उपचुनाव के लिए आज सोमवार को मतदान के बाद नतीजे घोषित किए जाएंगे. विधायकों की संख्या के हिसाब से भाजपा के दोनों प्रत्याशियों की जीत तय मानी जा रही है. हालांकि सपा को लगता कि सत्तापक्ष के असंतुष्ट विधायक उसके प्रत्याशियों को वोट देंगे, इससे चौंकाने वाले परिणाम सामने आ सकते हैं.
Lucknow: यूपी विधान परिषद की दो रिक्त सीटों पर सोमवार को उपचुनाव के लिए मतदान होगा. सत्तारूढ़ दल भाजपा के पास दोनों सीटें जीतने के लिए जहां विधायकों की ताकत है, वहीं विपक्षी दल समाजवादी पार्टी को सत्तापक्ष से क्रास वोटिंग की उम्मीद है. सपा प्रत्याशियों ने अंतरात्मा की आवाज पर वोट करने की अपील की है. भाजपा से पदमसेन चौधरी और मानवेंद्र सिंह व सपा से रामजतन राजभर और रामकरन निर्मल मैदान में हैं.
भाजपा ने अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है. प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने मतदान से पहले पार्टी विधानमंडल दल की बैठक में कहा है कि एक भी वोट बर्बाद नहीं होना चाहिए. पार्टी ने मतदान के दौरान क्रॉस वोटिंग की संभावना को देखते हुए मंत्रियों और सचेतक मंडल के नेतृत्व में समूह गठित किए हैं. वहीं राष्ट्रीय लोक दल के सभी 9 विधायक सपा के दोनों प्रत्याशियों को वोट देंगे. यह फैसला पार्टी की विधानमंडल दल की बैठक में किया गया.
उपचुनाव के लिए सोमवार को सुबह 9 से शाम 4 बजे तक मतदान होगा. विधानसभा सचिवालय ने मतदान के लिए विधान भवन स्थित तिलक हॉल में दो मतदान कक्ष बनाए हैं. रिटर्निंग अधिकारी मो. मुशाहिद ने बताया कि दोनों सीटों पर गुप्त मतदान होगा. सभी 403 विधायक मतदान करेंगे. मतदान के बाद मतपत्र किसी भी व्यक्ति या चुनाव अभिकर्ता को दिखाने की इजाजत नहीं होगी. मतदान के बाद मतगणना होगी. शाम 6 बजे तक परिणाम घोषित होने की उम्मीद है.
विधान परिषद की दोनों सीटें भाजपा के विधान परिषद सदस्य लक्ष्मण आचार्य के इस्तीफे और बनवारी लाल दोहरे के निधन से रिक्त हुई हैं. लक्ष्मण आचार्य के इस्तीफे से खाली हुई सीट पर भाजपा के पदमसेन चौधरी व सपा के रामकरन निर्मल चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट के विजयी उम्मीदवार का कार्यकाल 30 जनवरी 2027 तक रहेगा. वहीं, बनवारी लाल दोहरे के निधन से खाली हुई सीट पर भाजपा के मानवेंद्र सिंह और सपा के रामजतन राजभर चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट पर विजयी प्रत्याशी का कार्यकाल 6 जुलाई 2028 तक रहेगा.
इस चुनाव में सभी विधानसभा सदस्य मतदान करेंगे. भाजपा और सपा के प्रत्याशी उतारने पर प्रत्येक सीट पर दो उम्मीदवार हो गए हैं. प्रत्येक सीट के लिए विधानसभा के सभी 403 सदस्य अपना वोट देंगे. इस तरह एक सीट पर दो प्रत्याशी और 403 मतदाता हैं.
सुभासपा, जनसत्ता दल, बसपा और कांग्रेस का दांव
उपचुनाव में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा), जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) और बसपा विधायक किसको वोट करेंगे, ये देखना अहम होगा. सुभासपा के छह, जनसत्ता दल के दो एवं बसपा के एक विधायक हैं.
वहीं कांग्रेस के दो विधायक हैं. ये मतदान में हिस्सा नहीं लेंगे. कांग्रेस विधायक दल की नेता अराधना मिश्रा मोना ने कहा कि कांग्रेस के सदस्य गैरहाजिर रहेंगे. कांग्रेस विधायक वीरेंद्र चौधरी का कहना है कि भाजपा प्रत्याशी को वोट नहीं देंगे. वहीं सपा ने भी हमारे शीर्ष नेतृत्व से समर्थन नहीं मांगा है. ऐसे में मतदान नहीं करेंगे.
विधानसभा में भाजपा गठबंधन के 274, सपा गठबंधन के 118 सदस्य हैं. जबकि, सुभासपा के छह, बसपा के एक, कांग्रेस और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दो-दो सदस्य हैं. ऐसे में विपक्ष का साथ मिलने के बावजूद सपा उम्मीदवार जीत हासिल करने की स्थिति में नहीं हैं.