UP News: यूपी के 40 जिलों में औसत से कम बारिश, सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- हर कदम पर किसानों के साथ है सरकार

यूपी में मानसून की बेरुखी किसानों के लिए ​चिंता का विषय बन गई है. राजय के आधे से ज्यादा जिलों में सूखे का संकट है. कम बारिश की वजह से किसानों की फसलें प्रभावित हो सकती हैं. वहीं दूसरी ओर बाढ़ की स्थिति में भी अन्नदाताओं का नुकसान हो रहा है. ऐसे में योगी सरकार ने किसानों को बड़ा आश्वासन दिया है.

By Sanjay Singh | July 29, 2023 5:22 PM

Lucknow News: उत्तर प्रदेश में एक तरफ जहां गंगा, यमुना, हिंडन आदि नदियां उफान पर हैं और हजारों लोग घर छोड़कर शरणालयों में रहने को मजबूर हैं, वहीं दूसरी तरफ सूखे का खतरा मंडरा रहा है. प्रदेश के आधे से ज्यादा जनपदों में मानसून के इस मौसम में अभी तक औसत से कम बारिश दर्ज की गई है. ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों की जरूरतों का पूरा ध्यान रखने की बात कही है.

पूर्वांचल के जिलों में कम हुई बारिश

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के आंकड़ों के मुताबिक, मानसून की शुरुआत के बाद जून के पहले सप्ताह से 28 जुलाई तक उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से 40 में औसत से कम बारिश हुई है. इन जिलों में से ज्यादातर पूर्वी उत्तर प्रदेश के हैं.

धान और मक्के की रोपाई कर रहे किसान चिं​ति​त

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, कौशांबी, कुशीनगर और देवरिया में लंबी अवधि के औसत की तुलना में लगभग 70 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है. वहीं, संत कबीर नगर, पीलीभीत, मीरजापुर, श्रावस्ती, चंदौली, बस्ती और कुछ अन्य जिलों में लंबी अवधि के औसत से बहुत कम बारिश हुई है. बारिश की कमी से धान और मक्के की रोपाई की तैयारी कर रहे किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं.

17 जनपदों में हुई औसत से अधिक बारिश

विशेषज्ञों का कहना है कि मेन्थॉल एक और फसल है, जिसे कम बारिश के कारण नुकसान होने की आशंका है. मौसम विभाग के मुताबिक, मानसून के इस मौसम में यूपी के 18 जिलों में सामान्य बारिश दर्ज की गई है, जबकि 17 जिलों में इस अवधि में औसत से अधिक बरसात हुई है.

Also Read: बुंदेलखंड की महिलाएं बनी स्वावलंबन की मिसाल, ‘बलिनी’ का टर्नओवर पहुंचा 150 करोड़, PM नरेंद्र मोदी तक हैं मुरीद
अगले 72 घंटे में बदल सकता है मौसम

मौसम विभाग के मुताबिक अगले 72 घंटे में पश्चिमी और पूर्वी यूपी के कई हिस्सों में बारिश की संभावना जताई गई है. आज 29 जुलाई शनिवार को भी मध्यम से भारी बारिश होने की भविष्यवाणी की गई है. मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार को अमरोहा, औरैया, बदायूं, बागपत, बरेली, बिजनौर, बुलंदशहर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ, मुरादाबाद, मुजप्फरनगर, पीलीभीत, रामपुर, सहारनपुर, संभल, शाहजहांपुर, शामली, और आसपास के क्षेज्ञों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई गई है.

किसानों की जरूरतों का रखें पूरा ध्यान

इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश के विभिन्न जनपदों में अल्पवृष्टि के दृष्टिगत किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की और निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश के कुछ हिस्सों को छोड़कर ज्यादातर जनपदों में बीते वर्ष की तरह इस बार भी बारिश असामान्य है और इसमे निरंतरता नहीं है. ऐसे में किसानों की जरूरतों का पूरा ध्यान रखा जाए.

सरकार अन्नदाताओं के साथ

मुख्यमंत्री ने किसान हित के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को लेकर कहा कि अन्नदाता बरसात कम हो या ज्यादा किसानों चिंतित न हों, सरकार हर कदम पर उनके साथ खड़ी है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित जरते हुए कहा कि हर हाल में नहरों के टेल तक पानी पहुंचाया जाए. मुख्यमंत्री ने सिंचाई एवं विद्युत विभाग को अलर्ट मोड में रहने के लिये निर्देशित किया.

हर हाल में नहरों की टेल तक पहुंचे पानी

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी किसानों के खेत में हर हाल में पानी पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है. इसके लिए नदियों को चैनेलाइज करते हुए उनके पानी को नहरों में पहुंचाने की व्यवस्था करें. इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि पानी हर हाल में नहर के टेल तक पहुंचे. नहरों की सुरक्षा के लिए पुलिस पेट्रोलिंग करे, ये सुनिश्चित किया जाए कि बीच मे कोई नहरों को काटने न पाए.

सूखे की स्थिति में वैकल्पिक फसलों की बुवाई को दें बढ़ावा

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के अन्नदाता किसानों का हित हमारी प्राथमिकता है, ऐसे में अल्प वृष्टि के प्रभावों का सर्वे कराकर सटीक आकलन किया जाए. उन्होंने कहा कि जलाशयों में जमी सिल्ट की सफाई कराई जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि अल्प वृष्टि में किसानों को अन्य वैकल्पिक फसलों की बुवाई के लिए प्रोत्साहित किया जाए. साथ ही इस बात को भी सुनिश्चित किया जाए कि नलकूपों और पंप कैनाल्स को पर्याप्त विद्युत आपूर्ति हो.

यूपी में अभी तक सामान्य से कम बारिश

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अल्प वृष्टि की पाक्षिक रिपोर्ट बनाक केंद्र सरकार को भेजा जाए. उन्होंने कहा कि निजी ट्यूबवेल संचालकों को रेंन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए प्रेरित करें.

अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि इस वर्ष दक्षिण पश्चिम मानसून से अब तक कुल 281.2 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है जो कि सामान्य वर्षा का 84.3 प्रतिशत है. बैठक में कृषि मंत्री की ओर से बताया गया कि प्रदेश में अब तक 86.07 प्रतिशत धान की बुवाई हुई है.

Next Article

Exit mobile version