UP Chunav 2022 : उत्तर प्रदेश के मंत्री मोहसिन रजा ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के एक बयान को देश को बांटने वाला बयान करार दिया है. दरअसल, अखिलेश यादव ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि महात्मा गांधी, सरदार पटेल, जवाहर लाल नेहरू और मोहम्मद जिन्ना एक ही संस्थान से पढ़कर बैरिस्टर बने थे. इन सबने देश की आज़ादी के लिए लड़ाई लड़ी थी. उनके इस बयान के बाद से देशभर में अखिलेश की आलोचना शुरू हो गई है.
#WATCH | Sardar Patel, Mahatma Gandhi, Jawaharlal Nehru and (Muhammad Ali) Jinnah studied in the same institute. They became barristers and fought for India's freedom… It was Iron Man Sardar Vallabhbhai Patel who imposed a ban on an ideology (RSS): SP chief Akhilesh Yadav pic.twitter.com/Pz3HkSrqn8
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 31, 2021
बता दें कि हरदोई के माधौगंज कस्बे के एलपीएस में समाजवादी विजय रथ यात्रा लेकर पहुंचे में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा जो दावा करती है कि सरदार पटेल के रास्ते पर चल रहे हैं, लेकिन आज सबसे ज्यादा किसान दुखी हैं. किसानों की आय दोगुनी नहीं हो सकी, जिस तरीके से सरकार चल रही है, सब अपमानित हो रहे हैं कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है. उन्होंने इसके आगे कहा था, ‘महात्मा गांधी, सरदार पटेल, जवाहर लाल नेहरू और मोहम्मद जिन्ना एक ही संस्थान से पढ़कर बैरिस्टर बने थे. इन सबने देश की आज़ादी के लिए लड़ाई लड़ी थी.’
विभाजनकारी जिन्ना की विचारधारा राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी,सरदार पटेल, जवाहर लाल नेहरू की विचारधारा है कह कर अखिलेश जी ने देश के महापुरुषों का अपमान किया है 1/2
— Mohsin Raza (@Mohsinrazabjpup) October 31, 2021
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद से तो उन पर चौतरफा जुबानी हमला कर दिया गया है. भाजपा नेताओं की ओर से एक से बढ़कर एक बयान दिए जा रहे हैं. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के मॉइनॉरिटी वेलफेयर, मुस्लिम वक्फ, मुस्लिम वेलफेयर मंत्री मोहसिन रजा ने कहा, ‘विभाजनकारी जिन्ना की विचारधारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी, सरदार पटेल, जवाहर लाल नेहरू की विचारधारा है कहकर अखिलेश जी ने देश के महापुरुषों का अपमान किया है. तथा समय रहते देश को यह समझ लेना चाहिये कि “जिन्ना वाली आज़ादी” की मांग करने वाले हमारे देश मे कौन- कौन जिन्नावादी हैं जिन्हें जिन्ना के रिश्तेदारों से वोटों की आस है.’