लखनऊ: यूपी विधान परिषद (UP MLC Chunav) की 13 सीटों के लिए सोमवार से नामांकन शुरू हो गए. 21 मार्च को इन सीटों के लिए मतदान होना है. इन सीटों के सदस्यों का कार्यकाल 5 मई को खत्म हो रहा है. विधायकों की संख्या के अनुसार बीजेपी 10 सीटें और समाजवादी पार्टी 3 सीटें जीत सकती है. यदि किसी पार्टी में सेंधमारी नहीं हुई तो सभी सदस्य निर्विरोध निर्वाचित हो जाएंगे. यदि राज्यसभा जैसी स्थिति बनी तो फिर चुनाव हो सकते हैं.
बीजेपी-समाजवादी पार्टी में फिर सीधी लड़ाई
यूपी में लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर बीजेपी व समाजवादी पार्टी में जोर आजमाइश होगी. एमएलसी की रिक्त हो रही 13 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में दोनों पार्टियां फिर एक-दूसरे के सामने होंगी. यूपी विधानसभा में कुल 403 सीटें हैं. लेकिन सदस्य कुल 399 हैं. एमएलसी की एक सीट के लिए 29 वोट की जरूरत पड़ती है. यूपी में बीजेपी गठबंधन के बाद 288 विधायक हैं. इनमें बीजेपी के 252, अपना दल एस के 13, रालोद के 9, निषाद पार्टी के 6, सुभासपा के 6, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के दो विधायक हैं. समाजवादी पार्टी के पास 108 विधायक और कांग्रेस के 2 विधायक हैं. सीटों की संख्या के अनुसार बीजेपी 10 और सपा 3 सीटें जीतने की स्थिति में है.
ये है चुनाव कार्यक्रम
4 मार्च से 11 मार्च तक नामांकन भरे जाएंगे
12 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच, 14 मार्च तक नाम वापसी
21 मार्च को एमएलसी पद के लिए मतदान होगा
21 मार्च को शाम 5 बजे मतगणना और परिणाम की घोषणा होगी