Lucknow: यूपी की राजधानी लखनऊ में बालासोर जैसा बड़ा रेल हादसा होते-होते रह गया. यहां निगोहां रेलवे स्टेशन के पास नीलांचल एक्सप्रेस टेढ़ी पटरियों से होकर गुजर गई. गनीमत रही की लोको पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा होने से टल गया. लोको पायलट ने झटका महसूस होते ही ट्रेन को रोक दिया. वहीं इसकी सूचना स्टेशन मास्टर को दी. इसके बाद आनन फानन में तकनीक टीम के साथ पहुंचे अफसरों ने पटरी को दुरुस्त किया. डीआरएम ने पूरे मामले में जांच की आदेश दिए हैं.
लखनऊ के निगोहां रेलवे स्टेशन से शनिवार को पूरी से नई दिल्ली जा रही नीलांचल एक्सप्रेस जब गुजरी तो लोको पायलट को झटका महसूस हुआ. बताया जा रहा है कि लोको पायलट ने तुरंत ट्रेन को रोक दिया और स्टेशन मास्टर को मामले की जानकारी दी. ट्रेन करीब आधे घंटे निगोहां स्टेशन पर खड़ी रही. इस दौरान ट्रेन के टीटीई भी नीचे उतर आए.
मामले की जानकारी के मिलते ही रेल अफसरों के बीच हड़कंप मच गया. आनन फानन में अफसरों की टीम मौके पर पहुंची. इसके बाद तकनीकी टीम के साथ रायबरेली के एईएन प्रवीण सिंह ने जांच पड़ताल की. शुरुआती जांच में सामने आया कि करीब 5 से 7 मीटर लूप लाइन की पटरी टेढ़ी है. प्रारंभिक जानकारी में गर्मी की वजह से ट्रेन की पटरी टेढ़ी होने की बात कही जा रही है.
इसके बाद रेलवे की इंजीनियरिंग शाखा की टीम ने मरम्मत का काम शुरू किया. देर शाम तक पटरी की मरम्मत का काम चलता रहा. इस दौरान ट्रेनों का संचालन ऑनलाइन से होता रहा. निगोहां रेलवे स्टेशन मास्टर विवेक पटेल ने बताया कि नीलांचल एक्सप्रेस शनिवार को निर्धारित समय से देरी से आई थी. इस दौरान मेन लाइन पर मालगाड़ी खड़ी थी, जिसकी वजह से नीलांचल एक्सप्रेस को लूप लाइन से गुजारा गया. तभी लोको पायलट ने पटरी में गड़बड़ी की जानकारी दी.
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के डीआरएम सुरेश कुमार ने कहा कि यह गंभीर विषय है. गर्मी या किसी अन्य वजह से पटरी टेढ़ी है, इसकी जांच कराई जा रही है. रिपोर्ट आने पर सही जानकारी मिलेगी. इसके आधार पर कदम उठाया जाएगा.