UP News: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने एक बार फिर यूपी सरकार के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पर निशाना साधा है. सोमवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि जो स्टूल किट नेता हैं, बहुत किट-किट कर रहे हैं. मुझे उनका ऑफर खत्म करना पड़ेगा. सुनने में आ रहा है कि जो स्टूल किट मंत्री हैं, ये उधार पर बैठे हुए हैं. उन्हें हुकुम मिलता है तो कभी इधर कभी उधर चले जाते हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि कम से कम इन्हें जातीय जनगणना की बात करनी चाहिए. जो आरक्षण खत्म हो रहा है उस पर बात करनी चाहिए.
अखिलेश और केशव मौर्य की जारी है जुबानी जंग
अखिलेश यादव और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Mauraya) एक्स पर एक दूसरे के खिलाफ बयान जारी करते रहते हैं. इन दिनों केशव मौर्य अखिलेश यादव पर लगातार हमलावर हैं. अयोध्या के सामूहिक दुष्कर्म को लेकर भी उन्होंने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव को निशाने पर रखा है. उन्होंने रविवार को एक्स पर लिखा था कि कांग्रेस के मोहरा अखिलेश यादव निषाद समाज की पीड़ित बेटी के मामले में पीडीए भूलकर डीएनए और न्यायालय की बात कर गुमराह न करें. आपको वोट बैंक के नाराज़ होने की चिंता है, प्रदेशवासियों को दोषी को दंड पीड़ित को न्याय दिलाने की अपेक्षा है. सरकार अपनी ज़िम्मेदारी निभाएगी. इसके जवाब में अखिलेश यादव ने केशव प्रसाद मौर्य को स्टूल किट मंत्री कहकर हमला बोला है.
महिला संबंधी अपराधों पर साधा निशाना
सपा (Samajwadi Party) अध्यक्ष ने मीडिया से बातचीत में यूपी में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध पर भी निशाना साधा. उन्होंने सहारनपुर, पीलीभीत और अयोध्या की घटना को लेकर यूपी सरकार पर हमला किया. वहीं कन्नौज में दलित समाज की बेटी का पोस्टमार्टम कराने की मांग की. अखिलेश यादव ने कहा कि दलित बेटी के घटना हुई. पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर झूठी कहानी बनाई और उसका पोस्टमार्टम नहीं हुआ. जिस बेटी को पेड़ पर लटकाया गया था, उसका पोस्टमार्टम कराया जाए.
बीजेपी का लक्ष्य समाजवादियों को बदनाम करना
चुनाव से पहले बीजेपी षडयंत्र करना चाहती है. उनका लक्ष्य पहले दिन रहा है कि समाजवादियों को कैसे बदनाम किया जाए. मुसलमानों को लेकर उनकी सोच अलोकतांत्रिक है. कोई योगी लोकतंत्र व संविधान पर भरोसा नहीं करता वो योगी नहीं हो सकता है. अखिलेश यादव ने हाथरस भगदड़ कांड की व्यवस्था पर सवाल उठाया. साथ ही गोमती नगर में बारिश के दौरान महिला से छेड़छाड़ के मामले में हुई कार्रवाई पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि जब पुलिस ने पूरी सूची दी थी, तो मुख्यमंत्री ने केवल यादव और मुस्लिम का नाम क्यों पढ़ा? पुलिस भी जानती है कि जिस यादव का नाम लिया है वो सीसीटीवी फुटेज में नहीं है. वो चाय पीने गया था और पुलिस को यादव मिल गया, इसलिए जेल भेज दिया. ऐसे लोग जो कानून का उल्लंघन कर रहे हैं और भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता बनकर कार्य कर रहे हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी.