लखनऊ. भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रत पाठक द्वारा कन्नौज में पुलिस चौकी में घुसकर पुलिसवालों की पिटाई के मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस घटना का विरोध करने तथा भाजपा सांसद पर कार्रवाई की मांग कर रहे रिटायर्ड आइपीएस और आजाद अधिकार सेना के संस्थापक अमिताभ ठाकुर को डीजीपी से मिलने से रोक दिया गया है. अमिताभ ठाकुर पुलिस मुख्यालय पहुंचकर डीजीपी से मिलने आ रहे हैं, इस सूचना पर पुलिस ठाकुर के आवास पर पहुंच गई. पूर्व पुलिस अधिकारी को घर से बाहर नहीं जाने दिया. पुलिस महानिदेशक से मुलाकात की अनुमति नहीं मिलने पर अमिताभ ठाकुर ने अपने घर पर ही सांकेतिक धरना दिया.
घर पर किए गए सांकेतिक विरोध के दौरान अमिताभ ठाकुर ने अपना वीडियो वक्तव्य जारी किया है. इसमें मुंह पर काली पट्टी और हाथों को रस्सी से बांधकर अपनी बात कहते नजर आ रहे हैं. आजाद अधिकार सेना के संस्थापक अमिताभ ठाकुर का कहना है कि ” कन्नौज से सांसद सुब्रत पाठक ने पुलिस वालों की पिटाई कर यह संकेत देने का प्रयास किया था कि पुलिस की स्थिति कैसी हो गई है. राजनेता अब पुलिस को अपने यंत्र के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं. मुझे इस बात का कष्ट है कि डीजीपी से मिलने के लिए मुख्यालय जाने की अनुमतति नहीं दी गई.” उन्होंने कहा ” घर के बाहर बल लगा दिया गया. कोई विकल्प न होने के सांकेतिक रूप से विरोध कर रहा हूं. डीजीपी से समय देने की मांग करता हूं.
कन्नौज से बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक द्वारा पुलिस चौकी में घुसकर पुलिस की पिटाई मामले में दो माह से कोई कार्रवाई नहीं हुई है. अमिताभ ठाकुर का इसी मामले में डीजीपी आफिस पहुंचकर अकेले हाथ, मुंह, पांव बांधकर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन करना चाहते थे. उनके इस निर्णय की जानकारी होते ही लखनऊ पुलिस ने उनके आवास को घेर कर नजरबंद कर दिया.
कन्नौज के @BJP4UP @BJP4India एमपी सुव्रत पाठक द्वारा पुलिस चौकी में घुसकर पुलिसवालों की पिटाई के मामले में @Uppolice द्वारा @dgpup ऑफिस नहीं जाने देने पर @Amitabhthakur द्वारा घर पर किए गए सांकेतिक विरोध में दिया गया वक्तव्य #AAS#azadadhikarsena pic.twitter.com/Vmc1yPsMB0
— Amitabh Thakur (Azad Adhikar Sena) (@Amitabhthakur) July 27, 2023