लखनऊ: पूर्व आईपीएस प्रेम प्रकाश (UP News) ने मंगलवार को बीजेपी ज्वाइन कर ली. लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी की मौजूदगी में प्रेम प्रकाश को बीजेपी में शामिल कराया. इससे पहले पूर्व डीजीपी ब्रजलाल, पूर्व डीजीपी विजय कुमार, पूर्व आईपीएस असीम अरुण, ईडी के संयुक्त निदेशक रहे राजेश्वर सिंह भी बीजेपी का दामन थाम चुके हैं. पूर्व आईपीएस ब्रजलाल इस समय राज्य सभा सांसद हैं. राजेश्वर सिंह लखनऊ की सरोजनी नगर विधान सभा से विधायक हैं. वहीं पूर्व आईपीएस असीम अरुण समाज कल्याण मंत्री हैं.
सपा-बसपा की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
पूर्व आईपीएस प्रेम प्रकाश ने बीजेपी में शामिल होने के बाद मीडिया से बातचीत में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए्. उन्होंने बसपा को लेकर कहा कि मायावती से सीधे किसी विषय में अधिकारियों बात नहीं हो पाती थी. उस समय ब्यूरोक्रेटिक राज्य था. एक अधिकारी को कैबिनेट सेक्रेटरी बनाया गया था. इससे दिक्कतें होती थीं. वहीं समाजवादी पार्टी को लेकर उन्होंने कहा कि किसी से छिपा नहीं है कि बहुजन समाज के अधिकारी सबसे ज्यादा पीड़ित सपा सरकार में हुए. जैसे ही बसपा सरकार बदली प्रोन्नति में आरक्षण पाए अधिकारियों को रिवर्ट किया गया. इससे हजारों अधिकारी प्रभावित हुए थे. स्टूडेंट का वजीफा बंद किया गया. छात्रावास का ग्रांट बंद किया गया. सपा के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी होजाती थी, तो डीएम व एसपी को बाध्य किया जाता था, जहां से पकड़ा है वहीं छोड़ना होगा.
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