लखनऊ: यूपी (UP News) की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) और सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी हटाए जाएंगे. ये सुरक्षाकर्मी फायरिंग, फिटनेस सहित कई अन्य टेस्ट में फेल हो गए थे. नए सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के लिए सुरक्षा शाखा टेस्ट ले चुका है. अब उनका सर्विस रिकॉर्ड मांगा गया है. सर्विस रिकॉर्ड की जांच के बाद प्रशिक्षण होगा और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती का कार्य शुरू होगा.
नए सुरक्षाकर्मियों का चयन पूरा
सुरक्षा शाखा ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री सहित वीवीआईपी सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों को फिटनेस व फायरिंग टेस्ट के लिए बुलाया था. इसमें से अधिकतर फायरिंग व फिटनेस टेस्ट में फेल हो गए थे. इन्हें दोबारा टेस्ट के लिए बुलाया गया तो कोई पहुंचा नहीं. इसके बाद सुरक्षा शाखा ने प्रदेश भर से पुलिसकर्मियों के चयन की प्रक्रिया शुरू की. इसमें जिला पुलिस, एसडीआरएफ, पीएसी आदि से 102 पुलिसकर्मी चयनित हुए थे. अब पुराने सुरक्षाकर्मियों को हटाकर नए की तैनाती की जाएगी.
वीवीआईपी सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी को अतिरिक्त भत्ता
यूपी में वीवीआईपी सुरक्षा में तैनाती पर सुरक्षाकर्मियों को 25 हजार रुपये प्रतिमाह अतिरिक्त भत्ता दिया जाता है. साथ ही अन्य सुविधाएं भी रहती हैं. इसलिए वीवीआईपी सुरक्षा से कोई हटना नहीं चाहता है. फायरिंग व फिटनेस में फेल होने के बाद अब सुरक्षाकर्मियों को हटना पड़ेगा. क्योंकि वीवीआईपी की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जा सकता है. बीते दिनों सीएम योगी की सुरक्षा में लगा एक कमांडो पीलीभीत में जनसभा के दौरान बेहोश हो गया था. इसके बाद से सुरक्षाकर्मियों की फिटनेस को लेकर सुरक्षा शाखा चिंतित थी.