लखनऊ : इटावा जिले के थाना जसवंतनगर के गांव बहादुरपुर में रविवार की शाम को दो सगी बहनों की हत्या कर दी गई. दस साल से कम उम्र की इन बच्चियों का गला काटकर कत्ल किया गया था.उनके शव खून से लथपथ अवस्था में घर के अंदर ही पड़े हुए थे. हत्या किसने और क्यों की पुलिस इसकी जांच कर रही है. वारदात में किसी करीबी का ही हाथ होने की आशंका है. एडीजी कानपुर ने घटना स्थल पर पहुंचकर मौका मुआयना किया है. बताया जा रहा है कि जब इस वारदात को अंजाम दिया जा रहा था परिवार के लोग खेतों पर काम करने गए हुए थे. दोनों बच्चियां घर में अकेली थीं. मीडिया रिपोर्ट्स और स्थानीय लोगों के अनुसार पूरी वारदात को 10 मिनट के अंदर अंजाम दिया गया. बहादुरपुर गांव निवासी जयवीर की तीन बेटियां और चार बेटे हैं. पुलिस थाने के एक पदाधिकारी ने बताया कि रविवार की शाम को जयवीर उनकी पत्नी सुशीला आदि खेत पर काम करने के लिए गए हुए थे. घर में उनकी 18 साल की बेटी अंजलि , 7 साल की सुरभि और 5 साल की रोशनी थी. शाम को अंजलि अपन दोनों छोटी बहनों को घर पर छोड़कर चार लेने के लिए चली गई . करीब 10 मिनट बाद वह चारा लेकर लौटी तो उसे दोनों छोटी बहने नहीं दिखाई दीं.
सुरभि और रोशनी को नाम के साथ पुकार लगाई. आवाज देते हुए वह उनको खोजने लगी तो घर के अंदर ही रोशनी और सुरभि के शव खून से लथपथ अवस्था में पड़े हुए थे. आसपास खून ही खून बिखरा था. किसी ने बड़ी ही बेरहमी से उनकी गर्दन काटी थी. घटना को लेकर तरह-तरह की बातें और कयास चल रहे हैं. पुलिस सभी नजरिए से जांच कर रही है . दो बेटियों की हत्या के बाद उनकी मां सुशीला ने बताया कि परिवार की किसी से किसी भी तरह की रंजिश नहीं है. लोगों का शोर सुनकर वह खेत से आ गए थे. इसके बाद ही पुलिस को सूचना दी गई.
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मैं रोजाना की तरह खेत पर काम करने गया था. मेरा 18 साल का बड़ा बेटा अनुज 14 साल के बेटे सनोज के साथ खेत पर बकरी चरा रहा था. 12 साल का नंदकिशोर और 7 साल का बेटा कन्हैया गांव में ही खेल रहे थे. चीख पुकार मचने के बाद वह घर पहुंचे और घटना की सूचना पुलिस को दी.
जयवीर , पिता