Loading election data...

UP News: डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में फेशियल बायोमीट्रिक्स से लगेगी लाइव अटेंडेंस

UP News डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में तकनीकी रूप से एडवांस बनाया जाएगा. इसके लिए यूपीडेस्को को जिम्मेदारी दी गई है.

By Amit Yadav | June 14, 2024 3:57 PM

लखनऊ: यूपी की डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) में फेशियल बायोमीट्रिक्स से लाइव अटेंडेंस लगेगी. विश्वविद्यालय (UP News) में बड़े टेक्नोलॉजिकल अपडेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसमें छात्र-छात्राओं की लाइव अटेंडेंस उनके फेशियल बायोमीट्रिक्स से लगेगी. रेगुलर सेमेस्टर परीक्षाओं को पूरी पारदर्शिता व शुचिता के साथ पूरा कराने के लिए लाइव सीसीटीवी कवरेज के लिए काम शुरू हो गया है. उत्तर प्रदेश डेवलपमेंट सिस्टम्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीडेस्को) को यह कार्यभार सौंपा गया है.

यूपीडेस्को से इम्पैनल्ड कंपनियां करेंगी काम
UP News डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) के अपडेशन के लिए यूपीडेस्को में पहले से इम्पैनल्ड कंपनियों को सर्विस व सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट प्रोवाइडर बनने का मौका मिलेगा. कार्य आवंटन के बाद 60 दिन के भीतर सीसीटीवी इंस्टॉलेशन, सीसीटीवी मॉनिटरिंग कमांड सेंटर की स्थापना और स्टूडेंट्स-स्टाफ के बायोमीट्रिक्स का संकलन कर मास्टर डाटाबेस तैयार करना होगा. इसके बाद उन्हें सॉफ्टवेयर के माध्यम से एक्सेस योग्य बनाना होगा.

छात्र-छात्राओं पर रहेगी नजर
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में होने वाले टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट ये मॉनिटरिंग हो सकेगी कि संबंधित छात्र-छात्राएं क्लासेस सही से अटैंड कर रहे हैं या नहीं. डाटाबेस में उनके आधार कार्ड नंबर, चेहरा, आंखों की पुतली, हाथ के इंप्रेशंस व कई अन्य अहम जानकारियों को भी संकलित किया जाएगा. जिससे किसी अप्रिय स्थिति में तत्काल ही संबंधित स्टूडेंट या स्टाफ को चिह्नित किया जा सकेगा.

सीसीटीवी की निगरानी में हो सकेंगी परीक्षाएं
यूनिवर्सिटी में मास्टर डाटाबेस क्लासेस की सीसीटीवी से लाइव मॉनिटरिंग हो सकेगी. एक विशिष्ट सीसीटीवी कमांड सेंटर की स्थापना की जाएगी. इस सिस्टम को यूनिवर्सिटी की जरूरतों के हिसाब से अपडेट करना और यूनिवर्सिटी के स्टाफ को संचालन, निगरानी और पर्यवेक्षण प्रक्रिया में दक्ष भी बनाया जाएगा. यूनिवर्सिटी के चिह्नित कर्मचारियों को प्रशिक्षण दियाण् जाएगा. इसके अलावा यूनिवर्सिटी की वेबसाइट व अन्य सॉफ्टवेयर्स के एनुअल मेंटिनेंस जैसी प्रक्रियाओं को भी पूर्ण किया जाएगा.

Next Article

Exit mobile version