लखनऊ: यूपी में लखीमपुर खीरी जिला प्रशासन ने 1929 में स्थापित और सरकार द्वारा सहायता प्राप्त इस्लामिया इंटर कॉलेज को शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश मानने के लिए नोटिस भेजा है. सोमवार को लखीमपुर शहर के इस संस्थान को भी निर्देश दिया गया है कि साप्ताहिक अवकाश को तत्काल रविवार कर दिया जाए. यदि इस आदेश का पालन नहीं किया गया तो प्रिंसिपल और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी जाएगी. इस्लामिया इंटर कॉलेज में वर्षों से साप्ताहिक अवकाश रविवार की बजाय शुक्रवार को होता आ रहा है.
प्रशासन ने यह यह कदम कुछ ‘दक्षिणपंथी’ कार्यकर्ताओं द्वारा मामला उठाए जाने के बाद उठाया है. शिक्षा विभाग के दिशा-निर्देशों के अनुसार, सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों को रविवार को छुट्टी के रूप में मनाना आवश्यक है. यह घटना तब सामने आई जब कुछ ‘दक्षिणपंथी’ कार्यकर्ताओं ने रविवार को छात्रों को स्कूल पहुंचते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. एक वरिष्ठ राजनेता द्वारा इस प्रथा की आलोचना करने के बाद, सरकार ने मामले का संज्ञान लिया और सोमवार को जिला प्रशासन से मामले की जांच करने को कहा.
इस बीच, मंगलवार को डीआईओएस (जिला विद्यालय निरीक्षक) महेंद्र प्रताप सिंह द्वारा स्कूल को एक और नोटिस जारी किया गया. डीआईओएस सिंह ने बताया कि लखीमपुर शहर में इस्लामिया इंटर कॉलेज 1929 में स्थापित होने पर एक मदरसा हुआ करता था. आजादी के बाद, इसे यूपी बोर्ड ऑफ हाई स्कूल और इंटरमीडिएट एजुकेशन से संबद्धता मिली. चूंकि इसे सरकार से सहायता मिलती है, इसलिए इसे बोर्ड के दिशानिर्देशों का पालन करना पड़ता है. मैंने जनवरी में कार्यभार संभाला था और मुझे नहीं पता था कि स्कूल शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश रखता है. हमने स्कूल के प्रिंसिपल को एक नोटिस जारी किया है और उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है कि वह तुरंत आवश्यक बदलाव करेंगे.
“हम अपने स्कूल की स्थापना के बाद से शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश के रूप में मना रहे हैं. हमने अब साप्ताहिक अवकाश को रविवार में बदलने का फैसला किया है.”
प्रिंसिपल मोहम्मद नियाज़ खान