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UP News: लखनऊ यूनिवर्सिटी में पीएचडी की प्रवेश प्रक्रिया पर सीनियर डीन ने लगाये गंभीर आरोप

UP News: लखनऊ यूनिवर्सिटी (एलयू) में पीएचडी में हुए प्रवेश के मामले में गड़बड़ी का आरोप लगा है. किसी बाहरी ने नहीं बल्कि एलयू के सीनियर डीन की ओर से इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई गई है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 17, 2021 3:52 PM

UP News: लखनऊ विश्वविद्यालय (एलयू) में पीएचडी में हुए प्रवेश के मामले में गड़बड़ी का आरोप लगा है. किसी बाहरी ने नहीं, बल्कि एलयू के सीनियर डीन की ओर से इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई गई है. इसके बाद एलयू ने इस मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी का गठन कर दिया है.

यह है आरोप

एलयू के सीनियर डीन की ओर से जताई गई आपत्ति में कहा गया है कि कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट की मेरिट से छेड़छाड़ की गई है. इंटरव्यू में जो मार्क्स अभ्यर्थियों को दिए गए हैं, उन्हें एडमिशन कोऑर्डिनेटर स्तर से पूरी तरह बदल दिया गया है. इसका खुलासा कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट के एचओडी और मौजूदा डीन सांइस फैकल्टी प्रो. बृजेंद्र सिंह के पत्र से हुआ है. इस पूरे प्रकरण में एलयू के रजिस्ट्रार डॉ. विनोद कुमार सिंह ने कहा है कि वाइस चांसलर पर मामले की जांच के लिये एक कमेटी का गठन कर दिया गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले में कोई कार्रवाई की जाएगी.

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क्या है पूरा मामला

दरअसल, कंप्यूटर साइंस डिपार्टमेंट में सेशन 2019-20 में पीएचडी की छह सीटों के लिए आवेदन मांगे गए थे. तत्कालीन एचओडी प्रो. बृजेंद्र सिंह ने चार सीटों पर एडमिशन लिए जाने की बात कही थी. इसके बाद भी यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से छह सीटों के लिए आवेदन मांगे गए. यूनिवर्सिटी प्रशासन के आदेश पर पांच सदस्य समिति ने आवेदकों के इंटरव्यू लिए और मार्क्स विभाग की ओर से एडमिशन कमेटी को भेजकर प्रक्रिया को पूरा करने के लिए भेजा गया.

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इसके बाद एचओडी की तरफ से बीते जून में एलयू प्रशासन को एक लेटर भेजा गया. इस कारण प्रवेश प्रक्रिया का जिम्मा संभाल रहे एडमिशन कोऑर्डिनेटर और उनकी टीम पर गंभीर सवाल खड़े हो गये हैं. अब इन आवेदकों का कोर्स और आगे की प्रक्रिया अधर में फंसकर रह गई है.

Posted By: Achyut Kumar

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