UP News: छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, असम की एसएससी परीक्षा में सेंध, फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गिरफ्तार

UP News यूपी एसटीएफ ने पेपर लीक प्रकरण की जांच के दौरान फर्जी दस्तावेजों के सहारे दूसरे राज्यों की नौकरी में आवेदन कराने वाले गैंग के तीन सदस्यों को पकड़ा है. ये गैंग दूसरे राज्यों के आधार कार्ड, मार्क शीट, मूल निवास प्रमाण पत्र, वोटर कार्ड फर्जी तरीके से बनाता था.

By Amit Yadav | March 5, 2024 10:01 AM

लखनऊ: यूपी (UP News) एसटीएफ (UP STF) ने छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, असम में होने वाली एसएससी (जीडी) भर्ती में यूपी के अभ्यर्थियों को फायदा पहुंचाने के लिए फर्जी प्रमाण प्रत्र बनाने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. ये गिरोह तीनों राज्यों के फर्जी आधार कार्ड, मूल निवास प्रमाण पत्र, मार्कशीट व वोटर आईडी बनाते थे. इस फर्जी दस्तावेजों को बनाने के लिए वह प्रति अभ्यर्थी 5 लाख रुपये लेते थे. यूपी पेपर लीक प्रकरण की जांच के दौरान इस गिरोह को यूपी एसटीएफ ने पकड़ा है.

बुलंदशहर से तीन युवक गिरफ्तार
एसटीएफ के अधिकारियों के अनुसार एक इंस्पेक्टर सुनील कुमार के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल रकम सिंह, प्रदीप धनखड़, आकाशदीप, विनय कुमार, भूपेंद्र सिंह की टीम बुलंदशहर में सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में जांच पड़ताल कर रही थी. इसी दौरान फर्जी दस्तावेज बनाने वाले इस गिरोह की जानकारी उनको हुई. एसटीएफ को पता चला कि सफेद रंग की स्विफ्ट कार नंबर डीएल 12 सीएन 0670 से फर्जी दस्तावेज बनाने वाले कुछ लोग बुलंदशहर आने वाले हैं. एसटीएफ ने सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस की मदद से गुलावठी के पास कार को रोक लिया. तलाशी में कार से कई दस्तावेज मिले. इसके बाद उसमें बैठे तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

फर्जी दस्तावेजों के सहारे परीक्षा दिलाते थे
पकड़े गए तरुण, रॉबिन उर्फ रवि, सचिन ने पूछताछ में बताया कि बुलंदशहर निवासी मनोज व टिंकू से ये लोग फर्जी दस्तावेज बनवाते हैं. इसका इस्तेमाल छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश व असम में होने वाली एसएससी (जीडी) परीक्षा में करते हैं. इस दस्तावेजों को बनाने के लिए वह एक अभ्यर्थी से 5 लाख रुपये लेते हैं. इसमें से दो लाख रुपये मनोज व टिंकू को दिए जाते हैं. छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश व असम में होने वाली एसएससी (जीडी) परीक्षा में यूपी की तुलना में कम अंकों पर मेरिट बनती है. जिससे फर्जी दस्तावेजों के आधार पर इन अभ्यर्थियों को फायदा मिलता है. पकड़े तीनों आरोपी बुलंदशहर के रहने वाले हैं.

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