UP News: सीएम आवास के पास आत्मदाह का प्रयास करने वाली महिला अंजलि जाटव की केजीएमयू में इलाज के दौरान मौत हो गई. 40 वर्षीय उन्नाव निवासी महिला अंजलि जाटव को 6 अगस्त 2024 को केजीएमयू में भर्ती कराया गया था. जहां उसका प्लास्टिक सर्जरी विभाग में इलाज चल रहा था. डॉक्टरों के अनुसार अंजलि को 3rd डिग्री की बर्न इंजरी थी. वो 85 प्रतिशत तक जल चुकी थी. जब उसे भर्ती किया गया, तब उसकी हालत बहुत गंभीर थी. मौत का कारण सेप्टिक शॉक (Septic Shock) और मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन सिंड्रोम बताया जा रहा है. केजीएमयू के प्रवक्ता के अनुसार अंजलि की रविवार दोपहर 1 बजकर 10 मिनट पर मौत हो गई.
दो साल का बच्चा भी है
अंजलि जाटव ने जिस समय आत्मदाह किया था, तब उसके साथ उसका दो साल का बच्चा भी था. उसने जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट के पास उसे सड़क के किनारे बैठा दिया था और खुद अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्मदाह का प्रयास किया था. हाई सिक्योरिटी एरिया होने के कारण वहां बड़ी संख्या में पुलिसककर्मी भी मौजूद थे. आनन-फानन में उसकी आग को बुझाकर हजरतगंज स्थित सिविल अस्पताल ले जाया गया. जहां से उसे केजीएमयू रेफर किया गया था. अंजलि का बच्चा कहां है इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं है.
वकील के उकसाने पर किया था आत्मदाह का प्रयास
पुलिस के अनुसार अंजलि जाटव ने वकील सुनील कुमार के कहने पर खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाई थी. वकील भी उन्नाव के पुरवा का रहने वाला है. पुलिस क़ो महिला के मोबाइल से वकील से बातचीत की वॉयस रिकॉर्डिंग मिली है. वकील और महिला के बीच 57 बार फोन पर बातचीत भी हुई थी. फोन में 2 से 6 अगस्त की सुबह तक की चार वॉयस रिकार्डिंग मिली हैं. जिसमें वकील उससे कह रहा था कि ‘तुम बस वो काम करो, बवाल हो जाएगा. सीओ-एसओ सब औकात में आ जाएंगे. वकील महिला से ये भी कह रहा है कि पुलिस पर जाति सूचक गालियां देने का आरोप भी लगाना. इससे एससी-एसटी वाला पैसा भी मिलेगा.
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