मथुरा में एक घर में विस्फोट : एक व्यक्ति की मौत, करीब आधा दर्जन घायल
मथुरा : उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के सुरीर कस्बे के एक मकान में दिवाली के पटाखे बनाने के लिए अवैध रूप से एकत्र की गयी विस्फोटक सामग्री में आग लगने से विस्फोट हो गया, जिससे मकान ढह गया. हादसे में मकान मालिकन सहित परिवार व पड़ोस के आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गये, जबकि मकान मालकिन के बेटे की अस्पताल ले जाते वक्त मौत हो गयी. मृतक की पत्नी की हालत भी गंभीर है और उसे आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है.
मथुरा : उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के सुरीर कस्बे के एक मकान में दिवाली के पटाखे बनाने के लिए अवैध रूप से एकत्र की गयी विस्फोटक सामग्री में आग लगने से विस्फोट हो गया, जिससे मकान ढह गया. हादसे में मकान मालिकन सहित परिवार व पड़ोस के आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गये, जबकि मकान मालकिन के बेटे की अस्पताल ले जाते वक्त मौत हो गयी. मृतक की पत्नी की हालत भी गंभीर है और उसे आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर ने बताया, “प्रथमदृष्टया जांच के उपरांत पता चला है कि यमुनापार सुरीर कोतवाली क्षेत्र में शुक्रवार की रात एक मकान तेज धमाका होने के बाद ढह गया. धमाका इतना भयंकर था कि मकान की ऊपरी मंजिल पर बने जिस कमरे में विस्फोटक सामग्री इकट्ठी की गयी थी, उसका नामो-निशान नहीं बचा है. मलबा दो सौ फीट के इलाके में फैल गया.”
एसपी (ग्रामीण) श्रीश चन्द्र ने बताया कि सुरीरकलां निवासी स्व. बाबूलाल के जिस मकान में यह विस्फोट हुआ उसके ऊपरी कमरे में दिवाली के पटाखे बनाने के अलीगढ़ से लाई गई विस्फोटक सामग्री (गन्धक, पोटाश इत्यादि) जमाकर रखी गयी थी. उन्होंने बताया, ‘‘वर्ष 2015 से पूर्व तक बाबूलाल के पिता के नाम से विस्फोटक सामग्री के संग्रहण एवं विक्रय का लाइसेंस उक्त परिवार के पास था. परंतु, उन्होंने लोगों ने बाबूलाल व उनके पिता की मृत्योपरांत वह लाइसेंस बाबूलाल की पत्नी इन्द्रवती के नाम करा लिया.”
उन्होंने बताया कि यह लाइसेंस उन लोगों को गांव के बाहर ही भंडारण करने तथा बेचने की शर्त पर मिला था. परंतु वर्ष 2017 से यह लाइसेंस भी वार्षिक रिन्यूअल न कराने के चलते निलंबित कर दिया गया था. उन्होंने बताया कि बाबूलाल का बेटा जोगेंद्र (25) गैरकानूनी रूप से यह कार्य कर रहा था. उन्होंने बताया कि विस्फोट से जोगेंद्र, उसकी पत्नी शिवानी (22), मां इन्द्रवती (55), 18 व 16 वर्षीय बहन सविता एवं राधा, पड़ोसी महेंद्र (48) व उनका बेटा दिपांशु (13) तथा एक अन्य पड़ोसी बाबी उर्फ सुनील घायल हुए हैं.
उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस जब घायलों को अस्पताल ले जा रही थी तभी, बुरी तरह घायल जोगेंद्र की मृत्यु हो गयी. जबकि, उसकी बहिनों व पड़ोसी पिता-पुत्र को उपचार के उपरांत आज छुट्टी दे दी गयी. पत्नी को आगरा रेफर किया गया है और बाकी का इलाज चज रहा है. एसपी (ग्रामीण) ने बताया कि एसएसपी ने इस घटना की जांच मुख्य अग्नि सुरक्षा अधिकारी प्रमोद शर्मा को सौंपी है जो तीन दिन में जांच समाप्त कर अपनी रिपोर्ट दे देंगे. उन्होंने बताया कि मामले में मकान मालकिन इन्द्रवती के खिलाफ विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 4/5 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.