सुदीक्षा के परिजन को 20 लाख की सहायता, याद में बनेगा प्रेरणा स्थल और पुस्तकालय
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिवंगत मेधावी छात्रा सुदीक्षा भाटी के परिजन से रविवार को मुलाकात की और उन्हें 15 लाख रुपये की सहायता और उनकी बेटी की स्मृति में एक पुस्तकालय और प्रेरणा स्थल बनवाने का ऐलान किया. राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि नोएडा से सांसद सुरेंद्र नागर और दादरी से विधायक तेजपाल नागर के साथ मुख्यमंत्री आवास पहुंचे सुदीक्षा के माता-पिता और मामा ने योगी से मुलाकात की.
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिवंगत मेधावी छात्रा सुदीक्षा भाटी के परिजन से रविवार को मुलाकात की और उन्हें 15 लाख रुपये की सहायता और उनकी बेटी की स्मृति में एक पुस्तकालय और प्रेरणा स्थल बनवाने का ऐलान किया. राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि नोएडा से सांसद सुरेंद्र नागर और दादरी से विधायक तेजपाल नागर के साथ मुख्यमंत्री आवास पहुंचे सुदीक्षा के माता-पिता और मामा ने योगी से मुलाकात की.
सुरेंद्र नागर ने बताया कि सुदीक्षा का परिवार और वह मुख्यमंत्री से मिले परिवार ने मांग की कि सुदीक्षा शिक्षा से जुड़ी थीं लिहाजा उनकी याद में दादरी में एक प्रेरणा स्थल और पुस्तकालय का निर्माण किया जाए, जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार कर लिया. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुदीक्षा के परिजनों को 15 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया. इसके अलावा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि मिलकर पांच लाख रुपये की अतिरिक्त सहायता करेंगे.
सुदीक्षा के परिजनों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद कहा कि योगी ने उनकी बातों को सहानुभूतिपूर्वक सुना और सुदीक्षा के नाम पर प्रेरणा स्थल और पुस्तकालय बनाने पर सहमति जतायी. यह उनके लिए बहुत संतोष की बात है. गौरतलब है कि गौतमबुद्ध नगर जिले की दादरी तहसील में रहने वाली छात्रा सुदीक्षा भाटी की गत 10 अगस्त को बुलंदशहर में अपने ननिहाल जाते वक्त रास्ते में एक कथित हादसे के दौरान मृत्यु हो गयी थी.
बेहद गरीबी के बावजूद अपनी प्रतिभा के बल पर उन्होंने करीब चार करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति हासिल करके अमेरिका के बाबसन कॉलेज में दाखिला हासिल किया था. अमेरिका से छुट्टियां मनाने अपने घर आईं सुदीक्षा लॉकडाउन के कारण घर में ही थीं. उन्हें 20 अगस्त को अमेरिका लौटना था, मगर दुर्घटना में उनकी मौत हो गयी. बेहद गरीबी में पली-बढ़ी सुदीक्षा छह भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी. परिवार का आरोप है कि मोटरसाइकिल सवार दो व्यक्ति सुदीक्षा का पीछा कर उसे परेशान कर रहे थे जिसकी वजह से यह दुर्घटना हुई. मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गयी थी.
Upload By Samir Kumar