Lucknow Nikay Chunav Results: लखनऊ को आज मिलेंगी अपनी दूसरी महिला मेयर, जानें अब तक किसके पास रही शहर की चाभी
UP Nikay Chunav Results 2023: निकाय चुनाव में लखनऊ मेयर पद के लिए भाजपा ने सुषमा खर्कवाल और सपा ने वंदना मिश्रा को मैदान में उतारा. वहीं कांग्रेस से संगीता जायसवाल, बसपा से शाहीन बानो और आम आदमी पार्टी से अंजू भट्ट मेयर की प्रत्याशी हैं. इस बार लखनऊ को दूसरी महिला मेयर मिलने जा रही हैं.
UP Nikay Chunav Results 2023: प्रदेश में निकाय चुनाव को लेकर शनिवार को प्रत्याशी नतीजों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. इनमें लखनऊ मेयर सीट सबसे अहम मानी जा रही है. लखनऊ के राजधानी होने के कारण इस हॉट सीट माना जाता है और सभी प्रमुख दल इस पर अपने उम्मीदवार उतारते रहे हैं. भाजपा के इस गढ़ में सेंध लगाने में विपक्ष अभी तक नाकाम रहा है. इस बार भाजपा मतदाताओं का भरोसा एक बार फिर जीतने में सफल रही या फिर विपक्ष कामयाब हुआ, इसका फैसला मतगणना परिणाम आने के बाद साफ हो जाएगा.
प्रमुख दलों के उम्मीदवार
निकाय चुनाव में लखनऊ मेयर पद के लिए भाजपा ने सुषमा खर्कवाल और सपा ने वंदना मिश्रा को मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस से संगीता जायसवाल, बसपा से शाहीन बानो और आम आदमी पार्टी से अंजू भट्ट मेयर की प्रत्याशी है. इस बार लखनऊ को दूसरी महिला मेयर मिलने जा रही हैं.
2017 में संयुक्ता भाटिया बनी थीं लखनऊ की पहली महिला मेयर
इससे पहले 2017 में राजधानी लखनऊ में भाजपा प्रत्याशी संयुक्ता भाटिया ने जीत दर्ज की थी. वह लखनऊ के सौ वर्ष के इतिहास में पहली महिला मेयर थीं. उनके मुकाबले में दूसरे स्थान पर समाजवादी पार्टी की मीरा वर्धन थीं. इसके बाद तीसरे स्थान पर बहुजन समाजवादी पार्टी की बुलबुल गोडियाल और चौथे स्थान पर कांग्रेस की प्रेमा अवस्थी थीं
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लखनऊ मेयर सीट पर 2017 के नतीजे
संयुक्ता भाटिया-भाजपा-377166
मीरा वर्धन-सपा-245810
प्रेमा अवस्थी-कांग्रेस-109571
बुलबुल गोडियाल-बसपा-83120
1960 में लखनऊ नगर निगम की श्रेणी में हुआ शामिल
उत्तर प्रदेश म्युनिसिपल एक्ट 1916 में बना था. तब से 2017 तक लखनऊ में कोई भी महिला मेयर नहीं बनी. वर्ष 2012 में भाजपा के दिनेश शर्मा मेयर चुने गए थे. लखनऊ के नगर निगम की बात करें तो 1960 में ये इस श्रेणी में शुमार हुआ. जनसंघ विचारधारा से जुड़े राजकुमार श्रीवास्तव लखनऊ के पहले नगर प्रमुख बने थे. 57 साल के इतिहास में अब तक 18 नगर प्रमुख और महापौर चुने जा चुके हैं. 21 नवंबर 2002 से नगर निगम में नगर प्रमुख को महापौर (मेयर) का नाम दिया गया.
लखनऊ में अब तक हुए मेयर और उनका कार्यकाल
लखनऊ नगर निगम में मेयर बात करें तो सबसे पहले राजकुमार श्रीवास्तव 1 फरवरी 1960 से 1 फरवरी 1961 तक मेयर रहे. इसके बाद गिरिराज धरणा रस्तोगी 2 फरवरी 1961 से 1 मई 1962 तक, डॉक्टर पुरुषोत्तम दास कपूर 2 मई 1962 से 1 मई 1963 तक और फिर 2 मई 1963 से 1 मई 1964 तक महापौर रहे.
इसके बाद कैप्टन वीआर इन मोहन (एमएलसी) 2 मई 1964 से 1 मई 1965 तक, ओम नारायण बंसल 2 मई 1965 से 31 जून 1965 तक, डॉक्टर मदन मोहन सिंह सिद्धू 4 जुलाई 1968 से 30 जून 1969 तक, बालकराम वैश्य 1 जुलाई से 1969 से 30 जून 1970 तक और बेनी प्रसाद हलवासिया 1 जुलाई 1970 से 30 जून 1971 तक मेयर रहे.
इसके बाद डॉ. दाऊजी गुप्त 5 जुलाई 1971 से 30 जून 1972 तक फिर 1 जुलाई 1972 से 30 जून 1973 तक, फिर 26 अगस्त 1989 से 27 मई 1992 तक लखनऊ के मेयर रहे. वहीं अखिलेश दास 13 मई 1993 से 30 नवंबर 1995 तक मेयर रहे. इसके बाद डॉ. एससी राय 1 दिसंबर 1995 से 30 नवंबर 2000 तक, फिर 1 दिसंबर 2000 से 21 नवंबर 2002 तक, फिर 21 नवंबर 2002 से 13 फरवरी 2006 तक लखनऊ के महापौर रहे.
इसके बाद दिनेश शर्मा 14 नवंबर 2006 से 23 फरवरी 2011 तक फिर 14 जुलाई 2012 से 19 मार्च 2017 तक मेयर रहे. सुरेश चंद्र अवस्थी ने कार्यवाहक के तौर पर 24 मार्च 2017 से 11 अगस्त 2017 तक काम संभाला. इसके बाद 11 अगस्त 2017 से 12 दिसंबर 2017 तक प्रशासक कार्यकाल रहा. फिर संयुक्ता भाटिया 12 दिसंबर 2017 से 19 जनवरी 23 तक लखनऊ की मेयर रहीं.