UP Nikay Chunav: बरेली में सपा ने संजीव सक्सेना को बनाया मेयर प्रत्याशी, BJP उम्मीदवार का इंतजार, जानें समीकरण

UP Nikay Chunav: सपा ने 6 मेयर प्रत्याशी घोषित किए हैं. इसमें बरेली से संजीव सक्सेना को मेयर प्रत्याशी बनाया है. संजीव सक्सेना स्टेट वेयरहाउस कॉरपोरेशन (एसडब्ल्यूसी) में मैनेजर के पद से कुछ वर्ष पूर्व रिटायर हुए थे.

By Radheshyam Kushwaha | April 15, 2023 8:04 PM
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बरेली. उत्तर प्रदेश के बरेली की नगर निगम काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है. यहां भाजपा का कब्जा रहा है. सपा ने 6 मेयर प्रत्याशी घोषित किए हैं. इसमें बरेली से संजीव सक्सेना को मेयर प्रत्याशी बनाया है. संजीव सक्सेना स्टेट वेयरहाउस कॉरपोरेशन (एसडब्ल्यूसी) में मैनेजर के पद से कुछ वर्ष पूर्व रिटायर हुए थे. उन्होंने बरेली समेत कई जिलों में एसडब्लूसी के पदों पर नौकरी की. रिटायरमेंट के बाद सियासत में कदम रखा था. उनके एक बच्चे की रिश्तेदारी फिरोजाबाद में है. वह रिश्तेदार प्रोफेसर रामगोपाल यादव के काफी नजदीक हैं.

50 हजार कायस्थ मतदाता के भरोसे जीत-हार

सपा में टिकट के लिए पूर्व मेयर डॉ. आईएस तोमर, पूर्व विधायक विजयपाल सिंह, और नगर निगम के पार्षद राजेश अग्रवाल का नाम चल रहा था. लेकिन, इसी बीच संजीव सक्सेना का टिकट फाइनल हो गया. इस नगर निगम में करीब 50 हजार कायस्थ मतदाता हैं. मगर, यह मतदाता बीजेपी का वोट ही माना जाता है. इससे पहले सपा शहर विधानसभा क्षेत्र से उत्तर प्रदेश सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉक्टर अरुण कुमार सक्सेना को चुनाव लड़ाया था. मगर, उन्हें सपा का वोट मिला था. लेकिन, कायस्थ वोट भाजपा में चला गया. इसके बाद डॉक्टर अरुण कुमार सक्सेना भाजपा में चले गए. वह शहर सीट से तीसरी बार विधायक बनने के साथ ही यूपी सरकार में मंत्री हैं.

सपा विधायक शहजिल के बयान से आए थे चर्चा में

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में सपा के दो विधायक बने थे. इनका पिछले वर्ष अप्रैल में संजीव सक्सेना के पीलीभीत बाईपास स्थित कार्यालय पर सम्मान समारोह का आयोजन हुआ था. इसमें विधायक शहजिल इस्लाम ने विवादित बयान दिया था. जिसके चलते सपा विधायक, संजीव सक्सेना समेत कई लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ था. इसके बाद ही संजीव सक्सेना चर्चा में आए थे. सपा का टिकट घोषित होने के बाद भाजपा में काफी खुशी है. सपाइयों के साथ ही भाजपाई भी सोशल मीडिया पर एडवांस में भाजपा की जीत को बधाई दे रहे हैं. यह सिलसिला सोशल मीडिया पर काफी तेजी से चल रहा है.

भाजपा में उमेश गौतम का टिकट तय, लेकिन यह दावेदार

भाजपा में मेयर का डॉ.उमेश गौतम, डॉक्टर विनोद पगरानी, पूर्व मंत्री वहोरन लाल मौर्य समेत करीब 35 दावेदार टिकट मांग रहे हैं. मगर, इसमें डॉ.उमेश गौतम का टिकट तय माना जा रहा है.

मेयर को हराया था डॉ. उमेश गौतम

निगम चुनाव चुनाव 2017 में भाजपा ने डॉ.उमेश गौतम को टिकट दिया था. उनको 1390006 वोट मिले थे, जबकि सपा प्रत्याशी डॉ.आईएस तोमर को 125249 वोट मिले थे. भाजपा प्रत्याशी ने 12757 वोटों से जीत दर्ज की थी. कांग्रेस के अजय शुक्ला को 21295,आप पार्टी के नवनीत अग्रवाल को 3869, बसपा के मोहम्मद यूसुफ 19017, और आईएमसी के मोहम्मद रजा लल्ला गद्दी को 5689 वोट मिले थे.

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2012 में डॉ.तोमर बने थे मेयर

वर्ष 2012 का निकाय चुनाव सपा सरकार में हुआ था. चुनाव में सपा प्रत्याशी डॉ.आईएस तोमर को 132211 वोट मिले थे.भाजपा के गुलशन आनंद को 81466, बसपा के मोहम्मद फरहत को 19152, कांग्रेस के अमजद सलीम को 17957 वोट मिले थे.

यह रह चुके हैं मेयर

बरेली नगर महापालिका थी. यह 1989 में नगर निगम बना. सबसे पहली बार 1989 में भाजपा के राजकुमार अग्रवाल मेयर बने.1995 में भाजपा के सुभाष पटेल, वर्ष 2000 में निर्दलीय डॉ.आईएस तोमर, 2005 में कांग्रेस की सुप्रिया ऐरन, 2012 में सपा समर्थन में डॉ. आईएस तोमर, और 2017 में भाजपा के डॉ. उमेश गौतम उम्मीदवार मेयर बने थे.

जानें बरेली नगर निगम का सियासी गणित

बरेली नगर निगम में 847763 मतदाता हैं. इसमें करीब 3.75 लाख मुस्लिम, 95 हजार एससी, 70 हजार वैश्य, 52 हजार कायस्थ, 28 हजार कुर्मी, 42 हजार मौर्य, 37 हजार ब्राह्मण, 35 हजार किसान लोध, 19 हजार यादव, और 18 हजार हजार आदि प्रमुख वोट हैं.

एक भी मेयर नहीं सपा का

सपा के पास यूपी में एक भी मेयर नहीं है.2017 के निकाय चुनाव में 16 नगर निगम में से 14 भाजपा, और 2 बसपा ने जीती थी.

रिपोर्ट मुहम्मद साजिद, बरेली

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