यूपी के अफसरों में खत्म हुई संवेदनशीलता, वाराणसी की छात्रा को थप्पड़ मारने सहित कई मामले चर्चा में

यूपी में हर तरफ अफसरों के थप्पड़ कांड की चर्चा गूंज रही है. खाकी वर्दी वाले अफसर हों या प्रशासनिक अधिकारी, जनता का आवाज उठना उनको अच्छा नहीं लग रहा है. आम जनता जैसे ही अपनी बात रखती है, अफसर का हाथ उठ जाता है. ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं.

By Amit Yadav | August 11, 2023 5:21 PM

लखनऊ: यूपी के अफसर इन दिनों ब्रिटिश काल के रुतबे में जी रहे हैं. आम जनता की सेवा की शपथ लेने वाले सरकारी अफसर उन्हीं पर हाथ उठाने लगे हैं. उनके अंदर संवेदनाएं खत्म हो गयी हैं. वह यह भी नहीं देखते की सामने बच्चा या बड़ा. यदि उनको सामने वाले की बात अच्छी नहीं लगी तो तुरंत उनका ‘हाथ’ मारपीट के लिये उठ जाता है.

वाराणसी में नायब तहसीलदार ने छात्रा को मारा थप्पड़

9 अगस्त को वाराणसी में एक महिला नायब तहसीलदार ने इंटर की छात्रा को थप्पड़ मार दिया था. इस थप्पड़ कांड का वीडियो तेजी से वायरल हुआ था. बताया जा रहा है कि विवादित जमीन पर कब्जा दिलाने के लिये नायब तहसीलदार प्राची केसरवानी कपसेठी थाना क्षेत्र के एक मोहल्ले में पहुंची थी. वहां परिवारीजनों के साथ मौजूद छात्रा ने नायब तहसीलदार से कब्जा दिलाने का कोर्ट का आदेश मांग लिया. इसको लेकर उनकी छात्रा से कहासुनी हो गयी. इसके बाद उन्होंने छात्रा को थप्पड़ जड़ दिया. छात्रा को मारते ही वहां मौजूद जनता उग्र हो गयी. इससे नायब तहसीलदार को वहां से उल्टे पैरों लौटना पड़ गया. इस मामले में डीएम ने रिपोर्ट तलब की है.

डीएसपी अनिरुद्ध सिंह ने बुजुर्ग सपा नेता को थप्पड़ मारा

इसी तरह की एक घटना 7 मई 2023 को चंदौसी में सामने आयी थी. वहां के डीएसपी के पद पर तैनात अनिरुद्ध सिंह ने निकाय चुनाव मतदान के दौरान सपा नेता और मुगलसराय के भूतपूर्व चेयरमैन राजकुमार जायसवाल के बेटे अखिलेश जायसवाल को थप्पड़ मार दिया था. सुपर कॉप कहे जाने वाले अनिरुद्ध सिंह का बुजुर्ग को थप्पड़ मारने का यह वीडियो तेजी से वायरल हुआ था. उन्हें इसके लिये काफी ट्रोल भी होना पड़ा था. इस मामले में एएसपी ने जांच के आदेश दिये थे.

बिजनौर के सीडीओ ने ग्राम विकास अधिकारी को थप्पड़ जड़ा

एक मामला बिजनौर के सीडीओ पूर्ण बोरा का अपने कुलीग को थप्पड़ मारने का सामने आया था. सोशल मीडिया के युग में यह थप्पड़ कांड भी छिपा नहीं रहा और इसका वीडियो वायरल हो गया. बताया जा रहा है कि 2018 बैच के आईएएस पूर्ण बोरा ने एक ग्राम विकास अधिकारी को किसी मामले में नाराजगी के बाद कान पकड़ने और मुर्गा बनने के लिये कहा था. जब उसने ऐसा नहीं किया तो सीडीओ ने उसे थप्पड़ मार दिया. इस दौरान वहां बीडीओ व अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे. इस मामले में कर्मचारी ने तहरीर दी थी.

हापुड़ के एक थाने में शिक्षिका को एसओ ने मारा

इसी तरह 23 जुलाई को हापुड़ के एक थाने में शिक्षिका को थप्पड़ मारने का मामला सामने आया था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मोहल्ला लुहारन निवासी शिक्षिका प्रतिभा 21 जुलाई को सड़क दुर्घटना में घायल हुए भाई की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए थाने गई थीं. रिपोर्ट दर्ज नहीं होने के कारण की जानकारी करते समय शिक्षिका मोबाइल फोन से वीडियो बनाने लगीं. बताया जा र है वीडियो बनाने से गुस्साए थानेदार ने मोबाइल छीन लिया और वहां मौजूद कर्मी ने शिक्षिका को थप्पड़ जड़ दिया. आरोप यह भी लगा था कि शिक्षिका को एक घंटे थाने में बैठाने के बाद छोड़ा गया था. इस मामले में एसएसपी ने जांच के आदेश दिये थे. लेकिन थाने के सीसीटीवी कैमरे खराब मिले थे.

राजधानी में एलडीए अधिकारी ने बुजुर्ग को पीटा

राजधानी लखनऊ में 16 मार्च 2023 को सरकार की नाक के नीचे एक बुजुर्ग को एलडीए के अधिकारी ने जनता दरबार में थप्पड़ मार दिया था. 70 साल के बुजुर्ग मुकेश शर्मा की गलती सिर्फ यह थी कि वह अवैध कब्जे से अपनी जमीन को मुक्त कराने के लिये अधिकारियों से विनती कर रहा था. एलडीए की आजाद नगर योजना के सेक्टर बी में भूखंड संख्या एसएस-153ए को मुकेश शर्मा को आवंटित है. इस 63 वर्गमीटर भूखंड पर मुन्ना नाम के व्यक्ति ने अवैध निर्माण कर लिया था. किसी तरह मुकेश शर्मा ने जमीन बचा ली, लेकिन अवैध निर्माण को एलडीए ने अभी तक नहीं तोड़ा थी. इसी की गुहार लगाने पहुंचे एलडीए के अधिकारी डीके सिंह ने बुजुर्ग मुकेश शर्मा को थप्पड़ मार दिया था. एलडीए वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी ने इस मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया था.

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