UP Police Exam Cancelled: यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द, अखिलेश यादव ने कहा युवाओं की जीत
यूपी पुलिस भर्ती (UP Police Bharti) परीक्षा को सीएम योगी आदित्यनाथ ने रद्द कर दिया है. परीक्षा छह माह बाद दोबारा होगी. पेपर लीक की जांच के लिए एसटीएफ को लगाया गया है. नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने इसे बीजेपी प्रपंचों की हार बताया है.
लखनऊ: यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा रद्द (UP Police Exam Cancelled) होने के फैसले के बाद समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने इसे युवाओं की जीत बताया है. सपा अध्यक्ष ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर इसको लेकर टिप्पणी की है. उन्होंने लिखा है कि यूपी पुलिस आरक्षी परीक्षा का निरस्त होना युवाओं की जीत है और भाजपा (BJP) सरकार के प्रपंचों की हार है. पहले तो भाजपाई कह रहे थे पेपर लीक (Paper Leak) ही नहीं हुए तो अब कैसे मान लिया. इसका मतलब अधिकारी और अपराधी मिले हुए थे. सरकार भी पीछे से अपना हाथ उनके सिर पर रखे हुई थी. लेकिन तमाम सबूतों के आगे चुनाव में ऐतिहासिक हार से बचने के लिए सरकार झुकने पर मजबूर हुई है.
बेरोजगार युवक युवतियों से खेल
अखिलेश ने लिखा है कि भाजपा सरकार नौकरियों के नाम पर जो खेल बेरोज़गार युवक-युवतियों से खेल रही है, उसका सच अब सब समझने लगे हैं. दिखावे के लिए नौकरियां निकालना, अरबों रुपये की फीस ले लेना, पेपर लीक होने देना फिर निरस्त करने का नाटक करना… ये खेल भाजपा को इस बार बहुत महंगा पड़ेगा. इस बार युवाओं ने ठान लिया है कि न बहकावे में आएंगे न किसी भाजपाई झांसे में. युवा अगले हर चुनाव में भाजपा को बुरी तरह हराएंगे और हमेशा के लिए हटाएंगे.
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एग्जाम फीस का पैसा वापस करें
उन्होंने लिखा है कि युवा कह रहे हैं कि फीस के नाम पर जो पैसा लिया गया है, कहीं वो भाजपा का चुनावी फंड न बन जाए. इसीलिए अभ्यर्थियों का फार्म जमा रहे लेकिन भाजपा सरकार फीस का पैसा अभी लौटाए. जब कभी दुबारा परीक्षा हो तो ऑन लाइन डिजिटल पेमेंट से तुरंत फिर से फीस ले ले.
यूपी पुलिस सिपाही भर्ती भी रद्द
गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यानाथ ने 17 व 18 फरवरी को हुई यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया है. सीएम ने छह माह के अंदर दोबारा परीक्षा आयोजित करने के निर्देश दिए हैं. परीक्षा के संबंध में एसटीएफ की जांच और अब तक की कार्रवाई की समीक्षा करते हुए सीएम ने ये निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री के निर्देश पर गृह विभाग ने परीक्षा निरस्त करने का आदेश भी जारी कर दिया है. यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड को निर्देश दिए गए हैं कि जिस भी स्तर पर लापरवाही बरती गई है, उनके खिलाफ एफआईआर कराई जाए. दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों या संस्थाओं के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए हैं. छह माह बाद होने वाली परीक्षा में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की सेवा से अभ्यर्थियों को निःशुल्क आने-जाने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं. सिपाही भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी की जांच एसटीएफ करेगी.
आरओ एआरओ परीक्षा के जांच के निर्देश
यूपीपीएससी की आरओ/एआरओ परीक्षा की जांच के आदेश सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिए हैं. उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने 11 फरवरी को समीक्षा अधिकारी/ सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) परीक्षा-2023 कराई थी. इसके बाद सही इसमें गड़बड़ी और पेपर लीक की सूचनाएं वायरल हो रही थीं. अभ्यर्थियों ने प्रयागराज में परीक्षा दोबारा कराने की मांग को लेकर अयोग के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन भी किया था. इसके बाद कार्मिक व नियुक्ति विभाग के ई-मेल आईडी secyappoint@nic.in पर 27 फरवरी तक पेपर लीक के साक्ष्य मांगे गए हैं. साक्ष्य देने वाले को अपना नाम, पूरा पता भी देना होगा. यूपीपीएससी (UPPSC) की समीक्षा अधिकारी के 334 और सहायक समीक्षा अधिकारी (RO ARO) के 77 पदों के लिए 1076004 अभ्यर्थी परीक्षा में बैठे थे. 58 जिलों में परीक्षा का आयोजन किया गया था. इस परीक्षा में भी गड़बड़ी की शिकायतों के बाद री एग्जाम कराने की मांग की जा रही है.
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