UP Police News: यूपी पुलिस को मिली उच्चीकृत पीआरवी और वातानुकूलित हेलमेट, सीएम योगी दिखाई हरी झंडी

UP Police News: यूपी पुलिस की पीआरवी फ्लीट में 6278 फोर और टू व्हीलर उपलब्ध और मिलेंगे. इस वर्ष 1778 फोर और टू व्हीलर फ्लीट में शामिल होंगे.

By Amit Yadav | June 27, 2024 12:46 PM
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लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर यूपी-112 (UP Police News) द्वितीय चरण के उच्चीकृत पीआरवी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. साथ ही वातानुकूलित हेलमेट भी पुलिसकर्मियों को बांटे. सीएम ने इस मौके पर कहा कि ये कार्यक्रम स्मार्ट पुलिसिंग की सात वर्ष की प्रक्रिया को नई ऊंचाई की ओर पहुंचाने का अभियान है. हमने यूपी-112 के रिस्पांस टाइम को कम करने और पीआरवी-112 की संख्या बढ़ाने का प्रयास किया. फोर व्हीलर के साथ टू व्हीलर भी पीआरवी में शामिल किए गए. जिससे गली-मोहल्लों तक पीआरवी आमजन की सेवा के लिए पहुंच सके.

गली-मोहल्लों तक पहुंची पीआरवी

सीएम ने कहा कि कोरोना काल में लॉकडाउन के समय यूपी पुलिस (UP Police News)का पीआरवी-112 सुर्खियां बना था. लोगों ने पुलिस बल के सेवा भाव को देखा था. जिन गली-मोहल्लों में फोर व्हीलर नहीं जा सकती, वहां टू व्हीलर की सुविधा पहुंची. अगले तीन वर्ष का बड़ा कार्यक्रम शासन ने तय किया है. पीआरवी फ्लीट में 6278 फोर और टू व्हीलर उपलब्ध कराए जाएंगे. इस वर्ष 1778 फोर और टू व्हीलर को फ्लीट का हिस्सा बनेंगे.

कानून का राज सुशासन की पहली शर्त: सीएम योगी

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कानून का राज सुशासन की पहली शर्त है. सुरक्षा का वातावरण राज्य का दायित्व है. हमारी पुलिस (UP Police News) इसका बखूबी निर्वहन करती है. पुलिस का समय के अनुरूप आधुनिकीकरण करने की मांग लंबे समय से चली आ रही थी. प्रधानमंत्री ने डीजी कॉफ्रेंस में देश भर के पुलिस महानिदेशकों के सामने कानून के परिवर्तन के साथ ही स्मार्ट पुलिसिंग की नई अवधारणा पर आधारित नई दृष्टि दी थी. उन्होंने स्ट्रिक्ट एंड सेंसेटिव, मॉडर्न एंड मोबाइल, अलर्ट एंड अकाउंटबिल, रिलायबल एंड रिस्पांसिव, टेक्नोसेवी व ट्रेंड होने की बात कही थी. यूपी पुलिस ने इन सभी बातों को अक्षरशः उतारने का प्रयास किया है.

यूपी पुलिस बल के लिए फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट का गठन

सीएम योगी ने कहा कि पुलिस बल के आधुनिकीकरण के अनेक प्रयास हुए हैं. पहली बार यूपी पुलिस बल के लिए फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट का गठन किया गया है. इसके पाठ्यक्रम भी शुरू हो गया है. हमने बिना भेदभाव पारदर्शी प्रक्रिया से पुलिस बल में पुलिस भर्ती की और समुचित प्रशिक्षण भी कराया. बड़े महानगरों को छोड़ विकास प्रक्रिया से जुड़े किसी भी सामान्य जनपद में सबसे ऊंची बिल्डिंग पुलिस लाइन के अंदर बन रहे पुलिस के आधुनिक बैरक की है.

कानपुर पुलिस के प्रयासों की सराहना की

कानपुर ट्रैफिक पुलिस की ओर से कर्मचारी कल्याण के लिए एसी हेलमेट प्रदान करने की अभिनव पहल की गई. इसका निर्माण हैदराबाद की कंपनी ने किया है. कानपुर मेट्रो में काम कर रही एफकॉन इंफ्रास्ट्रक्चर ने कानपुर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के लिए सीएसआर गतिविधि के माध्यम से सहयोग दिया है. सीएम ने कानपुर ट्रैफिक पुलिस के आरक्षी सुगौरव तिवारी को हेलमेट पहनाया. लू-भीषण गर्मी में भी यूपी पुलिस लोगों को बेहतर सुविधा देती है. ट्रैफिक पुलिस के जवान चौराहे पर खड़े होकर यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करते हैं. कई बार ऐसा करते-करते जवान बेहोश हो जाते हैं या कोई अप्रिय घटना हो जाती है. यह एसी हेलमेट कुछ हद तक मदद करने में सहभागी बनेगा. सीएम ने कहा कि कानपुर कमिश्नरेट पुलिस का यह प्रयास सराहनीय है.

सेफ सिटी के लिए गोरखपुर से शुरू हुआ था ऑपरेशन त्रिनेत्र

सीएम (CM Yogi Adityanath News) ने कहा कि पुलिस कमिश्नर कानपुर जब गोरखपुर के एडीजी थे तो उन्होंने सेफ सिटी का प्रयास शुरू किया था. सुप्रीम कोर्ट ने गृह मंत्रालय व राज्यों से कहा था कि महिला सुरक्षा के बारे में संवेदनशील बनना होगा. उनकी चिंता को ध्यान में रखते हुए 2016 में सेफ सिटी के लिए यूपी पुलिस ने गोरखपुर से ऑपरेशन त्रिनेत्र की शुरुआत की. इसमें शासन, नगर निकाय, विकास प्राधिकरण, व्यापार मंडल, सामान्य नागरिक का सहयोग मिला. ऑपरेशन त्रिनेत्र के कारण घटनाएं नहीं होती हैं. यदि हो भी जाती हैं तो कुछ ही घंटों के अंदर अपराधी पुलिस की गिरफ्त में होता है. ये बताता है कि हमने टेक्नोलॉजी के साथ मैनपॉवर को ट्रेंड किया है.

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