यूपी विधानसभा अचानक पहुंचे संजय सिंह, बोले- योगी सरकार मुझे गिरफ्तार करना चाहती है तो कर ले

लखनऊ : कानून-व्यवस्था तथा कई अन्य मुद्दों को लेकर इन दिनों उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमलावर आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह बृहस्पतिवार को अचानक राज्य विधानसभा पहुंचे. विधानमंडल के मानसून सत्र के पहले दिन सिंह विधान भवन पहुंचे. गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने थर्मल स्कैनिंग करने के बाद उन्हें अंदर जाने दिया. संजय सिंह विधानसभा की राज्यपाल दीर्घा में बैठे और सदन की कार्यवाही देखने लगे.

By Agency | August 20, 2020 8:15 PM

लखनऊ : कानून-व्यवस्था तथा कई अन्य मुद्दों को लेकर इन दिनों उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमलावर आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह बृहस्पतिवार को अचानक राज्य विधानसभा पहुंचे. विधानमंडल के मानसून सत्र के पहले दिन सिंह विधान भवन पहुंचे. गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने थर्मल स्कैनिंग करने के बाद उन्हें अंदर जाने दिया. संजय सिंह विधानसभा की राज्यपाल दीर्घा में बैठे और सदन की कार्यवाही देखने लगे.

राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया कि करीब एक घंटे तक वहां रुकने के बाद वह सेंट्रल हॉल गये और विपक्ष के कुछ सदस्यों से मुलाकात की. लगभग चार घंटे तक विधानभवन में रहने के बाद वह वहां से निकल गये. उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य में ब्राह्मणों तथा अन्य जातियों पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा उठाते हुए एक जाति विशेष के लिए काम करने का आरोप लगाने पर मेरे खिलाफ नौ मामले दर्ज किए हैं. मैं विधानसभा के अंदर इसलिए गया था कि अगर सरकार मुझे गिरफ्तार करना चाहती है तो कर ले. मगर सरकार ऐसा करने की हिम्मत नहीं जुटा सकी.”

संजय सिंह ने यह भी बताया कि उन्होंने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को लिखे पत्र में कहा है कि योगी सरकार उनके लोकतांत्रिक और संवैधानिक अधिकारों का हनन कर रही है. उन्होंने बताया कि उन्होंने पत्र में लिखा है कि इस सरकार से उन्हें खतरा है और उनके साथ कोई भी घटना हो सकती है. आप की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रभारी संजय सिंह इन दिनों कानून-व्यवस्था और कोरोना वायरस संकट को लेकर राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर खासे हमलावर हैं.

संजय सिंह पर एक जाति विशेष के खिलाफ टिप्पणी करके वैमनस्य फैलाने के आरोप में राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों में लगभग नौ मामले दर्ज किए जा चुके हैं. ऐसे में सिंह का अचानक विधानसभा पहुंचना खासा चर्चा का विषय बना हुआ है. विधान सभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे ने इस बारे में पूछे जाने पर बताया, ‘‘विधानसभा की नियमावली में है कि कोई भी संसद सदस्य या केंद्रीय मंत्री विधानसभा की कार्यवाही देखने के लिए आ सकते हैं. अगर उनके खिलाफ कोई मसला है तो वह सचिवालय सुरक्षा प्रशासन से संबंधित मामला है, लेकिन अगर वह परिसर में एक बार आ गए तो नियमावली के प्रावधान लागू होते हैं. हम उन्हें नहीं रोक सकते.”

उन्होंने कहा कि सांसद और केंद्रीय मंत्री राज्यपाल दीर्घा से ही बैठ कर कार्यवाही देखते हैं, लिहाजा यह कोई मुद्दा नहीं है और इसे तूल नहीं दिया जाना चाहिए. कई मामले दर्ज होने के बावजूद संजय सिंह को विधानसभा के अंदर कैसे जाने दिया गया, इस सवाल पर विधानसभा के मुख्य सुरक्षा अधिकारी मनीष चंद्र रॉय ने कहा कि वह इस बारे में कुछ भी बताने के लिए अधिकृत नहीं हैं.

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