सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- यूपी में मार्च 2024 तक हर घर में आएगा शुद्ध जल, प्रतिदिन लगाएं 50 हजार नल कनेक्शन
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यों को लेकर अगर एक भी उपभोक्ता असंतुष्ट है, तो उसकी अपेक्षाओं को पूरा किया जाए. जलापूर्ति के साथ जल की अच्छी गुणवत्ता सबसे अहम है. गांवों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के लिए प्रोत्साहित किया जाए. यह देश के लिए जल संचय का अच्छा मॉडल बन सकता है.
Lucknow: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर घर तक नल से जल पहुंचाने के प्रयासों को तेज करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन की सफलता में यूपी की बड़ी भूमिका है. मार्च 2024 तक हर घर में शुद्ध जल आएगा. इसके साथ ही उन्होंने नमामि गंगे परियोजना में फर्रुखाबाद से प्रयागराज और मीरजापुर से गाजीपुर खंड पर खास ध्यान देने की बात कही.
यूपी के 2.65 करोड़ ग्रामीण परिवारों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने का महाभियान चल रहा है. जल जीवन मिशन के प्रारंभ से पहले महज 5.16 लाख परिवारों को ही नल से शुद्ध पेयजल सप्लाइे हो रही थी, जबकि आज 1.30 करोड़ से अधिक परिवारों को इसका लाभ मिला है. अकेले 59.38 लाख कनेक्शन वर्ष 2022-23 में लगाए गए हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शेष घरों को भी पाइप्ड पेयजल की सुविधा मिले, ऐसे में इस कार्य को तय समय पर चरणबद्ध तरीके से पूरा किया जाए. उन्होंने कहा कि जून 2023 के सर्वेक्षण में अचीवर श्रेणी के सभी तीन जनपद गौतमबुद्ध नगर, जालौन और शाहजहांपुर यूपी के हैं. परफॉर्मर श्रेणी में मैनपुरी और औरैया को शीर्ष दो स्थान मिले हैं, जबकि एस्पिरेन्ट्स श्रेणी में आजमगढ़ शीर्ष पर है. ऐसे ही प्रयास सभी जिलों में करने की जरूरत है.
अप्रैल 2022 में प्रदेश में 22,714 नल कनेक्शन हर महीने लगाए जा रहे थे, जो आज मई 2023 में 12.96 लाख कनेक्शन हर महीने तक पहुंच गए हैं. वर्तमान में 43 हजार नल कनेक्शन हर दिन लगाए जा रहे हैं, इसे 50 हजार प्रतिदिन तक विस्तार दिए जाने की जरूरत है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर गांव में प्रशिक्षित प्लम्बर की तैनाती की जाए. इसमें बेवजह की देरी नहीं हो. बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में शुद्ध पेयजल एक सपना था. आज यह सपना साकार हो रहा है. यह दोनों ही क्षेत्र शीर्ष प्राथमिकता में है.
महोबा प्रदेश का पहला ऐसा जिला बनने जा रहा है, जहां हर घर नल से जल की सुविधा होगी. झांसी, ललितपुर, हमीरपुर, जालौन, बांदा, चित्रकूट, मीरजापुर, सोनभद्र सहित पूरे विंध्य-बुंदेलखंड में आगामी दो माह में हर घर नल से जल का लक्ष्य पूरा कर लिया जाए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इसके साथ ही नमामि गंगे परियोजना के अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं. प्रदेश में गंगा नदी के प्रवाह के कुल 1027 किलोमीटर में 27 गंगा जनपद और 37 गंगा टॉउन हैं. पूर्व में कन्नौज से वाराणसी तक 550 किमी का एक प्रदूषित खंड था, जिसकी जल गुणवत्ता में भी सुधार दर्ज किया गया है. अब फर्रुखाबाद से प्रयागराज और मीरजापुर से गाजीपुर खंड पर विशेष ध्यान देना होगा.
सीएम योगी ने कहा कि वाराणसी में अस्सी नाला ओवरफ्लो को टैप करने के लिए स्वीकृत 55 एमएलडी क्षमता के एसटीपी योजना को जल्द पूरा कराया जाए. इसी प्रकार, वाराणसी में एक नॉन कम्प्लाएन्ट एसटीपी के अपग्रेडेशन का रेलवे के सहयोग से समयबद्ध ढंग से पूरा कराएं.
कानपुर में उप्र जल निगम (नगरीय) के अधीन बनियापुर एसटीपी को चालू कराया जाए. इसी प्रकार, जाजमऊ स्थित टैनरी उत्प्रवाह के शोधन के लिए 36 एमएलडी क्षमता के सीईटीपी की दक्षता में सुधार किया जाना जरूरी है. प्रदेश में नॉन कंप्लाएन्ट या अक्रियाशील एसटीपी को तत्काल चालू कराया जाए. शव को नदियों में प्रवाहित करने के स्थान पर भू-समाधि देने के लिए प्रेरित किया जाए.