लखनऊ. तृतीय खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 25 मई से 3 जून तक उत्तर प्रदेश के चार शहरों – लखनऊ, गौतम बुद्ध नगर, गोरखपुर, वाराणसी में होंगे. इन खेलों में देश भर के विभिन्न यूनिवर्सिटीज के 4,000 से अधिक एथलीट हिस्सा बनने को तैयार हैं. उत्तर प्रदेश ने भी मेजबानी की तैयारी पूरी कर ली है. खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2022 का उद्घाटन 25 मई को लखनऊ में बीबीडी यूनिवर्सिटी में किया जाएगा. युवा खिलाड़ियों की संख्या के आधार पर यह प्रदेश का सबसे बड़ा आयोजन साबित होने वाला है. खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2022 में भाग ले रहे खिलाड़ियों के उत्साहवर्द्धन के लिए आयोजित मशाल रिले भी अब अपने अंतिम चरण में है. मशाल रिले 5 मई को लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर की मौजूदगी मे इन खेलों के लोगो, शुभंकर, जर्सी और एंथम की लांचिंग के साथ हुई थी. लखनऊ से चार मशाल को रवाना किया गया. जिसके साथ इन खेलों का शुभंकर जीतू भी था.
मशाल रिले और जीतू ने उत्तर प्रदेश के 75 जिलो से होते हुए 8948 किमी. का सफर तय किया . साढ़े पांच लाख से ज्यादा लोगों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराकर खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2022 में भाग लेने वाले विभिन्न विश्वविद्यालय के प्रतिभागी खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया. प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से होते हुए ये मशाल 24 मई को लखनऊ पहुंचेगी, जहां रात्रि विश्राम के बाद अगले दिन यानि 25 मई को ये मशाल बीबीडी यूनिवर्सिटी पहुंचेगी.जहां इन खेलों का भव्य उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से करेंगे.
अपर मुख्य सचिव,खेल एवं युवा कल्याण नवनीत सहगल ने बताया कि 25 मई को बाबू बनारसी दास ( बीबीडी ) यूनिवर्सिटी में होने वाले शुभारंभ समारोह में मशहूर गायक कैलाश खेर अपनी प्रस्तुति देंगे. इन खेलों का उद्घाटन समारोह इतना भव्य होगा कि पूरी दुनिया की निगाहें अवध पर टिकी होंगी.यूपी में खेलों का माहौल अब पूरी तरह से बदल गया है.खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए हमेशा आगे रहने वाली योगी सरकार खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2022 के सहारे विश्व खेल पटल पर अपनी छाप छोड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है. डा.नवनीत सहगल ने कहा कि खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के आयोजन से युवा छात्रों के साथ शिक्षक भी खेल से जुड़ेंगे और विश्वविद्यालय में खेल का एक नया इकोसिस्टम तैयार होगा. इस प्रकार की प्रतिस्पर्धाओं के आयोजन से प्रदेश में खेल संस्कृति को भी बढ़ावा मिलेगा.