लखनऊ-अयोध्या हाईवे पर रोडवेज बस में आग लगने पर खिड़कियों से कूदकर यात्रियों ने बचाई जान, जूनियर फोरमैन निलंबित
लखनऊ-अयोध्या नेशनल हाईवे पर बस में आग लगने पर चीख पुकार के बीच कई यात्री जान बचाने के लिए खिड़कियों से कूद पड़े. यात्रियों में करीब 18 महिलाएं थी. गनीमत रही कि बस के पूरी तरह आग का गोला बनने से चंद पलों पहले तक सभी बाहर निकलने में कामयाब रहे.
UP Roadways News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जनपद में सवारियों को लेकर जा रही परिवहन निगम की बस के अचानक आग का गोला बनने के कारण यात्रियों की जान संकट में पड़ गई. गनीमत रही कि आग के पूरी तरह बस को चपेट में लेने से पहले सभी यात्री सुरक्षित उतर गए, वरना बड़ा हादसा हो सकता था. इस दौरान कुछ यात्रियों का सामान भी जलकर खाक हो गया. वहीं आग लगने के दौरान जिस तरह यात्रियों के बीच अफरातफरी देखने को मिली और लोग खिड़कियों से कूदने लगे, उससे मौके पर हड़कंप मच गया. बाराबंकी स्थित अकबरपुर से यात्रियों को लेकर कानपुर जा रही रोडवेज बस में लखनऊ-अयोध्या नेशनल हाईवे पर अहमदपुर टोल प्लाजा पर पहुंचते ही आग लग गई. इस पर बस चालक ने तेजी से बस को बैक कर प्लाजा से दूर किया. जब तक लोग कुछ समझ पाते चंद पलों में ही बस से आग की विकराल लपटें उठने लगीं. इस दौरान टोलकर्मियों ने यात्रियों को बाहर निकाला तो कुछ जान बचाने के लिए खिड़कियों से कूद गए. सूचना पर पहुंची दमकल की टीम ने करीब दो घंटे बाद आग पर काबू पाया. हालांकि तब तक बस पूरी तरह जल चुकी थी.उधर इस प्रकरण में बुधवार को परिवहन मुख्यालय ने कार्रवाई की है. इसमें जूनियर फोरमैन को निलंबित कर दिया गया है.
टोलकर्मियों ने दी बस में आग लगने की जानकारी
बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में अकबरपुर डिपो की बस अयोध्या से 60 यात्रियों को लेकर लखनऊ की ओर जा रही थी. बस जैदपुर थाना क्षेत्र में स्थित अहमदपुर टोल प्लॉजा पर पहुंचकर लेन संख्या एक पर रुकी तो उसके इंजन से धुंआ निकलने लगा. टोलकमियों ने इसकी जानकारी बस के चालक ब्रजलाल यादव को दी तो चालक ने तेजी से बस पीछे की, क्योंकि टोल प्लॉजा के ऊपर शेड था. साथ ही आसपास केबिन भी बने हैं. बस को थोड़ा पीछे करते ही इंजन से उठ रही आग की लपटें तेजी से फैलने लगी. अचानक हुई इस घटना से यात्रियों में हड़कंप मच गया.
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बस में सवार थी 18 महिलाएं
चालक परिचालक ने सभी से तत्काल जान बचाने के लिए बस से उतरने को कहा. इस दौरान टोलकर्मियों ने हिम्मत दिखाते हुए बस में सवार लोगों को धुएं के बीच बाहर निकालने लगे. देखते ही देखते बस के अंदर धुंए का गुबार भर गया था. चीख-पुकार के बीच कई यात्री जान बचाने के लिए खिड़कियों से कूद पड़े. यात्रियों में करीब 18 महिलाएं थी. गनीमत रही कि बस के पूरी तरह आग का गोला बनने से चंद पलों पहले तक सभी बाहर निकलने में कामयाब रहे.
दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू
घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी करीब दो घंटे तक बस पर पानी की बौछारें डालती रही, तब जाकर किसी तरह आग बुझी. हालांकि तब तक बस पूरी तरह से जलकर खाक हो चुकी थी. पुलिस ने घटना को लेकर चालक अंबेडकर नगर जिला निवासी ब्रजलाल ओर परिचालक रामसकल गुप्ता के बयान दर्ज किए हैं. परिचालक ने बताया कि बस का फिटनेस प्रमाण पत्र भी है. दोनों ने हाईवे से गुजर रही अन्य बसों को रोकवाकर यात्रियों को आगे रवाना किया. वहीं आग लगने के दौरान जान बचाने के लिए अयोध्या की रहने वाली संगीमा व नीलम तेजी से बाहर आ गईं. इस दौरान उनका बैग सीट के नीचे ही रह गया. आग की तेज लपटें के कारण बाद में उसमें प्रवेश करना संभव नहीं था. बताया जा रहा है कि इस वजह से बैग में रखे कपड़े और 15 हजार नकद रुपए भी जल गए.
घटना की जांच शुरू
जैदपुर पुलिस के मुताबिक प्रथम दृष्टया इंजन में शार्ट सर्किट से बस में आग लगने की बात सामने आई है. वहीं एआरटीओ अंकिता शुक्ला ने बताया कि बस में आग किन परिस्थितियों में लगी, फिटनेस होने के बावजूद अचानक ये घटना कैसे हुई, इन तमाम बिंदुओं पर जांच पड़ताल की जा रही है. इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.