Loading election data...

यूपी रोडवेज की 727 बसों में मिले कम यात्री, विभाग ने 11 अधिकारियों को दिया नोटिस, इन दो जिलों के ARM सस्पेंड

यूपी रोडवेज के प्रधान प्रबंधक (संचालन) मनोज कुमार पुंडिर की ओर से करवाए गए सर्वे में विभाग के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. सख्त आदेश के बाद भी 25 से कम यात्रियों को लेकर बसें धड़ल्ले से सड़कों पर दौड़ती हुई मिली हैं.

By Sandeep kumar | December 30, 2023 10:15 AM

यूपी रोडवेज (UP Roadways) में सख्त आदेश के बाद भी 25 से कम यात्रियों को लेकर बसें (Buses) धड़ल्ले से सड़कों पर दौड़ रही हैं. जिससे विभाग को होने वाली आय को लेकर भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. परिवहन निगम के प्रधान प्रबंधक (संचालन) मनोज कुमार पुंडिर (Principal Manager (Operations) Manoj Kumar Pundir) की ओर से करवाए गए सर्वे में अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है. अधिकारियों ने 727 बसों में 25 से कम सवारी के साथ बसों को दौड़ा दिया, जिसके चलते 11 अधिकारियों से जवाब तलब किया गया है. प्रति बस यात्री और आय को लेकर गत 25 व 26 दिसम्बर को सर्वे कराया गया, जिसमें 11 क्षेत्रीय अधिकारियों की लापरवाही उजागर हुई है. इन अधिकारियों ने अपने बसों की निगरानी ही नहीं की, उनके कुप्रबंधन से रोडवेज की आय प्रभावित हुई है. कई बसें ऐसी भी जांच में मिली, जिसमें एक से पांच यात्री ही सवार थे. ऐसे में लापरवाही बरतने वाले 11 अधिकारियों के खिलाफ एमडी मासूम अली सरवर (MD Masoom Ali Sarwar) ने तीन दिनों में जवाब तलब किया है. रिपोर्ट में एमडी ने लिखा है कि क्षेत्रीय प्रबंधक लखनऊ, अयोध्या, नोएडा, गाजियाबाद, अलीगढ़ और गोरखपुर को उनकी चरित्र पंजिका में क्यों न परिनिंदा प्रविष्टि दर्ज की जाए. इनके कार्य संतोषजनक नहीं पाए गए हैं.

Also Read: UP Police Constable Bharti: कांस्टेबल भर्ती के लिए होगा तगड़ा कॉम्पटीशन, पहले ही दिन आए इतने लाख आवेदन
ये जिले हैं शामिल

बता दें कि जिन अधिकारियों से जवाब तलब किया गया है, उसमें लखनऊ परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक आरके त्रिपाठी, अयोध्या के विमल राजन के अलावा गोरखपुर, नोएडा, हरदोई, आगरा, बरेली, मुरादाबाद, अलीगढ़, गाजियाबाद और इटावा के आरएम शामिल हैं. उन्हें पहली जनवरी तक जवाब देना होगा. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई होगी. अधिकारियों ने बताया कि ठंड और कोहरे को देखते हुए रोडवेज बसों में 25 से कम सवारी लेकर जाना मना है. ऐसे में सवारियां कम होने पर उन्हें दूसरी बसों में बिठाया जाना चाहिए था, लेकिन ड्राइवर व कंडक्टरों ने ऐसा नहीं किया. इसी वजह से एमडी ने प्रदेश के 11 अधिकारियों से जवाब तलब करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है.

Also Read: बरेली में दहेज लोभियों ने 8 माह की गर्भवती को भट्ठी में जलाकर की बेरहमी से हत्या, जानें पूरा मामला
यहां मिले कम यात्री

लखनऊ परिक्षेत्र की 152 बसों में से 49 में यात्री कम पाए गए. ऐसे ही अयोध्या परिक्षेत्र की 136 बसों में से 42 में, नोएडा क्षेत्र की 77 बसों में से 28 में, हरदोई क्षेत्र की 117 बसों में से 68 में, आगरा क्षेत्र की 56 बसों में से 48 में, बरेली क्षेत्र की 137 बसों में से 120 में, मुरादाबाद क्षेत्र की 242 में से 119 में, इटावा क्षेत्र की 43 बसों में से 20 में, गोरखपुर क्षेत्र की 163 बसों में 74 में, अलीगढ़ क्षेत्र की 128 बसों में से 74 में व गाजियाबाद क्षेत्र की 210 बसों में से 92 में कम यात्री मिले हैं.

निर्देश न मानने पर दो एआरएम निलंबित

खराब लोड फैक्टर, काम में लापरवाही बरतने और मातहतों पर नियंत्रण न होने समेत कई मामले में एमडी मासूम अली सरवर ने दो एआरएम को शुक्रवार को निलंबित कर दिया. इसमें सिद्धार्थनगर डिपो गोरखपुर क्षेत्र के एआरएम कैलाश राम व बड़ौत डिपो मेरठ क्षेत्र के प्रभारी एआरएम रामदास शामिल हैं, जिन्होंने काम में तत्परता नहीं दिखाई. इन दोनों अधिकारियों को मुख्यालय से संबंद्ध कर दिया गया है.

Next Article

Exit mobile version