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यूपी STF ने राम-मंदिर और सीएम योगी को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले 2 आरोपियों को दबोचा, यह हुआ खुलासा

राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी देने के मामले में एसटीएफ ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. लखनऊ के विभूति खंड थाना क्षेत्र से ताहर सिंह और ओम प्रकाश मिश्रा की गिरफ्तार किया गया है.

By Sandeep kumar | January 4, 2024 7:21 AM

राम मंदिर (Ram Mandir), सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) और स्पेशल टास्क फोर्स के चीफ अमिताभ यश (STF Chief Amitabh Yash) और भारतीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेन्द्र तिवारी (Bharatiya Kisan Manch National President Devendra Tiwari ) को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले कथित दो आईएसआई एजेंट (ISI Agent) को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है. लखनऊ (Lucknow) के विभूति खंड (Vibhuti Khand) थाना क्षेत्र से गोंडा के धानेपुरु के विषंभरपुर निवासी ताहर सिंह और कटरा बमडेरा के ओम प्रकाश मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों ने ईमेल आईडी के माध्यम से बम से उड़ाने की धमकी देवेंद्र तिवारी को भेजी थी, जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी. जांच में सामने आया धमकी की मेल प्रसारित करने वाले भारतीय किसान नेता ने सुरक्षा लेने के लिए यह खेल कर रहा था. एसटीएफ के मुताबिक 27 दिसंबर 2023 को डीजीपी मुख्यालय से जानकारी मिली थी कि एक्स आईडी (X)@iDevendraOffice से ट्विट किया गया है कि आईएसआई संगठन के जुबैर खान नामक के युवक ने एक मेल की है. जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एसटीएफ चीफ अमिताभ यश, भारतीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेन्द्रनाथ तिवारी के साथ ही अयोध्या राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई. जिसके आधार पर धमकी वाला मैसेज भेजने वाली ई-मेल ईडी alamansarikhan608@gmail.com और zubairkhanisi199@gmail.com का प्रयोग किया गया है, जिसकी मदद से एसटीएफ टीम ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

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सुरक्षा व्यवस्था के लिए किसान नेता ने भिजवाई थी धमकी

पुलिस के साथ हुई पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि बंथरा निवासी भारतीय किसान नेता देवेन्द्र तिवारी एक एनजीओ चलाते हैं. जिसके खिलाफ थाना मानकनगर, आशियाना, बन्थरा, गौतमपल्ली व आलमबाग में कई मुकदमा भी दर्ज है. उसके आलमबाग स्थित इण्डियन इंस्टीट्यूट पैरा मेडिकल साइन्सेज के कार्यालय में दोनों काम करते हैं. वहीं ओम प्रकाश इसी कालेज से आप्टोमैट्री में दो साल का डिप्लोमा भी कर रहा है. देवेन्द तिवारी के कहने पर ही ताहर सिंह थ्रेट में इस्तेमाल करने हेतु फर्जी ई-मेल आईडी बनाया था. जिसके बाद नाका से दो मोबाइल खरीदकर यह मेल किया गया. देवेन्द्र तिवारी के मोबाइल फोन में मौजूद थ्रेट कन्टेन्ट को थ्रेट मेल भेजने में प्रयुक्त मोबाइल फोन के गूगल लेंस से स्कैन कर कापी पेस्ट कर मेल आईडी पर भेजा गया. जिसे देवेन्द्र तिवारी द्वारा अपने ट्वीटर के माध्यम से ट्वीट किया गया था. मेल भेजने के उपरांत मोबाइल फोन देवेन्द्र तिवारी द्वारा जलाकर नष्ट करा दिया गया है.

सोशल मीडिया पर लिखी यह बात तो झांसी से हुई गिरफ्तारी

यूपी एटीएस ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर भड़काऊ पोस्ट करने वाले झांसी निवासी जिबरान मकरानी को गिरफ्तार किया है. उसने अपने एक्स हैंडल पर लिखा था कि हम एक भी मस्जिद नहीं छोड़ेंगे अगर हमसे जबरदस्ती मस्जिद छीनी गयी तो अंजाम भुगतन को तैयार रहना, बाबरी मस्जिद भी हमारी है और हमारी रहेगी. डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर यूपी एटीएस द्वारा विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पैनी नजर रखी जा रही है. साइबर पेट्रोलिंग के दौरान सामने आया कि एक्स हैंडल पर यूजर जिबरान मकरानी द्वारा विद्वेषपूर्ण व भड़काऊ पोस्ट की गयी है. जांच में सामने आया कि यह पोस्ट सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने, धार्मिक वैमनस्य व उन्माद फैलाने के उद्देश्य से की गयी है.

एडीजी एटीएस मोहित अग्रवाल के निर्देश पर टीम ने जब इसकी पड़ताल की तो पता चला कि भड़काऊ पोस्ट करने वाले हैंडल को झांसी निवासी जिबरान मकरानी संचालित करता है. जिसके बाद उसे पूछताछ के लिए एटीएस की झांसी यूनिट में बुलाया गया. पूछताछ में उसने बताया कि उसने बाबरी मस्जिद का बदला लेने के उद्देश्य से यह पोस्ट किया था ताकि मुसलमान भाई राम मंदिर को नेस्तनाबूद कर दें, जैसे हमारे बुजुर्गों ने किया था. बाद में पुलिस से बचने के लिए उसने पोस्ट को डिलीट कर दिया था. जब एटीएस ने उसके मोबाइल को खंगाला तो उसमें पोस्ट के स्क्रीनशॉट्स, जैसे बाबरी मस्जिद के विध्वंस, इजराइल पर हुए हमास के आतंकी हमले का समर्थन करने वाले और पीएफआई के समर्थन में किए गये पोस्ट मिले. इस संबंध में उसने बताया कि वह मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार से आहत है. वह इन भड़काऊ स्क्रीनशॉट्स को अपने एक्स हैंडल पर दोबारा पोस्ट करता है ताकि इनका प्रचार मुस्लिमों के बीच हो सके. एटीएस ने उसके खिलाफ झांसी के कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज कराया है. बता दें कि मुकरयाना निवासी 24 वर्षीय जिबरान ने झांसी की बिसाती बाजार मस्जिद से हाफिज कोर्स किया है.

हर सोशल मीडिया पोस्ट पर पैनी नजर

वहीं डीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दृष्टिगत प्रदेश पुलिस की साइबर सेल हर सोशल मीडिया पोस्ट पर पैनी नजर रख रही है. जिलों के अलावा यूपी एटीएस, एसटीएफ और डीजीपी मुख्यालय की साइबर क्राइम सेल में भी विशेष टीमों को गठित किया गया है, जो लगातार अराजक तत्वों द्वारा माहौल बिगाड़ने की कोशिश से जुड़ी पोस्ट पर नजर रखते हुए कार्रवाई कर रही है. ऐसी कोई भी पोस्ट सामने आने पर संबंधित जिलों को तत्काल सूचना दी जाती है, ताकि तत्काल आरोपी को दबोचा जा सके. बीते एक माह के दौरान कई लोगों को सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने के आरोप में पकड़ा जा चुका है.

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