लखनऊ: यूपी पीईटी परीक्षा में एसटीएफ ने 10 मुन्ना भाइयों और सॉल्वर को ब्लूटूथ डिवाइस का इस्तेमाल करते हुए पकड़ा है. सभी आरोपी अलग-अलग जिलों से पकड़े गये हैं. पकड़े गये लोगों में गिरोह के सरगना, परीक्षा कक्ष निरीक्षक, साल्वर भी शामिल हैं. इनमें से एक सुजीत कुमार माउंट लिटेरा जी स्कूल उन्नाव, पंकज कुमार मौर्य बांदा, जितेंद्र कुमार वर्मा वाराणसी, दीपक कुमार पटेल प्रतापगढ़, अजय कुमार पटेल प्रयागराज के हैं. दीपक कुमार पटेल सॉल्वर गिरोह का सरगना बताया जा रहा है.
ये हुए गिरफ्तार
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दीपक कुमार पटेल पुत्र जीतलाल पटेल निवासी मंडल भसऊ कोराही प्रतापगढ़ (पूरे गिरोह का सरगना)
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सुजीत कुमार पुत्र श्याम बहादुर, परीक्षा केंद्र माउंट लिटेरा जी स्कूल उन्नाव
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पंकज कुमार मौर्य पुत्र राम लखन मौर्य, परीक्षा केंद्र भगवत प्रसाद मेमोरियल इंटर कालेज चिल्ला रोड बांदा
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जितेंद्र कुमार वर्मा पुत्र रमेश कुमार वर्मा, परीक्षा केंद्र सुधाकर महिला इण्टर कॉलेज खजुरी पांडेयपुर वाराणसी
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अजय कुमार पटेल उर्फ गामा पुत्र रामेश्वर प्रसाद निवासी जगदीशपुर मेदी सौराव प्रयागराज
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अनुराग कुमार पुत्र सालिक राम परीक्षा केंद्र आयसा सिद्दीकी गर्ल्स इण्टर कालेज, कानपुर से गिरफ्तार
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रवींद्र सिंह पुत्र वीरेंद्र सिंह निवासी अंदपागणी रायपुर, थाना नोहझील मथुरा, परीक्षा केंद्र भारतीय आदर्श इंटर कालेज, तिलपता थाना सूरजपुर, गौतमबुद्धनगर (सॉल्वर)
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उदयवीर सिंह पुत्र लखन लाल सिंह निवासी नानकपुर बॉगर, थाना नोहझील मथुरा (वास्तविक अभ्यर्थी)
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विनय कुमार पटेल पुत्र फौजदार पटेल निवासी उमरहा, थाना चौबेपुर, वाराणसी (कक्ष निरीक्षक)
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दिलीप वर्मा पुत्र सुर कुमार वर्मा निवासी दयाल दूबे का पुरवा, कांधरपुर, कोहणौर, प्रतापगढ़ (अभ्यर्थी)
एसटीएफ के अनुसार गौतमबुद्ध नगर फील्ड इकाई को सूचना मिली थी कि थाना सूरजपुर क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले परीक्षा केंद्र तिलपता भारतीय आदर्श इंटर कालेज में प्रथम पाली की परीक्षा के दौरान वास्तविक अभ्यर्थी के स्थान पर अन्य व्यक्ति सॉल्वर के रूप में बैठकर परीक्षा दे रहा है. इस सूचना पर एसटीएफ नोएडा की टीम ने परीक्षा केंद्र पर पहुंचकर केंद्र व्यवस्थापक के सहयोग से दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया.
गिरफ्तार अभियुक्त रवींद्र सिंह पूछताछ पर बताया कि उसकी उम्र लगभग 30 साल है. वह बीएससी फेल है. ग्राम नानकपुर बॉगर निवासी उदयवीर सिंह का भाई मोहन उसका मित्र है. इसी कारण से ही उसकी उदयवीर सिंह से जान पहचान है. उसने बताया कि उदयवीर के भाई मोहन ने उसे उदयवीर के स्थान पर पीईटी की परीक्षा दिलवाने के लिये रुपयों का लालच दिया था. इस कार्य के लिए मोहन ने अपने भाई उदयवीर के आधार कार्ड पर एडिट कराकर उसका फोटो लगाया था. जिसको लेकर वह परीक्षा देने आया था.
इसी क्रम में दीपक कुमार सिंह पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ लखनऊ को सूचना मिली प्रयागराज में बैठे साल्वर गैंग का सरगना वाराणसी, बांदा, उन्नाव एवं कानपुर के परीक्षा केंद्रों पर ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से नकल कराया जा रहा है. इस सूचना पर एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर के सहयोग से उक्त जनपदों के परीक्षा केंद्रों से ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से नकल कर रहे परीक्षार्थियों को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ से मिली सूचना के आधार पर गैंग सरगना को भी प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया गया.
वाराणसी, प्रयागराज, उन्नाव, बांदा, कानपुर नगर से गिरफ्तार अभियुक्त दीपक व अजय ने बताया कि उनका एक गिरोह है, जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से परीक्षा प्रश्न पत्र को हल कराकर नकल कराता है. यूपी प्राथमिक अहर्ता परीक्षा-2023 (PET) में भी कई परीक्षार्थियों से नकल कराने के नाम पर रुपये लिए थे. वह लोग परीक्षा से एक दिन पूर्व परीक्षार्थियों को अपने पास बुलाते हैं और उनको ब्लूटूथ डिवाइस देकर उसे किस प्रकार प्रयोग करना है, यह बताया जाता है. जिसके बाद परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र पर चला जाता है.
एसटीएफ के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों से मिले मोबाइल से मिली जानकारी के अनुसार परीक्षा प्रश्न पत्र को देखने पर उस पर एक बार कोड छपा हुआ पाया गया. जिसे आयोग से समन्वय स्थापित कर जानकारी की गयी तो पता चला कि प्रश्न पत्र आरपीडी इंटर कालेज संदहा उमरहा, चौबेपुर वाराणसी के परीक्षा केंद्र को आवंटित है. परीक्षा केंद्र पर जाकर जांच की गयी तो पता चला कि यह एक अनुपस्थित परीक्षार्थी का प्रश्न पत्र है, जिसे कक्ष निरीक्षक के रूप में ड्यूटी कर रहे विनय पटेल ने परीक्षा शुरू होने के बाद साल्वर गैंग को मोबाइल के जरिये उपलब्ध कराया था. साल्वरों ने प्रश्न पत्र हल करके परीक्षा दे रहे अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ के माध्यम से नोट कराया था. कक्ष निरीक्षक विनय पटेल को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
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