यूपी STF ने गैंगस्टर अनिल दुजाना को किया एनकाउंटर में ढेर, TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने CM योगी पर साधा निशाना
मेरठ में गुरूवार को नोएडा पुलिस और यूपी STF की संयुक्त कार्रवाई में मुठभेड़ के दौरान गैंगस्टर अनिल दुजाना मारा गया. जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा.
Lucknow : यूपी में बाहुबलियों और शातिर अपराधियों के खिलाफ योगी सरकार का ऐक्शन जारी है. मेरठ में गुरूवार को नोएडा पुलिस और यूपी STF की संयुक्त कार्रवाई में मुठभेड़ के दौरान गैंगस्टर अनिल दुजाना मारा गया. जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हमारे संवैधानिक लोकतंत्र में अतिरिक्त न्यायिक हत्या का कोई स्थान नहीं है.
टीएमसी नेता महुआ ने गुरुवार को ट्वीट के माध्यम से पूछा कि कानूनी कार्रवाई के बजाय मुठभेड़ के दौरान हुई हत्याएं जगह क्यों ले रहीं हैं? माननीय मुख्यमंत्री अजय बिष्ट को खून की वासना है, इसलिए संतुष्टि पाने के लिए यूपी पुलिस को निर्देश दिए हैं? मगर, हमारे संवैधानिक लोकतंत्र में अतिरिक्त न्यायिक हत्या का कोई स्थान नहीं है.
UP Gangster Anil Dujana killed in encounter with UP STF just now.
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) May 4, 2023
Why are encounter killings replacing due process of law? What blood lust is Hon’ble CM Ajay Bisht instructing UP police to satisfy?
Extra judicial killings have no place in constitutional democracy.
गौरतलब है कि मुठभेड़ के समय अनिल दुजाना सफेद रंग की स्कॉर्पियो में था. बताया जा रहा है कि वह बागपत अपनी ससुराल जा रहा था. तभी मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ ने उसे जानी भोला की झाल के पास घेर लिया. इसके बाद उसने एसटीएफ टीम पर फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी फायरिंग में वह मारा गया. एनकाउंटर के बाद फोरेंसिक टीम ने जब उसकी गाड़ी की जांच की तो उसमें से दो हथियार और कई बैग मिले.
अयोध्या जेल से छूटने के बाद फिर शुरू कर दिया था अपराधवहीं डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि अनिल दुजाना नोएडा के बादलपुर थाना क्षेत्र के दुजाना गांव का रहने वाला था. 3 साल से अयोध्या जेल में बंद था. कुछ समय पहले ही जमानत पर छूटा था. वह फिर से अपना गिरोह बना रहा था. उसके खिलाफ हाल ही में गौतम बुद्ध नगर के दादरी थाने में रंगदारी मांगने का मामला दर्ज हुआ था. इसके बाद से फरार चल रहा था.
दुजाना के खिलाफ 18 मर्डर समेत 62 से ज्यादा केस दर्ज थे. वह गिरोह बनाकर हत्या और लूट की वारदात करता था. 2011 में हुए ट्रिपल मर्डर केस में उसको जनवरी 2012 में गिरफ्तार किया गया था. इस दौरान वो जेल के अंदर से दिल्ली एनसीआर में अपने गिरोह को चला रहा था.