Cyclone Michaung: यूपी में मिचौंग का असर खत्म होने के बाद अब बढ़ेगा कोहरा-तापमान, गोरखपुर प्रदूषण में अव्वल

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक प्रदेश में 8 से 12 दिसंबर तक अब बारिश की कोई स्थिति फिलहाल नहीं है. शुक्रवार से बादल छंटने लगेंगे और शनिवार को सुबह कोहरे के बाद धूप का प्रभाव बढ़ जाएगा. इससे दिन के अधिकतम तापमान में इजाफा होगा और मौसम सामान्य हो जाएगा.

By Sanjay Singh | December 7, 2023 12:22 PM

UP Weather Update: यूपी के मौसम में बदलाव का असर अभी भी देखने को मिल रहा है. राज्य के कई हिस्सों में जहां कोहरा और ठंड प्रभावी है, वहीं कुछ जगह मौसम शुष्क बना हुआ है. राजधानी लखनऊ सहित कई जनपदों में गुरुवार सुबह की शुरुआत कोहरे के साथ हुई. इसके बाद धीरे धीरे मौसम साफ हुआ और धूप निकलने की वजह से हल्की गर्मी का एहसास बना हुआ है. मौसम विभाग ने गुरुवार को पूर्वांचल में एक या दो स्थानों पर बारिश की संभावना जताई है, वहीं पश्चिमी यूपी में मौसम शुष्क बना रहेगा. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान मिचौंग का प्रभाव गुरुवार तक और बना रहेगा. बदली, बूंदाबांदी और हवा का मिलकर ठंड का वातावरण बनाए रखेंगे. शुक्रवार से बादल छंटना आरंभ हो सकते हैं और कोहरा तथा धूप का प्रभाव बढ़ने लगेगा. दो दिन तक मौसम सामान्य रहने के बाद फिर पश्चिमी विक्षोभ संग आने वाली हवाएं रविवार या सोमवार से गलन का दौर आरंभ कर सकती हैं. मिचौंग के प्रभाव से तीन दिनों से छाई बदली के बीच बुधवार तक कई जगह हल्की बूंदाबांदी भी हुई. इसके बावजूद बादलों के प्रभाव से तापमान में डेढ़ से दो डिग्री का इजाफा हुआ. प्रदेश में कई जगह वातावरण में बनी नमी के कारण गुरुवार को भी बदली छाए रहने, ठंडी हवा चलने और बूंदबांदी होने की संभावना बनी हुई है.


8 से 12 दिसंबर तक बारिश की स्थिति नहीं

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक प्रदेश में 8 से 12 दिसंबर तक अब बारिश की कोई स्थिति फिलहाल नहीं है. शुक्रवार से बादल छंटने लगेंगे और शनिवार को सुबह कोहरे के बाद धूप का प्रभाव बढ़ जाएगा. इससे दिन के अधिकतम तापमान में इजाफा होगा और मौसम सामान्य हो जाएगा. इसके दो दिन बाद पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव सोमवार तक आ सकता है और फिर ठंडी हवा का झोंका गलन बढ़ा सकता है. मिचौंग का प्रभाव शुक्रवार को खत्म होने के बाद मौसम साफ हो जाएगा. सुबह कोहरा बना रह सकता है. अब जो विक्षोभ आएगा, उसका प्रभाव पूर्वी उत्तर प्रदेश में दो दिनों बाद ठंड बढ़ा सकता है.

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गोरखपुर, फैजाबाद सहित कई शहरों में बढ़ा प्रदूषण

इस बीच उत्तर प्रदेश की अबोहवा एक बार फिर खराब होने लगी है. यहां की हवा का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) काफी बढ़ गया है.जिसके चलते लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रहा है.गुरुवार सुबह यूपी का गोरखपुर दुनिया के टॉप 100 प्रदूषित शहरों में पहले स्थान पर है. यहां का AQI 684 है. इसके बाद फैजाबाद का AQI 369 है. यह शहर 5वें स्थान पर है. 8वें स्थान पर मेरठ का AQI 341, 10वें स्थान पर गाजियाबाद का 338, देश की राजधानी दिल्ली की हवा में सुधार हुआ है. यहां का AQI 335 है, जो दुनिया के टॉप 100 प्रदूषित शहरों में 13वें स्थान पर है. 14वें स्थान पर हापुड़ और नोएडा का AQI 334, 20वें स्थान पर बुलंदशहर का 335, 23वें स्थान पर मुजफ्फरनगर का AQI 316, 30वें स्थान पर कैराना का AQI 307, 43वें स्थान पर अलीगढ़ का AQI 277, 77वें स्थान पर सहारनपुर का AQI 220 और बरेली का AQI 153 है. यह तीन दिन बाद बढ़ा है. बरेली में बारिश के बाद AQI घटकर 70 के करीब आ गया था. मगर, अब एक बार फिर बढ़ने लगा है. शहर के सिविल लाइंस और सुभाषनगर का AQI 154, है, जबकि राजेंद्र नगर का AQI 151 पर आ गया है. यूपी के अन्य शहरों का भी AQI बढ़ा है. इससे एक बार फिर सांस के मरीजों की संख्या में इजाफा होने की उम्मीद है.

विभिन्न शहरों में तापमान की स्थिति

मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक बरेली में न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस है. अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज होने की उम्मीद है. बरेली का न्यूनतम तापमान गुरुवार सुबह यूपी में सबसे कम रिकॉर्ड किया गया है. नजीबाबाद में 9.5 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रहा है. ऐसे ही मेरठ में 10.3 डिग्री, मुजफ्फरनगर में 10.6 डिग्री सेल्सियस, औरैया में 11.8 डिग्री सेल्सियस और मुरादाबाद में 12.5 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है. शाहजहांपुर में 12.5 डिग्री सेल्सियस, अलीगढ़ में 11.7 डिग्री सेल्सियस, अयोध्या में 13.5 डिग्री सेल्सियस, कानपुर शहर में 12.8 डिग्री सेल्सियस, हमीरपुर में 15.2 डिग्री सेल्सियस, सुलतानपुर में 15.0 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है.

सेहत के लिए यह AQI नुकसानदेह

इंसान की सेहत के लिए 0 से 50 AQI सबसे बेहतर है.51-100 AQI भी ठीक माना जाता है, लेकिन संवेदनशील लोगों को सांस लेने में हल्की दिक्कत शुरू हो जाती है. 101 AQI ठीक नहीं. 101 से 200 AQI से फेफड़ा, दिल और अस्थमा मरीजों को सांस में दिक्कत होती है.मगर, बरेली का AQI 300 के पार है. यह काफी चिंतनीय है. हवा में ऑक्सीजन होती है.इसकी मात्रा 19.5 मात्रा होनी चाहिए. इससे कम ऑक्सीजन इंसान की सेहत के लिए नुकसानदेह है.सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगता है.

रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद, बरेली

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