UP Weather AQI: प्रदूषण से फूला यूपी का दम, नोएडा से लेकर गोरखपुर तक का बढ़ा AQI, अब ​पारा गिरने के आसार

हवा के लगातार जहरीली बने रहने से लोगों की समस्याएं कम नहीं हो रही हैं. लखनऊ का वायु गुणवत्ता सूचकांक मंगलवार को भी खराब रहा. हालत ये है कि प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक करीब एक महीने से नीचे नहीं आ रहा है. पश्चिमी यूपी के साथ ही पूर्वांचल के शहरों की आबोहवा खराब हो चुकी है

By Sanjay Singh | November 21, 2023 3:02 PM

UP Weather AQI Today: यूपी में मौसम धीरे-धीरे बदल रहा है. धुंध के साथ रात और सुबह के तापमान में पहले की अपेक्षा ज्यादा गिरावट देखने को मिल रही है. इसके साथ ही कोहरा अपना असर दिखा रहा है, आने वाले दिनों में इसमें और इजाफा होगा. हालांकि ठंड अभी पूरी तरह से रफ्तार नहीं पकड़ सकी है और सामान्य तौर पर मौसम शुष्क बना हुआ है. दिन में धूप निकलने से तापमान में बहुत ज्यादा गिरावट देखने को नहीं मिली है. बीते चौबीस घंट में अधिकतम तापमान 30 डिग्री से ऊपर रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 12 डिगी दर्ज किया गया. आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक अब तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी. वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, 23 नवंबर के आसपास एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना है. वहीं पछुआ हवा के कारण पारे में गिरावट देखने को मिल सकती है. हालांकि 26 नवंबर तक सामान्य तौर पर मौसम शुष्क रहेगा, न्यूनतम तापमान में गिरावट देखने को मिल सकता है.

लखनऊ सहित अन्य शहरों की हवा जहरीली

इस बीच हवा के लगातार जहरीली बने रहने से मौसम से संबंधित लोगों की समस्याएं कम नहीं हो रही हैं. लखनऊ का वायु गुणवत्ता सूचकांक मंगलवार को भी खराब रहा. हालत ये है कि प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) करीब एक महीने से नीचे नहीं आ रहा है. पश्चिमी यूपी के साथ ही पूर्वांचल के शहरों की आबोहवा खराब हो चुकी है, जिसके चलते लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है. बढ़ते AQI के कारण मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. मगर, जिम्मेदार बिलकुल भी फिक्रमंद नहीं हैं. दुनिया के 100 प्रदूषित शहरों में यूपी के 12 से अधिक जिले शामिल हो चुके हैं.

Also Read: Kanpur: मिनी टर्मिनल के रूप में विकसित होगा चंदारी रेलवे स्टेशन, कानपुर सेंट्रल पर कम होगा ट्रेनों का लोड
प्रदेश के​ विभिन्न शहरों में एक्यूआई की स्थिति

प्रदेश में मंगलवार को गाजियाबाद दुनिया के प्रदूषित शहरों में 7वें स्थान पर रहा. यहां का AQI 384, 8वें स्थान पर नोएडा का AQI 382, 9वें स्थान पर बुलंदशहर का AQI 381, 11वें स्थान पर हापुड़ का AQI 359, 12वें स्थान पर मेरठ का AQI 355, 16वें स्थान पर गोरखपुर का AQI 339, 47वें स्थान पर कानपुर का 296, 52वें स्थान पर अलीगढ़ का AQI 290, 70वें स्थान पर फतेहपुर का AQI 267, 75वें स्थान पर फैजाबाद का AQI 257, 95वें स्थान पर मुरादाबाद का 228 और 100वें स्थान पर प्रयागराज का AQI 222 है.

बरेली में सुधर नहीं रहे हैं हालात

यूपी के बरेली का AQI भी नीचे नहीं आ रहा है. मंगलवार को AQI 172 तक आ गया. इसके साथ ही शहर के सुभाषनगर, सिविल लाइंस और राजेंद्र नगर का AQI 150 से ऊपर है. बरेली में तापमान भी नीचे आने लगा है.दिसंबर में कड़ाके की सर्दी पड़ेगी.

यह होना चाहिए ऑक्सीजन लेवल, जानें कितना AQI होता है ठीक

ऑक्सीजन की कमी से सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगता है.सांस लेने वाली हवा का ऑक्सीजन स्तर 19.5 प्रतिशत ऑक्सीजन होना चाहिए.इसके नीचे ऑक्सीजन जाने से नुकसान होता है. मगर, कुछ समय से ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा है.यह चिंताजनक है. 0 से 50 AQI तक ठीक होता है. इसका सेहत पर कम असर होता है. 51-100 AQI भी ठीक है. लेकिन, संवेदनशील लोगों को सांस की हल्की दिक्कत हो सकती है. 101 के बाद ठीक नहीं है. 101 से 200 AQI से फेफड़ा, दिल और अस्थमा मरीजों को सांस में दिक्कत होती है.

रिपोर्ट- मुहम्मद साजिद

Next Article

Exit mobile version