लखनऊ. उत्तराखंड में कई स्थानों पर मंगलवार को भी बारिश जारी रही. लगातार बारिश से ‘चार धाम यात्रा’ में उत्तर प्रदेश के हजारों लोग फंसे हुए हैं. मौसम विभाग ने बुधवार को भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. इससे गंगा- यमुना का जल स्तर और भी बढ़ने की संभावना है. नेपाल से आने वाली नदियों का भी जल स्तर बढ़ रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे लेकर अफसरों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं. भारी बरसात के कारण नदियों में उफान की स्थिति के मद्देनजर तटबंधों की चौबीस घंटे निगरानी की जा रही है. राज्य प्रशासन से पर्याप्त सावधानी बरतने को कहा है.
बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर , चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, , जौनपुर, गाजीपुर,अलीगढ़, मऊ, बलिया, औरैया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, जसवंतनगर, , गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्राखाबाद, कन्नौज, कानपुर , उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर,अयोध्या, अंबेडकर नगर, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, शाहजहांपुर, बदायूं, जालौन आदि जिलों में 14 जुलाई को जोरदार बारिश होने का पूर्वानुमान है.
जलवायु परिवर्तन के कारण वार्षिक मानसून का पूर्वानुमान लगाना अधिक कठिन हो गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के शोधकर्ताओं ने हर साल कब और कितनी बारिश होगी, इसकी भविष्यवाणी करने का एक नया तरीका तैयार करने में एक दशक से अधिक समय बिताया है.आईएमडी भविष्यवाणियों में दक्षता में सुधार के लिए डॉपलर रडार का भी तेजी से उपयोग कर रहा है। डॉपलर राडार की संख्या 2013 में 15 से बढ़कर 2023 में 37 हो गई है। सरकार ने कहा है कि वे अगले दो से तीन वर्षों में 25 और राडार जोड़ेंगे.
राप्ती नदी बेसिन उत्तर प्रदेश का सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है. बाढ़ से बचाव करने के लिए अनेक प्रकार के उपाय किए गए हैं. इन उपायों में तटबंध का निर्माण बाढ़ की विभीषिका को कम करने में अत्यंत सहयोगी है. राप्ती नदी बेसिन में लगभग 1100 किलोमीटर लंबाई के तटबंध बनाए जा चुके हैं. तटबंधों को सबसे अधिक खतरा नदी की जलधारा के कटान से होता है.बाढ़ प्रबंधन सूचना प्रणाली केंद्र कंप्यूटर एप्लीकेशन आधारित तकनीक पर 2021 से नदी जलधारा द्वारा तटबंध के संभावित कटान की भविष्यवाणी करता है. यह कार्य रिवर बिहेवियर एनालिसिस तथा एंबेंकमेंट ऐसेट मैनेजमेंट सिस्टम के द्वारा संयुक्त रुप से किया जा रहा है.
आईएमडी के पूर्वानुमान पर आधारित रिपोर्ट बताती है कि उत्तर प्रदेश में घाघरा, राप्ती और गंडक के नेपाल क्षेत्र में अगले 03 दिनों तक हल्की – मध्यम वर्षा होगी. संपूर्ण जलग्रहण क्षेत्र के भारतीय हिस्से में अगले 03 दिनों तक हल्कीमध्यम वर्षा का अनुमान है. राप्ती बेसिन में औसतन 3.10 मिमी वर्षा हुई. अधिकतम वर्षा 52.00 मिमी जिला देवरिया के रामपुर कारखाना ब्लॉक में हुई है.
उत्तर प्रदेश में गंगा नदी बदायूं के कछला ब्रिज तथा यमुना मावी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. कछला ब्रिज पर गंगा नदी अधिकतम बाढ़ का जल स्तर के निशान 162.790 मीटर को पार कर गई है. वहीं यमुना नदी ने भी खतरे के निशान 232.750 मीटर को पार कर लिया है.
बहराइच-बलरामपुर श्रावस्ती के कुछ इलाकों में बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी गई है. यहां राप्ती नदी का जल स्तर तेजी से ऊपर जा रहा है. राप्ती बैराज पर नदी का जल स्तर खरते के निशान पर पहुंच गया है. खतरे का निशान 127.70 मीटर पर है. यहां नदी 127.07 मीटर को छूती हुई बह रही है. भिनगा में खतरे के निशान 119.50 के करीब 118.50 पर बह रही है. श्रावस्ती के भिनगा में नदी का जल स्तर 117.73 पर पहुंच गया है. जो कि खतरे के निशान 118.50 मीटर से कुछ ही नीचे है. बलरामपुर में नदी का जल स्तर 101.18 मीटर है.
पहाड़ों से लेकर मैदानों तक हो रही भारी बारिश के कारण उत्तर प्रदेश के कई जिलों में नदियां खतरे के निशान की ओर तेजी से बढ़ रही है. घाघरा , यमुना, गंगा, राप्ती नदी , ढेला नदी का जलस्तर काफी बढ़ा गया है. आसपास के इलाकों पर बाढ़ को लेकर एलर्ट भी जारी कर दिया गया है. कई जिलों में जनजीवन को लेकर समस्या खड़ी हो गई है.
उत्तर भारत क्षेत्र में भारी बारिश के चलते उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है. मुरादाबाद में बाढ़ जैसे हालात हैं. यहां ढेला नदी का जलस्तर काफी बढ़ा गया है, जिसके कारण पूरे जिले में समस्या खड़ी हो गई है.
उत्तर प्रदेश में बुधवार की सुबह से गुरुवार की सुबह तक मौसम में बड़ा बदलाव हो सकता है. बुधवार की सुबह से अगले 24 घंटे को श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी , सीतापुर , बरेली , पीलीभीत, शाहजहांपुर , बदायूं और आसपास के इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. वही देवरिया , गोरखपुर , संत कबीर नगर , बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज , सिद्धार्थ नगर , गोंडा , बलरामपुर , हरदोई , फर्रुखाबाद , कन्नौज , बाराबंकी , अयोध्या ,कासगंज , एटा , मैनपुरी , रामपुर और आसपास के लोगों में भारी वर्षा होगी.
लगातार बारिश के कारण सांप आदि सरीसृप शहरी क्षेत्रों में देखे जा रहे हैं. घरों में निकलने की सूचनाएं मिल रही हैं. भारी बारिश के बीच वाइल्डलाइफ एसओएस सांपों को बचाने के कार्य में जुटा हुआ है. वन्यजीव संरक्षण संस्थान वाइल्डलाइफ एसओएस ने सरीसृपों को बचाने के रैपिड रिस्पांस यूनिट गठित की हैं. उनकी हेल्पलाइन 9917109666) पर लगातार कॉल्स का पहुंच रही हैं. वन विभाग की टीम भी एक्टिव है.
फतेहपुर, प्रतापगढ़, वाराणसी , जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ ,बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती ,कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर ,गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव ,लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, गौतम बुध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा रोड, मैनपुरी, इटावा, औरैया, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं ,जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर एवं आसपास इलाकों में बुधवार को सुबह आठ बजे से अगले दिन 13 जुलाई की सुबह आठ बजे के बीच गर्जन एवं वज्रपात होने की संभावना है.
बिजनौर- मुरादाबाद और उसके आसपास के क्षेत्र में सबसे अधिक बारिश की चेतावनी जारी की गई है. यह क्षेत्र रेड जोन में रखा गया है. मौसम विभाग ने आकाशीय बिजली के प्रभाव वाले क्षेत्र के लोगों को सलाह दी है कि वह कंक्रीट के फर्श पर नहीं लेटें. एसी – फ्रिज टीवी सहित बिजली से चलने वाले उपकरणों का प्लग बोर्ड से निकाल दें नहीं तो वह खराब हो सकता है. घर के दरवाजे और खिड़कियों को भी बंद रखने की सलाह दी गई है.
भारी बारिश के दौरान दृश्यता में प्रभावी कमी आने से यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है. भारी बारिश के कारण कच्चे मार्ग बाधित हो गए हैं. कई इलाकों में जलजमाव हो गया है. वज्रपात से जर्जर इमारत और कच्चे घरों को भी नुकसान होने की सूचनाएं मिल रही हैं. भारी बारिश के कारण बागवानी एवं खड़ी फसलों को भी नुकसान हो रहा है. मौसम विभाग ने तेज बारिश विशेषकर जब बिजली कड़क रही हो तब घर में रहने की सलाह दी है.
लखनऊ में मंगलवार का तापमान 33°c है. दिन का अधिकतम तापमान 33°c, जबकि न्यूनतम तापमान 28°c रहने का अनुमान है. आगरा में का तापमान 32°c है. दिन का अधिकतम तापमान 32°c रहेगा, जबकि न्यूनतम तापमान 27°c रहने का अनुमान है. इलाहाबाद में आज का तापमान 33°c है. दिन का अधिकतम तापमान 34°c रहेगा, जबकि न्यूनतम तापमान 28°c रहने का अनुमान है. वाराणसी में आज का तापमान 34°c है. दिन का अधिकतम तापमान 34°c रहेगा, जबकि न्यूनतम तापमान 28°c रहने का अनुमान है.
लखनऊ में बारिश के बाद धूप निकलने से एक बार फिर उमस का प्रभाव बढ़ रहा है. हालांकि शाम और रात तक फिर बारिश होने से तापमान में असर पड़ने की संभावना है.
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक उत्तर पूर्वी राजस्थान में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण मानसून की रफ्तार बहुत तेज है. वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक फिलहाल ऐसी स्थिति बनी रहने के आसार हैं.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक लखनऊ और आसपास के इलाकों में मंगलवार को दोपहर बाद बारिश हुई. इससे पहले सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे. बारिश की वजह से लोगों को फिलहाल उमस भरी गर्मी से निजात मिली है.
प्रदेश में बीते चौबीस घंटे में वाराणसी में सबसे ज्यादा तपिश देखने को मिली. यहां उमस भरी गर्मी के बीच अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान नजीबाबाद में 23.2 डिग्री दर्ज किया गया.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक मंगलवार को लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, अयोध्या, अमेठी, बलरामपुर, सुलतानपुर, अंबेडकरनगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, संतकबीरनगर, गोरखपुर, मऊ, बलिया, देवरिया और कुशीनगर में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. इन जनपदों में सभी स्थानों में बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश में मंगलवार को सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, अमरोहा, मुरादाबाद, बुलंदशहर, संभल, रामपुर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, बदायूं, बरेली, पीलीभीत, आगरा, फिरोजाबाद, एटा, फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, हरदोई, सीतापुर, कानपुर नगर और उन्नाव में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है.
राजधानी लखनऊ में मंगलवार को सुबह से आसमान में बादलों की आवाजाही बनी हुई है. बाराबंकी, उन्नाव, कानपुर, अयोध्या, गोंडा सहित आसपास के अन्य क्षेत्रों में भी इसी तरह का मौसम है. मौसम के बदले अंदाज से बारिश होने के आसार हैं.
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक मानसून टर्फ उत्तर की ओर आगे बढ़ रहा है. इससे बने कम दबाव के क्षेत्र की वजह से तेज बरसात होती रहेगी. राज्य में 16 जुलाई तक विभिन्न हिस्सों में बारिश के आसार हैं.
यूपी में अगले पांच दिनों के दौरान प्रदेश में हल्की से भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है. मंगलवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश में छिटपुट बारिश हो सकती है. कहीं बादलों की आवाजाही के बीच बौछारें होने से मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश ने बताया कि पिछले चौबीस घंटे में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश रिकॉर्ड की गई है. ये सिलसिला जारी रहेगा. अगले पांच दिनों के तापमान पर नजर डालें तो प्रदेश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई बहुत बदलाव होता हुआ नजर नहीं आ रहा है.
यूपी में पिछले चौबीस घंटे में सहारनपुर, मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर और बिजनौर में 110 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक मंगलवार को तराई बेल्ट में भारी बारिश का पूर्वानुमान है, जिसके चलते ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
लखनऊ में सोमवार को हल्की बारिश के बीच मंगलवार को भी बारिश की संभावना है. इस समय उमस भरी गर्मी का मौसम है. लखनऊ में मंगलवार को अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री रहने की संभावना है.
UP Weather Live: यूपी के विभिन्न हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी है. मौसम विभाग ने इस सप्ताह भारी भारी बारिश की संभावना जताई है. मंगलवार को भी प्रदेश में बारिश और आकाशीय बिजली गिरने को लेकर अलर्ट जारी किया है. लोगों से बेवजह बाहर नहीं निकलने की अपील की गई है. प्रदेश में बुधवार तक यूपी के 65 जिलों में मानसून की सक्रियता का असर देखने को मिलेगा.