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UP Weather : दो दिन राज्य के लिए भारी, 45 जिलों में भारी से भारी बारिश का अनुमान, सरकार ने जारी किया हाई एलर्ट

UP Weather : देश में मानसून की बारिश से कई जगह हालात चिंताजनक हैं. उत्तर प्रदेश में इसका व्यापक असर देखने को मिल रहा है. कई जगह नदियां जहां खतरे के निशान के पार पहुंच गई हैं, वहीं विभिन्न स्थानों से पानी छोड़े जाने के कारण जलस्तर बढ़ने का सिलसिला जारी है. आकाशीय बिजली गिरने को लेकर अलर्ट है.

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में अगले दो दिन भारी बारिश होने अनुमान है. मौसम विभाग ने यूपी में भारी से भारी बारिश होने का अलर्ट पहले ही जारी कर दिया है. मौसम केंद्र लखनऊ की रिपोर्ट के मुताबिक 15 जुलाई तक सभी स्थानों पर बारिश होगी. पश्चिमी हिस्सों में भारी बारिश तथा वाराणसी में हल्की बारिश या गरज के साथ छींटें पड़ने की संभावना है. बीते दिन सहारनपुर जिले के बेहट में सबसे ज्यादा 21 सेंटीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई. इसके अलावा सहारनपुर में 12 सेंटीमीटर, सहारनपुर जिले के ही नकुड़ क्षेत्र में 11, मुजफ्फरनगर के जानसठ में नौ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर के ही रामपुर मनिहारान और बाराबंकी के एल्गिन ब्रिज में सात-सात, बरेली, बागपत के बड़ौत और अलीगढ़ के अतरौली में पांच-पांच सेंटीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई.

बाढ़ प्रबंधन और राहत – बचाव के लिए राहत चौपाल

उत्तर प्रदेश के कुछ जनपदों में अत्यधिक वर्षा और नदियों की स्थिति के चलते बाढ़ की आशंका को देखते हुए योगी सरकार ने अभी से कमर कस ली है. सीएम योगी के निर्देश पर जनपदों के संवेदनशील गांवों में बाढ़ प्रबंधन एवं राहत व बचाव के लिए राहत चौपाल आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं. राहत चौपाल का उद्देश्य बाढ़ जैसी आपदा के समय होने वाले नुकसान को कम करना या रोकना है. साथ ही भविष्य में होने वाली आपदाओं के प्रति लोगों को सचेत करना भी है.

यमुना में ओखला बैराज से 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया

यमुना में ओखला बैराज से 3 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने पर यमुना अलीगढ़ की तहसील खैर में खतरे के स्तर को पार कर गई है.संभावित प्रभावित होने वाले ग्रामों में 9 बाढ़ चौकियां स्थापित हैं. 24×7 कर्मचारियों की तैनाती की गई है. यमुना किनारे बसे परिवारों से निरन्तर अपील की जा रही है कि आपदा के समय में एक-दूसरे का सहयोग करते हुए ऊंचे स्थानों पर चले जाएं ताकि नुकसान को कम किया जा सके.

अलीगढ़ के टप्पल में बाढ़ से परेशान किसानों का हाल जानने डीएम -एसएसपी पहुंचे

अलीगढ़ में टप्पल विकासखंड के आधा दर्जन गांव में बाढ़ आने के बाद जिलाधिकारी और एसएसपी ने इलाके का निरीक्षण किया. जिलाधिकारी यमुना नदी के किनारे बसे ग्रामीण क्षेत्र का निरीक्षण करने पहुंचे. जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि आबादी को प्रतिस्थापित करने की स्थिति अभी नहीं आई है. गांव वालों को सचेत किया गया है. हालांकि जलस्तर अभी और बढ़ेगा.

सम्भल में बारिश से मकान गिरा, बच्चे दबे, रेस्क्यू टीम पहुंची

सम्भल सदर कोतवाली क्षेत्र के फिरोजपुर में बारिश के बाद भरभराकर मकान गिर गया. मकान गिरने से मलबे में चार बच्चे दब गए . लोगों ने मलबे में दबे बच्चों को निकाला है. एसडीएम,स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच गई है. बच्चों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है. बारिश से हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है.

चेतावनी जारी, जब तक आवश्यक न हो बाहर न निकलें

यमुना का पानी प्रमुख सड़कों पर बह निकला. जल विशेषज्ञों ने घर के अंदर रहने और जब तक आवश्यक न हो बाहर न निकलने का आग्रह किया.आईएमडी के दैनिक बुलेटिन में कहा गया है कि अगले 24 घंटों के दौरान उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.

20 जुलाई तक पूरे प्रदेश में काफी व्यापक वर्षा

उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से बाढ़, जलभराव और भूस्खलन की चपेट में आ चले हैं. मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को 20 जुलाई तक पूरे प्रदेश में काफी व्यापक वर्षा की भविष्यवाणी की है. गुरुवार को प्रदेश के कई यमुना- गंगा और अन्य प्रमुख नदियों के किनारे के गांवों में आपातकाल जैसी स्थिति पैदा हो गई.

लखनऊ में सुबह के बाद दिन में भी बारिश

लखनऊ और आसपास के जनपदों में गुरुवार को दोपहर बाद एक बार फिर काले बादलों ने डेरा जमा लिया. इसके बाद तेज बारिश से मौसम बदल गया. इससे पहले सुबह की शुरुआत भी बारिश से हुई. राजधानी और करीब के क्षेत्रों में रात में भी बादलों के बरसने की संभावना जताई गई है.

इन जनपदों में भारी बारिश की चेतावनी

मौसम विभाग ने प्रदेश में 13 से 14 जुलाई के बीच सिद्धार्थनगर, महराजगंज और कुशीनगर में बारिश और तूफान को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. इसके साथ ही 40 जनपदों में येलो अलर्ट को लेकर चेतावनी दी गई है. इनमें जनपदों में मथुरा, हाथरस, कासगंज, बदायूं, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर, औरैया, कन्नौज, हरदोई, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, उन्नाव, कानपुर नगर, कानपुर देहात, रायबरेली, लखनऊ, बाराबंकी, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, अयोध्या, अमेठी, प्रतापगढ़, जौनपुर, सुलतानपुर, अंबेडकरनगर, बस्ती, संत कबीर नगर, गोरखपुर, आजमगढ़, गाजीपुर, बलिया, मऊ और देवरिया शामिल हैं.

पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ने के साथ मानसून और दिखाएगा तेवर

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक मानसून की सक्रियता यूपी में बनी हुई है. पश्चिमी विक्षोभ इस वक्त जम्मू के ऊपर है. इसके आगे बढ़ने के साथ उत्तर भारत के इलाकों में बारिश का ज्यादा असर देखने को मिलेगा. मानसून अपने तेवर दिखाएगा.

आद्रता का प्रतिशत 92 फीसदी पहुंचा

प्रदेश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान की बात करें तो फतेहगढ़ में 38.4 डिग्री सेल्सियस और चुर्क में 23.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है. बुधवार को आद्रता का प्रतिशत 92 फीसदी रहा. प्रदेश में गुरुवार को कम बरसात वाले इलाकों में उमस का प्रभाव देखने को मिल सकता है.

मेरठ में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक प्रदेश में बुधवार को सर्वाधिक बारिश 49 मिमी मेरठ में रिकॉर्ड हुई. वहीं फुर्सतगंज में 30.4 मिमी बारिश दर्ज की गई.

लखनऊ में अभी और बरसेंगे बादल

राजधानी लखनऊ में गुरुवार सुबह तेज बारिश के बाद अभी आसमान में हल्के बादल छाए हुए हैं. आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक पूरे दिन बादलों की आवाजाही बनी रहेगी. शाम से लेकर रात तक फिर बारिश हो सकती है.

यूपी में मानसून ने दिखाए तेवर, गंगा और यमुना खतरे के निशान के पार

यूपी में नदियां उफान पर हैं. सिंचाई विभाग के मुताबिक गंगा कचला ब्रिज (बदायूं), यमुना मावी (मुजफ्फरनगर) में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही हैं. सहारनपुर के 92 गांव तथा 16 नगरीय मोहल्ले तथा मुजफ्फरनगर के दो गांव बाढ़ प्रभावित हैं. जनपद सहारनपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के 512 लोगों को नौ बाढ़ शरणालयों तथा जनपद मुजफ्फरनगर के 200 लोगों को बाढ़ शरणालय में रखा गया है.

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