UP Weather Update: यूपी के मौसम में हुए बदलाव के बीच शुक्रवार को अधिकांश हिस्सों में सुबह आसमान साफ रहा. आंधी और बरसात के बाद अब गर्मी अपना असर दिखाने लगी है. दिन के समय धूप की वजह से एक बार लोगों की मुश्किलें बढ़ रही हैं. हालांकि बीच में बादलों की आवाजाही बने रहने और हवाओं के कारण लू की स्थिति नहीं है. मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी प्रदेश में धूल भरी आंधी और बारिश की संभावना जताई है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के मुताबिक शुक्रवार को प्रदेश के पश्चिमी हिस्से में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी के साथ बिजली चमकने और बारिश के आसार हैं. पूर्वी यूपी के मौसम में गर्मी का एहसास बना रहेगा. राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 37 डिग्री तक जाने की संभावना है, वहीं न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है.
मौसम से राहत मिलने के बाद अब तापमान में एक बार फिर इजाफा देखने को मिल रहा है. पश्चिमी यूपी के अलावा अन्य जगहों पर गर्मी अपना असर दिखा रही है और पारा फिर 40 डिग्री के ऊपर दर्ज किया जा रहा है. इसी तरह न्यूनतम तापमान में भी वृद्धि हुई है. शुक्रवार को भी अधिकतम तापमान 40 डिग्री के ऊपर जाने की संभावना है.
वहीं एनसीआर के नोएडा और गाजियाबाद में पश्चिमी विक्षोभ के असर के कारण हुई बारिश का असर अभी भी दिख रहा है. सुबह जहां बादलों की आवाजाही बनी हुई है और हवा के कारण लोगों को राहत मिल रही है. नोएडा में अधिकतम तापमान के 34 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है. दिन में धूप निकलने के कारण लोगों को उमस परेशान कर सकती है. न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रह सकता है.
प्रदेश में बीते चौबीस घंटे में फैजाबाद में सबसे अधिक तापमान 41.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान मुजफ्फरनगर में 21.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. इस बीच भीषण गर्मी के नौ दिन कहे जाने वाला नौततपा का शुक्रवार को आखिरी दिन है. हालांकि इस बार नौतपा गर्मी के लिहाज से कमजोर रहा.
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक प्रदेश में अगले सप्ताह से भीषण गर्मी अपना असर दिखा सकती है. इस दौरान पारा 45 से 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. वहीं 18 से 21 जून तक लखनऊ सहित अन्य स्थानों में बादलों की आवाजाही के कारण गर्मी से राहत मिलेगी. इस दौरान मानसून की पहली बारिश की भी संभावना है.
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक एक पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय की ओर बढ़ रहा है. एक प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे पंजाब पर बना हुआ है. एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है. एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों पर बना हुआ है. इसका असर अलग अलग स्थानों पर मौसम में देखने को मिल रहा है.