UP Weather Update: उत्तर प्रदेश में मानसून की गतिविधियां सक्रिय होने के बीच एक बार फिर भारी बारिश की स्थिति बन रही है. वहीं उमस का भी असर देखने को मिलेगा. आफत की बारिश थमने के कारण लखनऊ सहित कई जगहों में बीते 24 घंटे के दौरान उमस का प्रभाव रहा.
लखनऊ में अधिकतम तापमान 34 डिग्री रहने की संभावना
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक प्रदेश में गुरुवार को पश्चिमी यूपी में कुछ स्थानों और पूर्वी यूपी में कई जगह बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. प्रदेश में इस दौरान आकाशीय चमक होने की भी संभावना है. लखनऊ और आसपास के क्षेत्र में गुरुवार को अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार हैं.
15, 16 और 17 सितंबर को यहां होगी भारी बारिश
इसके बाद 15, 16 और 17 सितंबर को पूरे प्रदेश में एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ आकाशीय चमक होने की संभावना है. इस दौरान प्रदेश में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं. पश्चिमी यूपी में कुछ स्थानों पर और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कई जगह बारिश और गरज चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं.
19 सितंबर तक बारिश के मौसम की स्थिति
इसके बाद 18 सितंबर को भी प्रदेश में इसी तरह का मौसम देखने को मिलेगा. वहीं 19 सितंबर को पूरे प्रदेश में एक या दो स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. इस तरह प्रदेश में फिलहाल 19 सितंबर तक बारिश के मौसम की स्थिति बन रही है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के मुताबिक बारिश की गतिविधियों में फिलहाल ब्रेक लगने के कारण प्रदेश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं है.
दक्षिण पश्चिम यूपी पर चक्रवाती परिसंचरण
मौसम प्रणाली की बात करें दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश पर चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है. एक उत्तर-दक्षिण ट्रफ अब उत्तरी बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर कम दबाव वाले क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण से उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश तक समुद्र तल से 4.5 और 7.6 किमी ऊपर के बीच चलती है.
कम दबाव का क्षेत्र विकसित
बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों और उससे सटे उत्तरी बंगाल की खाड़ी पर एक चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव के तहत उत्तरी बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है, जिससे संबंधित चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है. समतल और ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ.
मानसून ट्रफ की स्थिति
अगले चौबीस घंटे के दौरान इसके और अधिक चिह्नित होने और अगले दो से तीन दिनों के दौरान दक्षिण उड़ीसा-उत्तरी आंध्र प्रदेश तट और दक्षिण छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ने की उम्मीद है. मानसून ट्रफ अब जैसलमेर, कोटा, गुना, सतना, अंबिकापुर, चाईबासा, बालासोर से होकर गुजर रही है और फिर दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की उत्तरी खाड़ी के मध्य भागों पर कम दबाव वाले क्षेत्र के केंद्र तक पहुंच रही है.