UP Weather Update: यूपी के अधिकांश हिस्सों से मानसूनी की वापसी, बारिश पर लगा ब्रेक, अब सर्दी दिखाएगी असर

UP Weather Update: आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक दक्षिण पश्चिम मानसून पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों से वापस चला गया है. शनिवार को पश्चिमी यूपी में मौसम शुष्क रहेगा, जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं.

By Sanjay Singh | October 7, 2023 6:06 AM

UP Weather Update: उत्तर प्रदेश में बारिश का दौर अब खत्म हो चुका है. मौसम की उठापटक के बीच इस हफ्ते जहां उमस भरी गर्मी हावी रही, वहीं कहीं भी भारी बारिश देखने को नहीं मिली. यही स्थिति आगे भी देखने को मिलेगी. मौसम विभाग के ताजा अपडेट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों से मानसून की वापसी हो चुकी है. इसलिए बारिश के तेवर ढीले होते होते अब थम गए हैं. हालांकि चक्रवाती स्थिति और अन्य कारणों से कहीं कहीं छिटपुट बारिश हो सकती है. आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक उत्तर प्रदेश में शनिवार को पश्चिमी यूपी में मौसम शुष्क रहेगा, जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. मौसम विभाग ने शनिवार को किसी तरह की चेतावनी जारी नहीं की है. इसके बाद 8 अक्टूबर को पूरे प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा और 9 अक्टूबर को पूर्वांचल में एक या दो स्थानों पर गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं, जबकि सामान्य तौर पर मौसम शुष्क बना रहेगा. इसके बाद 10, 11 और 12 अक्टूबर को पूरे उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं.


लखनऊ में अधि​कतम तापमान 35 डिग्री पहुंचने की संभावना

राजधानी लखनऊ और आसपास के क्षेत्र में शनिवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार हैं. आमतौर पर मौसम शुष्क बना रहेगा और उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान कर सकती है. प्रदेश में अधिकतम तापमान में अगले 24 घंटे के दौरान दो डिग्री सेल्सियस की क्रमिक वृद्धि की संभावना है. इसके बाद कोई बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं हैं, जबकि न्यूनतम तापमान में अगले चार दिनों तक कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा.

लखनऊ से गुजर रही मानसून वापसी की रेखा

देश भर में मौसम प्रणाली की बात करें तो दक्षिण पश्चिम मानसून पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम मध्य प्रदेश, गुजरात राज्य के शेष हिस्से, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र और कोंकण के कुछ हिस्सों से संपूर्ण उत्तरी अरब सागर और मध्य अरब सागर के कुछ भाग से वापस चला गया है. दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा लखनऊ, सतना, नागपुर, परभणी, पुणे और अलीबाग से होकर गुजर रही है.

Also Read: Aaj Ka Rashifal 7 अक्टूबर शनिवार 2023: वृष, तुला, धनु, कुंभ, मीन राशि वालों को मिलेगा शुभ समाचार, आज का राशिफल
15 अक्टूबर से गुलाबी जाड़ा दिखाएगा असर

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक मानसून की विदाई नेपाल बॉर्डर से शुरू होकर लखनऊ से होते हुए सतना, नागपुर, पुणे, अलीबाग होकर अरब सागर तक जा रही है, जो हिस्सों बचे हैं, वहां से दो दिन में विदाई हो जाएगी. इसके बाद धीरे धीरे तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी. ओस के गिरने में इजाफा होता जाएगा. 15 अक्टूबर से गुलाबी ठंड के यूपी में प्रभावी होने की संभावना है.गत वर्ष की तुलना में लखनऊ में इस बार सामान्य बारिश हुई. एक जून से तीस सितंबर के बीच 6 फीसदी कम बरसात दर्ज की गई. मौसम विभाग के मुताबिक बीते छह वर्षों में सबसे अधिक बारिश 2018 में हुई थी. तब सामान्य से 41 फीसदी अधिक 967.7 मिमी बरसात रिकॉर्ड हुई थी. हालांकि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार राजधानी में अधिक बारिश हुई है.

कई चक्रवर्ती परिसंचरण स्थिति का यूपी पर नहीं पड़ रहा असर

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश के हिस्सों से दक्षिण पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं. वहीं गंगीय पश्चिम बंगाल के पूर्वी हिस्सों और उससे सटे बांग्लादेश पर निम्न दबाव का क्षेत्र अब बांग्लादेश और पड़ोस के मध्य भागों पर स्थित है और संबंधित चक्रवर्ती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है, जो अब उत्तर प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण नहीं है.

इसके साथ ही अब टर्फ रेखा नागालैंड से दक्षिण पश्चिम विहार तक बांग्लादेश के मध्य भागों और आसपास के निम्न दबाव क्षेत्र से जुड़े चक्रवर्ती परिसंचरण के माध्यम से चलती है और औसत समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर ऊपर तक फैली हुई है, ये भी अब उत्तर प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण नहीं है. 8 अक्टूबर की रात से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित करने की संभावना है.

Next Article

Exit mobile version