UP Weather Update: यूपी में मानसून की रफ्तार पर पूरी तरह ब्रेक लगने के कारण मौसम में उमस हावी हो गई है. हालत ये है कि सुबह से ही लोग पसीने से लथपथ हो रहे हैं और रात में भी राहत नहीं मिल रही है. अगस्त के अंतिम सप्ताह से लेकर सितंबर की शुरुआत में अभी तक मौसम के तेवर तीखे देखने को मिले हैं. मौसम विभाग के मुताबिक तापमान में फिलहाल बहुत बड़े बदलाव की संभावना नहीं है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक प्रदेश में मंगलवार को पश्चिमी यूपी में में एक या दो स्थानों और पूर्वांचल में कुछ स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. इस दौरान पूर्वी यूपी में एक या दो स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है. लखनऊ और आसपास के क्षेत्र में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. मौसम में आर्द्रता का अधिकतम स्तर 85 तक पहुंच गया है.
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक प्रदेश में 6 सितंबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. इस दौरान पूरे उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है.
मौसम विभाग के मुताबिक इसके बाद प्रदेश में 7 और 8 सितंबर को मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा और मानसून की गतिविधियां पूरे प्रदेश में सक्रिय होंगी. इस दौरान पूरे प्रदेश में एक या दो स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने की संभावना के साथ पूर्वांचल में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं. इसके बाद 9 सितंबर को उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश, गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. इस दौरान संपूर्ण उत्तर प्रदेश के एक या दो या दो स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने की बहुत संभावनवा है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश मे एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है.
इसके बाद प्रदेश में 10 और 11 सितंबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं.
मौसम विभाग के मुताबिक मानसून ट्रफ का पश्चिमी छोर हिमालय की तलहटी में स्थित है. हालांकि इसका पूर्वी छोर गोरखपुर, पटना, हजारीबाग, बांकुरा, दीघा से होकर गुजरता है और वहां से दक्षिण पूर्व की ओर समुद्र तल पर पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी तक जाता है. पश्चिमोत्तर उत्तर प्रदेश और आसपास के क्षेत्र में समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किमी ऊपर चक्रर्वाती पररसांचरण कम चिह्नित हो गया है.
प्रदेश में अधिकतम तापमान में अगले 24 घंटे के दौरान कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है. इसके बाद दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है. इसके साथ ही न्यूनतम तापमान में अगले चार दिनों तक कोई बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं हैं.