UP Weather Update: उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल, मानसून की विदाई से पहले यहां होगी भारी बारिश, जानें मौसम का हाल
UP Weather Update: राजधानी लखनऊ और आसपास के क्षेत्र में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने की आसार हैं. बारिश की वजह से मौसम के उतार-चढ़ाव के बीच आर्द्रता का अधिकतम स्तर 97 पहुंच गया है.
UP Weather Update: उत्तर प्रदेश में मानसून विदाई से पहले एक बार फिर सक्रिय हो गया है. इसकी वजह से राज्य में बीते दिनों भारी बारिश देखने को मिली. अब मानसून की सक्रियता धीरे-धीरे कम होने के बीच राज्य में केवल हल्की से मध्यम बारिश ही हो रही है.
शुक्रवार को पूरे प्रदेश में बारिश का मौसम
मौसम विभाग ने शुक्रवार को पूरे प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश और गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना जताई है. इसके साथ ही आकाशीय बिजली गिरने को लेकर भी अलर्ट जारी किया गया है. इस दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं.
आर्द्रता का अधिकतम स्तर 97 पहुंचा
राजधानी लखनऊ और आसपास के क्षेत्र में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने की आसार हैं. बारिश की वजह से मौसम के उतार-चढ़ाव के बीच आर्द्रता का अधिकतम स्तर 97 पहुंच गया है.
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पश्चिमी यूपी में यहां बारिश से बदलेगा मौसम
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक 16 सितंबर को पूरे प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. इस दौरान पूर्वाचल में एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ आकाशीय चमक होने की संभावना है. सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक 16 सितम्बर को अमरोहा, मुरादाबाद, बरेली रामपुर, पीलीभीत बिजनौर व सहारनपुर में मध्यम वर्षा के आसार हैं, जबकि, 15 से 16 सितंबर को मेरठ, मुजफ्फरनगर शामली व आसपास के क्षेत्रों में हल्के से मध्यम वर्षा के आसार हैं.
20 सितंबर तक बारिश के आसार
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक इसके बाद 17, 18 और 19 सितंबर को पश्चिमी यूपी में एक या दो स्थानों पर और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. इस दौरान पूर्वी यूपी में आकाशीय बिजली गिरने के भी आसार हैं. 20 सितंबर को पूरे प्रदेश में एक या दो स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक प्रदेश में अगले चार दिनों तक अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बहुत बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है.
पूर्वांचल में उमस और गर्मी से लोगों को किया बेहाल
पूर्वांचल के मौसम की बात करें तो मानसून की सक्रियता कम होने के बाद अब तपिश में इजाफ हो रहा है. गोरखपुर में बीते 48 घंटे में कई बार सूरज और बादलों के बीच आंख मिचौली का खेल चला. लेकिन बारिश नहीं हुई. तेज धूप और उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल रहे. गुरुवार को को दिन में अधिकतम तापमान 35.3 और न्यूनतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार 17 सितंबर तक ऐसे ही गर्मी और तपिश झेलनी होगी। इसके बाद 18 सितंबर को बारिश और 19 व 20 सितंबर को बूंदाबांदी के आसार हैं.
अधिकांश जिलों में तापमान में इजाफा
पूर्वांचल के सिद्धार्थनगर में गुरुवार को उमस भरी गर्मी के बीच अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री व न्यूनतम तापमान 28.8 डिग्री दर्ज किया गया. यहां बादलों का जमावड़ा खत्म होने पर निकली तेज धूप ने पारा चढ़ा दिया और गर्मी के साथ उमस भी बढ़ गई. इस कारण लोग पसीने से तरबतर हो गए. बारिश नहीं होने के बाद अब फिर से उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान कर रही है. हवा की गति कम होने तथा तेज धूप से लोग बेहाल हैं
पूर्वांचल में यहां हल्की बारिश की संभावना
पूर्वांचल के बस्ती में भी बृहस्पतिवार को दिन चढ़ने के साथ-साथ तपिश बढ़ती रही. अधिकतम तापमान में भी दो डिग्री की वृद्धि देखने को मिली. शुक्रवार को तापमान 35.5 डिग्री तक रहने का अनुमान है. आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय अयोध्या के मौसम वैज्ञानिकों ने शुक्रवार को हल्की बारिश होने की संभावना जताई है.
दक्षिण पूर्व यूपी में चक्रवाती परिसंचरण
मौसम की ताजा परिस्थितियों की बात करें तो एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश और निचले स्तर पर उत्तर पूर्व मध्य प्रदेश के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है. एक ट्रफ दक्षिण उत्तर प्रदेश के मध्य भागों से लेकर छत्तीसगढ़ और ओडिशा के उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण तक औसत स्तर से 1.5 और 5.8 किमी ऊपर तक फैली हुई है. 15 सितंबर की रात से पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित करने की संभावना है.
मानसून ट्रफ की स्थिति
इसके साथ ही उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल तट के पास बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी के ऊपर एक अच्छी तरह से चिह्नित कम दबाव वाले क्षेत्र में बदल गया है. संबंधित चक्रवाती परिसंचरण ऊपर 7.6 किमी तक फैला हुआ है यह ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है. अगले 2 दिनों के दौरान इसके ओडिशा और छत्तीसगढ़ से आगे बढ़ने की संभावना है.
औसत समुद्र तल पर मानसून रेखा जैसलमेर, गुना, सतना और जमशेदपुर से होकर गुजर रही है. इसके बाद फिर दक्षिण-पूर्व की ओर बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी पर कम दबाव वाले क्षेत्र के केंद्र तक जा रही है.