UP Weather Update: यूपी में राहत की बारिश से बदला मौसम, आज भी यहां जमकर बरसेंगे बादल, जानें अपने शहर का हाल

UP Weather Update: मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी प्रदेश में एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई है. वहीं एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कई जगह गरज चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं.

By Sanjay Singh | September 8, 2023 8:46 AM

UP Weather Update: उत्तर प्रदेश में राहत की बारिश के बाद लोगों को उमस भरी गर्मी से निजात मिली है. राजधानी लखनऊ सहित कई जगह गुरुवार शाम को जहां मौसम खुशनुमा हो गया. वहीं रात में हुई बारिश ने लोगों को बड़ी राहत दी.

मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी प्रदेश में एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई है. वहीं एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कई जगह गरज चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. राजधानी लखनऊ और आसपास के क्षेत्र में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहने के आसार हैं.

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक 9 सितंबर को पूरे प्रदेश में एक या दो स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने के आसार हैं. पश्चिम उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों और पूर्वांचल में अनेक स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. इसके बाद 10 और 11 सितंबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों और पूर्वांचल में कुछ जगह बारिश के आसार हैं. इस दौरान पूरे उत्तर प्रदेश में एक या दो स्थानों पर आकाशीय बिजली गिर सकती है.

इसके बाद 12 और 13 सितंबर को भी इसी तरह का मौसम रहेगा और पश्चिमी यूपी में एक या दो स्थानों और पूर्वांचल में कुछ जगह पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. इस तरह प्रदेश में फिलहाल 13 सितंबर तक बारिश का मौसम है.

आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, लखनऊ के मुताबिक अगले चार दिनों के दौरान प्रदेश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं है. वर्तमान में औसत समुद्र तल पर मानसून ट्रफ रेखा अब जैसलमेर, उदयपुर, इंदौर, बैतूल, गोंदिया, रायपुर और गोपालपुर से होकर गुजरती हुई पूर्व दक्षिण पूर्व की ओर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है. इसके साथ ही दक्षिण आंतरिक उड़ीसा पर चक्रवर्ती पर ही संचरण अब आंतरिक ओडिशा और उससे सटे छत्तीसगढ़ के मध्य भागों पर बना हुआ है, जो समुद्र तल से 7.6 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है. ऊंचाई के साथ दक्षिण पश्चिम की ओर झुका हुआ है. बारिश की वजह से कुछ जगह पर तापमान में गिरावट दर्ज की गई है.

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