Lucknow: यूपी में स्वास्थ्य कर्मियों ने बीते पांच दिनों से हर दिन दो घंटे के लिए चल रहे अपने कार्य बहिष्कार को स्थगित करने का ऐलान किया गया है. प्रमुख सचिव के आश्वासन के बाद स्वास्थ्यकर्मी मान गए और हड़ताल स्थगित करने का निर्णय किया. राजधानी में चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ और प्रमुख सचिव के साथ हुई बैठक के बाद यह फैसला किया गया. इससे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती मरीजों को राहत मिलेगी.
यूपी में स्वास्थ्य कर्मी तबादला नीति में संशोधन व अन्य मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे थे. शनिवार को भी महासंघ के आह्वान पर कर्मचारियों ने दो घंटे का कार्य बहिष्कार किया. सुबह आठ से 10 बजे तक कार्य बहिष्कार से ओपीडी से लेकर जांच तक की सुविधाएं बाधित रहीं.
इसकी वजह से मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इसके बाद 11 बजे से काम शुरू हुआ. हालांकि तब तक भीड़ काफी बढ़ने के कारण काउंटर से लेकर उपचार और जांच के लिए मरीजों को बेहद मुश्किलों से जूझना पड़ा.
चिकित्सा स्वास्थ्य महासंघ मुताबिक नीतिगत तबादले स्थगित करने, कर्मचारी संगठनों के अध्यक्ष एवं मंत्रियों को तबादले के दायरे से बाहर रखने, पूर्व में स्थानांतरित कर्मियों को तबादला भत्ता देने, उच्चीकृत जिला अस्पतालों के मेडिकल कॉलेज बनने पर वहां से स्थानांतरित कर्मियों को समायोजित करने जैसी मांगों को लेकर पूरे प्रदेश में आंदोलन चलाया गया. इसके बाद भी महासंघ की मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. ऐसे में नाराज स्वास्थ्य कर्मियों ने दो घंटे के कार्य बहिष्कार का निर्णय किया.
कार्य बहिष्कार में प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ, राजकीय नर्सेज संघ, राजपत्रित डिप्लोमा फार्मेसी एसोसिएशन, डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन, चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ, सहायक प्रयोगशाला संघ, एक्स-रे टेक्नीशियन एसोसिएशन, डार्क रूम असिस्टेंट एसोसिएशन, टीबी कंट्रोल इंप्लाइज एशोसिएशन सहित अन्य संगठन शामिल थे. वहीं अब इसके स्थगित करने से मरीजों को राहत मिली है.