गोंडा: भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के कार्यक्रम में बवाल, सेल्फी लेने को लेकर भिड़े समर्थकों ने किया पथराव

बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह कटरा बाजार विधानसभा के बरबट में आयोजित बीजेपी अल्पसंख्यक के कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज बीजेपी से जुड़ने जा रहा है.

By Radheshyam Kushwaha | June 17, 2023 7:58 PM

लखनऊ. यूपी के गोंडा से बड़ी खबर सामने आ रही है. जहां पर भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के कार्यक्रम में बवाल हो गया. इस दौरान जमकर मारपीट व पथराव हुआ. बताया जा रहा है कि दो प्रधानों के समर्थक सेल्फी लेने के चक्कर भिड़ गए. मामला इतना बढ़ गया कि दोनों तरफ से पथराव हो गया. इस बवाल के दौरान कार्यक्रम से सकुशल बच बचाकर बीजेपी सांसद निकले. इस मारपीट व पथराव का वीडियो कैमरे में कैद हो गया है. बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह कटरा बाजार विधानसभा के बरबट में आयोजित बीजेपी अल्पसंख्यक के कार्यक्रम में पहुंचे थे. इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज बीजेपी से जुड़ने जा रहा है.

सांसद के काफिले पर पथराव

जानकारी के अनुसार, बृजभूषण शरण सिंह के एक कार्यक्रम में शनिवार को काफी हंगामा देखा गया. इस हंगामे का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि बृजभूषण सिंह के साथ सेल्फी लेने को लेकर उनके समर्थकों के दो गुट आपस में भिड़ गए. देखते-देखते बवाल हो गया. वीडियो में ये दोनों गुट एक दूसरे पर कुर्सियां फेंकते नजर आ रहे हैं. हंगामा बढ़ता देख सुरक्षा कर्मियों ने बृजभूषण सिंह को वहां से बचाकर निकाल ले गए. सूचना है कि कुछ लोगों ने उनके काफिले पर भी पथराव किया.

Also Read: गोरखपुर में निर्माणाधीन बिल्डिंग की छत गिरने से मजदूर दबे, रेस्क्यू कर निकाला गया बाहर, गभीर हालत में भर्ती यौन उत्पीड़न के आरोपों में घिरे है बृजभूषण शरण सिंह

बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह महिला पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न के आरोपों में घिरे हैं. दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में गुरुवार को उनके खिलाफ यौन उत्पीड़न और पीछा करने के आरोपों को लेकर आरोपपत्र दाखिल किया. पुलिस ने नाबालिग पहलवान द्वारा बृजभूषण के खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायत को रद्द करने की सिफारिश करते हुए कहा कि ‘कोई पुख्ता सबूत नहीं’ मिले. पुलिस की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि पॉक्सो मामले में शिकायतकर्ता यानी नाबालिग के पिता तथा स्वयं लड़की के बयानों के आधार पर मामले को रद्द करने का अनुरोध करने वाली रिपोर्ट दाखिल की गई.

Next Article

Exit mobile version