UPSSSC VDO Exam: यूपी के 20 जनपदों में आयोजित की जा रही परीक्षा, कंट्रोल रूम से रखी जा रही पैनी नजर
UPSSSC की ओर से ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम पंचायत अधिकारी के पदों पर भर्ती के लिए पुनर्परीक्षा को लेकर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. 2021 में परीक्षा रद्द करने के बाद अब दोबारा इसके आयोजन को लेकर कंट्रोल पूरी तरह से सक्रिय है, जिससे सॉल्वर गैंग या किसी अन्य कारणों से परीक्षाएं प्रभावित नहीं हों.
Lucknow: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) की ओर से ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम पंचायत अधिकारी के 1953 पदों पर भर्ती के लिए पुनर्परीक्षा सोमवार को दो पालियों में आयोजित की जा रही है. मंगलवार को भी परीक्षाओं का आयोजन कराया जाएगा. प्रदेश के 20 जनपद मुख्यालयों में 26 व 27 जून की इन परीक्षाओं में सॉल्वर गैंग के शामिल होने की आशंका में हर परीक्षार्थी पर पैनी नजर रखी जा रही है.
इसके लिए UPSSSC ने कंट्रोल रूम बनाया है, जहां से चप्पे चप्पे पर नजर रखी जा रही है. लखनऊ सहित सभी केंद्रों में परीक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले गेट बंद कर दिए गए. इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई गई. वहीं परीक्षा केंद्रों पर राष्ट्रीय और अन्य सुरक्षा एजेंसी से जुड़े जवानों की तैनाती की गई है.
1953 पदों के लिए प्रदेशभर में 737 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें 14 लाख से अधिक अभ्यर्थी परीक्षा दे रहे हैं. परीक्षा दो पालियों में सुबह 10 से 12 बजे तक और दूसरी पाली में दोपहर 3 बजे से 5 बजे तक आयोजित की जाएगी. परीक्षा का आयोजन आगरा, अलीगढ़, अयोध्या, आजमगढ़, बांदा, बरेली, बस्ती, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, गोंडा, गोरखपुर, झांसी, कानपुर नगर, लखनऊ, मेरठ, मीरजापुर, मुरादाबाद, प्रयागराज, सहारनपुर और वाराणसी में किया जा रहा है.
इससे पहले इन पदों के लिए परीक्षा धांधली की शिकायत मिलने के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार ने 25 मार्च 2021 को रद्द कर दी थी. परीक्षा के लिए नतीजे सहित अन्य सभी अहम जानकारी आयोग की आधिकारिक वेबसाइट upsssc.gov.in पर आने वाले दिनों में अपलोड की जाएगी.
इससे पहले राज्य में ग्राम पंचायत अधिकारी के लिए 1527, ग्राम विकास अधिकारी के लिए 362 और समाज कल्याण पर्यवेक्षक के लिए 64 पदों पर आवेदन मांगे गए थे. पहले यह परीक्षा 22 और 23 दिसंबर, 2018 को आयोजित की गई थी, जिसमें 14 लाख उम्मीदवारों में से 9.1 लाख उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए थे.
आयोग ने अगस्त 2019 में परिणाम घोषित किया. कुछ अपरिहार्य परिस्थितियों के कारण, भर्ती प्रक्रिया की जांच के लिए 20 मार्च, 2020 को एसआईटी का गठन किया गया था. उसके बाद आयोग के कंट्रोल ऑफ एग्जामिनेशन ने परीक्षा रद्द करने के संबंध में आदेश जारी किया था.