यूपी में शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 के पेपर लीक होने के बाद लगातार सरकार के काम पर सवाल उठ रहे हैं. वहीं सरकार की ओर पेपर लीक मामले की जांच के लिए एसटीएफ को जिम्मेदारी दी गई है. बता दें कि 2017 में योगी सरकार आने के बाद पारदर्शी तरीके से एग्जाम कराने की बात कही गई थी, लेकिन सॉल्वर गैंग ने सरकार के दावों की हवा निकाल दी है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार यूपी में 2017 से अब तक कुल 14 एग्जाम में पेपर लीक की घटना सामने आई है. हालांकि नीट एग्जाम में तो वाराणसी में सॉल्वर गैंग के सदस्य को पुलिस ने पकड़ा भी और मामले की जांच अब तक चल रही है. इसके अलावा यूपी में और कई बड़े एग्जाम में सॉल्वर गैंग की सक्रियता से पेपर लीक हो गया.
रिपोर्ट के मुताबिक 2017 से अब तक सब-इंस्पेक्टर का सीधी भर्ती (2017), UPPCL भर्ती (2018), यूपी पुलिस एग्जाम (2018), अधीनस्थ सेवा चयन (2018), स्वास्थ्य विभाग प्रोन्नति (2018) नलकूप ऑपरेटर (2018) और 41520 सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक की खबरें सामने आ चुकी है.
इसके अलावा 69000 शिक्षक भर्ती(2020), बीएड प्रवेश परीक्षा (2021), PET (2021), UP TGT और NEET की परीक्षा में सॉल्वर गैंग पूरी तरह सक्रिय रहा. हालांकि कई एग्जाम में पुलिस की ओर से धड़पकड़ भी की गई, लेकिन अभी तक किसी बड़े गिरोह तक पुलिस प्रशासन नहीं पहुंच सकी है.
वरुण गांधी ने उठाए सवाल- वहीं पेपर लीक की खबरों के बाद वरुण गांधी ने अपने ही सरकार पर सवाल उठाए हैं. वरुण गांधी ने ट्वीट कर लिखा, ‘UPTET परीक्षा पेपर लीक होना लाखों युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है. इस दलदल की छोटी मछलियों पर कार्यवाही से काम नहीं चलेगा, उनके राजनैतिक संरक्षक शिक्षा माफियाओं पर कठोर कार्यवाही करे सरकार.’
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