UP : अनामिका शुक्ला फर्जी शिक्षक घोटाले का सरगना गिरफ्तार, फेक डॉक्यूमेंट्स पर कर रहा था नौकरी

उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित अनामिका शुक्ला फर्जी शिक्षक मामले में यूपी एसटीएफ ने बड़ी सफलता हासिल की है. फर्जी दस्तावेजों के जरिये शिक्षक की नौकरी दिलाने के मामले में एसटीएफ ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.

By Rajat Kumar | June 16, 2020 11:41 AM

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित अनामिका शुक्ला फर्जी शिक्षक मामले में यूपी एसटीएफ ने बड़ी सफलता हासिल की है. फर्जी दस्तावेजों के जरिये शिक्षक की नौकरी दिलाने के मामले में एसटीएफ ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इन तीनों आरोपियों को लखनऊ से गिरफ्तार के किया. पुलिस अब इन तीनों आरोपियों पर अनामिका शुक्ला की ओर से उनके शैक्षिक दस्तावेजों के दुरुपयोग के संबंध में मुकदमा चलायेगी.

यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अनामिका शुक्ला धोखाधड़ी मामले में तीन लोगों – पुष्पेंद्र, आनंद और रामनाथ को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक व्यक्ति के दस्तावेजों के साथ राज्य भर के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में कई शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी. एसटीएफ ने इस मामले के मुख्य आरोपित मैनपुरी निवासी व फर्रुखाबाद में सहायक अध्यापक पुष्पेंद्र जाटव उर्फ राज, जौनपुर में बेसिक शिक्षा कार्यालय में जिला समन्वयक अधिकारी आनंद तथा लखीमपुर में बेसिक शिक्षा कार्यालय के प्रधान लिपिक रामनाथ को गिरफ्तार किया है.

उत्तर प्रदेश पुलिस के अनुसार आरोपित राज उर्फ पुष्पेंद्र जाटव उर्फ गुरुजी ही गिरोह का सरगना है. पूछताछ में पुष्पेंद्र ने बताया कि वह सुशील पुत्र गुलाब चंद्र के नाम से फर्जी तरीके से सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्त है. वर्ष 2010 में वह आरोपित प्रधान लिपिक रामनाथ के संपर्क में आया था. बता दें कि फर्जी अनामिका शुक्ला के नाम प्रयागराज, अमेठी, राय बरेली, वाराणसी, बागपत, कासगंज, सहारनपुर, अंबेडकर नगर और अलीगढ़ में स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में असली अनामिका शुक्ला के दस्तावेजों पर नौकरी जॉइन की थी.

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